अंतरराष्ट्रीय गैंगवार एक बार फिर सुर्खियों में है. रोहित गोदारा गैंग ने अमेरिका के कैलिफोर्निया में हुई फायरिंग की जिम्मेदारी ली है. दावा किया गया कि फायरिंग सौरव महाकाल के करीबी राकेश राजदेव के ठिकाने पर करवाई गई, जिस पर ISI को फंडिंग करने के आरोप लगाए गए हैं. गैंग ने चेतावनी दी है कि पाकिस्तान को फंडिंग करने वालों को निशाना बनाया जाएगा.
हाई-प्रोफाइल रुबैया सईद किडनैपिंग केस में CBI को उस वक्त बड़ा कानूनी झटका लगा, जब स्पेशल TADA कोर्ट ने शफात अहमद शांगलू की गिरफ्तारी पर ही सवाल उठा दिए. जांच एजेंसी की कस्टडी अर्जी खारिज करते हुए कोर्ट ने साफ कहा कि चार्जशीट में उसका कोई जिक्र नहीं है. फैसले के बाद शांगलू ने खुद को निर्दोष बताया.
साल 1989 में तत्कालीन गृह मंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद की बेटी रुबैया सईद के अपहरण ने देश की सियासत और सुरक्षा एजेंसियों को हिला दिया था. तीन दशक से ज्यादा वक्त बाद अब CBI ने इसी किडनैपिंग केस के एक 'गुमशुदा' किरदार को श्रीनगर से गिरफ्तार किया है, जिस पर 10 लाख रुपए का इनाम था.
रायसेन रेप केस का आरोपी और 30 हजार का इनामी सलमान आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ ही गया. भोपाल में चाय की दुकान से पकड़े जाने से लेकर भागने की कोशिश और एनकाउंटर तक... पढ़ें सलमान की पूरी कहानी.
एक साधारण रैपिडो ड्राइवर, खस्ता आर्थिक हालत और उसके बैंक खाते में अचानक 331 करोड़ रुपए. ये कहानी सिर्फ मनी लॉन्ड्रिंग का खुलासा नहीं, बल्कि उस खतरनाक नेटवर्क की झलक है जो आम लोगों के खातों को ब्लैक मनी ट्रांसफर के रास्ते में बदल देता है. उदयपुर की एक करोड़ों की डेस्टिनेशन वेडिंग ने इस पूरे खेल का काला चेहरा उजागर कर दिया.
दिल्ली में NCB ने बड़ी कार्रवाई करते हुए फार्महाउस से 262 करोड़ रुपये से ज्यादा की ड्रग बरामद की है. जांच में नोएडा में रहने वाले अमरोहा निवासी शेन वारिस को गिरफ्तार किया गया, जिसने सिंथेटिक ड्रग नेटवर्क में अपनी भूमिका कबूल की. उसकी सूचना पर छतरपुर से 328.54 किलो मेथाम्फेटामिन मिली. पूरा गिरोह विदेशी ऑपरेटरों के निर्देश पर चलता था. NCB नेटवर्क की कड़ियां जोड़ने में जुटी है.
हिडमा और मटुरे जैसे दुर्दांत नक्सल कमांडरों के सफाए के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने नक्सल मोर्चे पर सबसे बड़ा दबदबा कायम किया है. लेकिन दंडकारण्य के जंगलों में अब भी ऐसे खूंखार चेहरे बचे हैं, जो बस्तर से झारखंड तक हिंसा की जड़ बने हुए हैं. गृहमंत्री अमित शाह ने 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद को जड़ से उखाड़ने की डेडलाइन तय की है.
भारत के सामने सबसे बड़ा खतरा सीमा पार से नहीं, बल्कि देश के भीतर छिपे उन चेहरों से है, जो डॉक्टर और मीडियाकर्मी बनकर व्हाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल से जुड़े हैं. पाकिस्तान के जिहादी तंत्र को मजबूत कर रहे हैं. कश्मीर टाइम्स के दफ्तर और मेडिकल कॉलेज के लॉकर्स में हथियार मिलने के बाद हड़कंप मच गया है.
10 नवंबर को दिल्ली के लाल किले के पास हुए धमाके की साजिश रचने और उसे अंजाम देने वाले आतंकी डॉक्टर उमर नबी के बारे में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. धमाके से पहले वो फरीदाबाद के एक कमरे में 10 दिन बंद रहा. इस दौरान 70 जहरीले वीडियो बनाए. उन वीडियो को 11 युवाओं को भेजा. वो लोग अब लापता हैं. उनकी तलाश की जा रही है.
दिल्ली को दहलाने वाले फिदायीन हमले ने जांच एजेंसियों के सामने एक ऐसे टेरर मॉड्यूल का खुलासा किया है, जिसकी असल ताकत बंदूक नहीं, मेडिकल कोडवर्ड थे. हाई प्रोफाइल डॉक्टर, अस्पतालों की ओपीडी में इलाज करते हुए, गुपचुप तरीके से जिहादी ऑपरेशन थिएटर चला रहे थे.
