Raja Raghuwanshi Murder Case updates: राजा रघुवंशी मर्डर केस में अब एक नया मोड़ आ गया है. इंदौर के रहने वाले ट्रांसपोर्ट व्यवसायी राजा रघुवंशी शादी के बाद हनीमून पर मेघालय गए थे. मगर 23 मई को उनकी रहस्यमयी हालातों में मौत हो गई थी. उनकी लाश मौत के कई दिन बाद मिली. हत्या का इल्जाम उनकी नई नवेली दुल्हन सोनम रघुवंशी और उसके प्रेमी राज कुशवाह पर है. अब राजा के बड़े भाई सचिन रघुवंशी ने मुख्य आरोपी सोनम और उसके प्रेमी राज कुशवाह का नार्को एनालिसिस टेस्ट कराने की मांग की है.
क्या है नार्को टेस्ट की मांग का कारण?
सचिन रघुवंशी का कहना है कि सोनम और राज कुशवाह एक-दूसरे पर हत्या की साजिश रचने का आरोप लगा रहे हैं. इससे जांच को गुमराह किया जा रहा है. उनका मानना है कि इन दोनों के अलावा भी कई लोग इस साजिश में शामिल हो सकते हैं, जो अभी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं. इसलिए नार्को टेस्ट जरूरी है, जिससे इन छिपे हुए किरदारों के नाम सामने आ सकेंगे.
क्या कहते हैं पुलिस अधिकारी?
मेघालय के ईस्ट खासी हिल्स के एसपी विवेक सिएम के अनुसार, राजा की हत्या की साजिश उनकी शादी से पहले ही इंदौर में रची गई थी. जिसका मास्टरमाइंड राज कुशवाह है, जबकि सोनम ने इस खौफनाक साजिश को अंजाम तक पहुंचाने के लिए सहमति दी थी. राजा और सोनम की शादी 11 मई को इंदौर में हुई थी. शादी के कुछ दिन बाद वे दोनों हनीमून के लिए चेरापूंजी (मेघालय) पहुंचे थे, और 23 मई को राजा लापता हो गया था
कौन-कौन हैं गिरफ्तार आरोपी
इस हत्याकांड के सिलसिले में अब तक पुलिस ने सोनम रघुवंशी और उसके प्रेमी समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है-
- सोनम रघुवंशी (25 वर्ष) – मृतक की पत्नी
- राज कुशवाह (20 वर्ष) – सोनम का प्रेमी
- विशाल सिंह चौहान – कथित कॉन्ट्रैक्ट किलर
- आकाश राजपूत – कॉन्ट्रैक्ट किलर
- आनंद कुर्मी – कॉन्ट्रैक्ट किलर, राज कुशवाह का चचेरा भाई
पुलिस अधीक्षक (SP) विवेक के मुताबिक, यह कोई प्रोफेशनल सुपारी किलिंग नहीं थी, बल्कि दोस्तों ने ‘एहसान’ चुकाने के लिए एक दोस्त के लिए हत्या की वारदात को अंजाम दिया था.
कितना पैसा मिला था हत्यारों को?
लंबी छानबीन और पूछताछ के बाद पता चला है कि राज कुशवाह ने अपने दोस्तों को यात्रा और खर्चे के लिए ₹50,000 दिए थे. यही नहीं, हत्या के बाद सोनम रघुवंशी को गायब कराने की योजना भी बनाई गई थी.
ऐसे मिली थी राजा की लाश
राजा की लाश 2 जून को वेइसाडोंग फॉल्स के पास एक गहरी घाटी में मिली थी. लेकिन उस वक्त सोनम गायब थी और उसकी तलाश जारी थी. मगर सारी कहानी शुलकर सामने आने के बाद आखिराकर कातिल बीवी सोनम रघुवंशी ने 9 जून को उत्तर प्रदेश के गाज़ीपुर में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था.
नार्को एनालिसिस टेस्ट क्या होता है?
इस टेस्ट के दौरान आरोपी व्यक्ति को सोडियम पेंटोथल नामक दवा दी जाती है, जिससे वह सम्मोहित अवस्था में चला जाता है. इस स्थिति में वह झूठ नहीं बोल पाता और सच उगलने लगता है.
सचिन रघुवंशी का कहना है कि उन्हें शक है कि सोनम के परिवार, खासकर उसकी मां को उसके रिश्ते की जानकारी पहले से थी, लेकिन फिर भी शादी कराई गई. जिसका खामियाजा उसके भाई को जान देकर चुकाना पड़ा.
क्या है राजा के परिवार की मांग?
- इस हत्याकांड की सुनवाई फास्ट-ट्रैक कोर्ट में हो.
- सभी दोषियों को दोहरी आजीवन कारावास मिले.
- नार्को टेस्ट से पूरी सच्चाई सामने लाई जाए.
सचिन रघुवंशी ने कहा कि दोनों की पूछताछ के बारे में जो रिपोर्ट आ रही हैं, उनसे पता चलता है कि वे एक-दूसरे पर क्रूर हत्या का मास्टरमाइंड होने का आरोप लगाकर जांचकर्ताओं को गुमराह कर रहे हैं. उन्होंने दावा किया, "ऐसा लगता है कि सोनम और कुशवाह जांच को गलत दिशा में ले जाने के लिए मिलीभगत कर रहे हैं।"
सचिन रघुवंशी ने जोर देकर कहा कि दोनों ने अकेले हत्या की साजिश को अंजाम नहीं दिया होगा. उन्होंने कहा, 'मेरा मानना है कि साजिश में और लोग शामिल हैं, लेकिन वे अभी भी पुलिस की पहुंच से बाहर हैं. उनके नाम नार्को विश्लेषण के जरिए सामने आ सकते हैं.'
पूरे प्रकरण की गहन जांच की मांग करते हुए उन्होंने संदेह जताया कि सोनम के परिवार, खासकर उसकी मां को शादी से पहले कुशवाह के साथ उसके कथित रिश्ते के बारे में पता था, लेकिन 11 मई को राजा रघुवंशी के साथ उसकी शादी पारिवारिक दबाव में हुई. सचिन रघुवंशी ने मांग की कि मामले की सुनवाई फास्ट-ट्रैक कोर्ट में की जाए और दोषियों को 'दोहरी आजीवन कारावास' की सजा दी जाए.
पूर्वी खासी हिल्स जिले के पुलिस अधीक्षक विवेक ने पहले कहा, "राजा रघुवंशी को खत्म करने की साजिश 11 मई को सोनम के साथ उनकी शादी से कुछ समय पहले इंदौर में रची गई थी और इसका मास्टरमाइंड राज कुशवाह है, जबकि महिला ने साजिश के लिए सहमति जताई थी. शादी के कुछ दिनों बाद राजा और सोनम मेघालय के पूर्वी खासी हिल्स जिले के सुरम्य सोहरा (जिसे चेरापूंजी भी कहा जाता है) के लिए रवाना हुए और 23 मई को लापता हो गए.
राजा की लाश 2 जून को वेइसाडोंग फॉल्स के पास एक घाटी में मिली थी, जबकि सोनम की तलाश जारी रही. सोनम 9 जून की सुबह घटनास्थल से करीब 1,200 किलोमीटर दूर उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में पहुंची और पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया.
सिएम ने कहा कि सोनम और कुशवाह के अलावा पुलिस ने तीन संदिग्ध कॉन्ट्रैक्ट किलर - विशाल सिंह चौहान, आकाश राजपूत और आनंद कुर्मी को गिरफ्तार किया है. तीनों युवक दोस्त थे और उनमें से एक राज का चचेरा भाई है. यह कोई आम कॉन्ट्रैक्ट किलिंग नहीं थी. हां, हत्या की योजना थी और उन्होंने अपने दोस्त राज के लिए एहसान के तौर पर ऐसा किया.
उन्होंने कहा कि कुशवाह ने उन्हें यात्रा और अन्य खर्चों के लिए 50,000 रुपये दिए थे. पुलिस अधिकारी ने कहा कि योजना फरवरी में इंदौर में शुरू हुई थी और उन्होंने राजा की हत्या के बाद सोनम को गायब करने के तरीके सोचे थे. प्लान ये भी था कि सोनम जैसी किसी लड़की को मारकर उसे सोनम बताया जाता. और असली सोनम लापता हो जाती है.
राजा का तर्पण
शुक्रवार सुबह को रघुवंशी परिवार उज्जैन पहुंचा, जहां सिद्धवट घाट पर पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ राजा का तर्पण किया गया. विपिन और सचिन ने अपने भाई की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की.
इस दौरान गोविंद रघुवंशी भी परिवार के साथ मौजूद रहा, जिसे राजा के परिवार ने सोनम की साजिश में शामिल न होने के कारण माफ कर दिया है. गोविंद ने पहले भी अपनी बहन सोनम को फांसी की सजा दिलवाने का संकल्प लिया था. गोविंद का राजा के परिवार के साथ उज्जैन पहुंचना इस बात का प्रतीक है कि वह अपनी बहन के अपराध से खुद को अलग मानता है.
सचिन रघुवंशी ने कहा, ''राजा की आत्मा की शांति के लिए हमने तर्पण किया. गोविंद हमारे साथ है, क्योंकि उसे सोनम की साजिश का कोई अंदाजा नहीं था.'' गोविंद ने इस मौके पर राजा के परिवार के प्रति अपनी संवेदना दोहराई और कहा, ''मैं राजा के लिए न्याय की लड़ाई में उनके साथ हूं.''