दिल्ली ब्लास्ट के बाद देश आज एक ऐसे खतरे के सामने खड़ा है, जिसे नजरअंदाज करना सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा रिस्क है. जैश जैसे आतंकी संगठन अब फिदायीन नहीं, बल्कि डिजिटल रेडिकलाइजेशन, ड्रोन-रॉकेट अटैक और व्हाइट कॉलर मॉड्यूल बनाकर भारत पर नए तरीके से वार करने की तैयारी में जुटे हैं.
सुरक्षा एजेंसियों के डोज़ियर में खुलासा हुआ कि अमोल बिश्नोई विदेशों में बैठकर गैंग का उगाही नेटवर्क चलाता था और करोड़ों रुपए स्पोर्ट्स क्लब, रियल एस्टेट, फिल्मों और नाइटक्लब में निवेश करता था.
Who is Anmol Bishnoi: गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई पर भारत के कई राज्यों में केस दर्ज हैं. उस पर एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी और पंजाबी सिंगर सिद्दू मूसेवाला की हत्या की साजिश रचने का आरोप है. इसके साथ ही अभिनेता सलमान खान के घर पर गोलीबारी कराने का भी आरोप है.
आंध्र प्रदेश पुलिस ने उस माओवादी कमांडर को ढेर कर दिया, जिसे दंडकारण्य के जंगलों का 'भूत' कहा जाता था. इंटेलिजेंस की 34 घंटे की निगरानी, कई लेवल पर तैनात फोर्स और ग्रेहाउंड की रणनीतिक ने वह कर दिखाया जो सालों से सुरक्षा एजेंसियों के लिए चुनौती था. कुख्यात नक्सली माडवी हिडमा, उसकी पत्नी और चार साथी मारे गए.
14 नवंबर की रात नौगाम थाने में हुआ धमाका कोई आतंकी हमला नहीं, बल्कि उस बारूदी जखीरे का फटना था जो फरीदाबाद से 360 किलो अमोनियम नाइट्रेट के साथ बरामद होकर लाया गया था. जैश-ए-मोहम्मद के पोस्टर से शुरू हुई तफ्तीश का यह मोड़ इतना खतरनाक साबित होगा, इसका अंदाजा किसी को नहीं था.
बिजनौर में एक ऐसा खौफनाक सच सामने आया जिसने पूरे इलाके को हिला दिया. 60 वर्षीय शख्स ने अपने ही बेटे की हत्या कर दी, क्योंकि उसने अपने उसको बहू के साथ आपत्तिजनक हालात में देख लिया. इसके बाद उसके शव को ऐसे ठिकाने लगाया, जिससे की उसकी करतूत सामने न आ सके. लेकिन पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया.
जम्मू-कश्मीर में आतंकी आकाओं ने भर्ती की रणनीति बदल दी है. अब वे ऐसे उच्च शिक्षित युवाओं को निशाना बना रहे हैं, जिनका न तो कोई आपराधिक रिकॉर्ड है और न ही अलगाववाद से कोई जुड़ाव. डॉक्टरों की तिकड़ी से लेकर मासूम दिखने वाले पैरामेडिक तक 'व्हाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल' ने सुरक्षा एजेंसियों को चौंका दिया है.
दिल्ली ब्लास्ट ने एक ऐसी परत खोली है जिसने आतंकवाद की पुरानी परिभाषा को ध्वस्त कर दिया है. अब आतंकी सिर्फ पहाड़ों में छिपे बंदूकधारी नहीं, बल्कि यूनिवर्सिटी पढ़े डॉक्टर, इंजीनियर और टेक-सेवी नौजवान बन चुके हैं. भारत के भीतर व्हाइट कॉलर टेरर का ऐसा नेटवर्क तैयार किया गया, जो मेडिकल पेशे की आड़ में देश को अस्थिर करने की साजिश रच रहा था.
जम्मू-कश्मीर पुलिस के दो ट्वीट और दिल्ली धमाके का गहरा रिश्ता है. डॉक्टर उमर, डॉक्टर मुजम्मिल और डॉक्टर अदील ने जैश-ए-मोहम्मद और अंसार ग़ज़वातुल हिंद के टेरर मॉड्यूल को तैयार किया. फिर एक ट्वीट ने डॉक्टर उमर की ज़िंदगी खत्म कर दी. जानिए कैसे हुआ ये सब?
10 नवंबर को लाल किले पर हुए कार ब्लास्ट की जांच में तुर्की कनेक्शन भी सामने आया है. जहां बैठकर 'उकासा' नाम का हैंडलर दिल्ली में अपने गुर्गों को फरमान जारी कर रहा था. यह सब Session ऐप पर चैट के ज़रिए किया गया. जानें फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल और अंतरराष्ट्रीय सुरागों की पड़ताल.
Delhi Blast: दिल्ली में हुआ आतंकी हमला सुनियोजिता था. लेकिन इस बड़े पैमाने पर अंजाम दिया जाना था. कश्मीर में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद द्वारा लगाए गए एक पोस्टर ने सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े कर दिए. इसके बाद हुई जांच में एक मौलवी की गिरफ्तारी हुई, जिसमें 'डॉक्टर मॉड्यूल' की साजिश का खुलासा कर दिया.