मेरठ में मौजूद है वो कमरा, जहां 3 और 4 मार्च की दरम्यानी रात बेहद खौफनाक वारदात हुई. जहां पत्नी ही अपने पति की कातिल बन गई. वो कमरा, जहां सौरभ राजपूत की हत्या के प्लान को अंजाम दिया गया. बड़ी बेरहमी से अपने प्रेमी साहिल के साथ मिलकर मुस्कान ने सौरभ राजपूत का कत्ल कर दिया.
बचपन से सुना है कि या तो श्मशान या फिर कब्रिस्तान, मौत के बाद हर लाश का ठिकाना यही हुआ करता है. यही परंपरा रही है. लेकिन जैसे बाकी दुनिया बदलते वक्त के साथ तरक्की कर रही है. उस दुनिया की सोच बदल रही है. तो जाहिर है क्रिमिनल कहां पीछे रहने वाले हैं.
साहिल शुक्ला का कमरा देख कर आप को आसानी से समझ आ जाएगा कि एक अंधविश्वासी के दिमाग में क्या चलता है. वो क्या सोचता है? उसके आसपास की चीजें कैसी होती हैं? 10 बाई 10 का कमरा. कमरे के दरवाजे से ही कमरे की कहानी शुरु हो जाती है.
मोहब्बत टुकड़े-टुकड़े. दिल्ली से मेरठ से लेकर जयपुर तक यही हुआ. जिसके साथ जीने मरने की कसमें खाई. रात की नींदे उड़ाई. जिसके लिए घर-समाज से लड़ा. उसी से ना जाने क्यों ऐसी नफरत हुई कि रास्ते से हटाने के लिए गुनाह से भी परहेज नहीं की. ऐसा खूनी खेल खेला कि हर कोई सन्न रह जाए.
ये कहानी है तीन लोगों की हैं. 29 साल के सौरभ कुमार, 26 साल की मुस्कान रस्तौगी और 28 साल के साहिल शुक्ला की. साल 2016 में सौरभ की मुलाकात मेरठ में मुस्कान से हुई थी. मुलाकात दोस्ती में बदल गई और फिर दोस्ती प्यार में.
बड़ी मशक्कत के बाद आखिरकार ड्रम को काटने में कामयाबी मिली. अब ड्रम काटने के बाद उसके अंदर जमे हुए सीमेंट के टुकड़ों को भी मशीन से काटने का काम शुरू हो जाता है. थोड़ी देर बाद सारे टुकड़े अलग हो जाते हैं और फिर उन्हीं टुकड़ों में से करीब 3 टुकड़ों में बिखरा सौरभ कुमार बाहर निकल आता है. ड्रम में टुकड़ों में बंद होने के पूरे 14 दिन बाद.
रेस्क्यू ऑपरेशन खत्म हो जाने के बाद BLA ने दावा किया है कि जाते वक्त दो सौ से ज्यादा मुसाफिर उसके कब्जे में थे. जिन्हें मार दिया गया है. हालांकि पाकिस्तानी फौज इस पर चुप्पी साधे हुए है. जबकि बीएलए के 33 लड़ाकों के मारे जाने की खबर पर भी पाकिस्तानी सेना और बीएलए खामोश हैं.
शहजादी का मुकदमा जब अबू धाबी की कोर्ट में चल रहा था, तब खुद फैज ने एक बार अदालत से पूछा था कि क्या शहजादी की सजा को उम्रकैद में तबदील किया जा सकता है? तब अदालत ने कहा था कि अब इसमें काफी देरी हो चुकी है.
वो ट्रेन पहाड़ियों के बीच खड़ी है. ट्रेन के बाहर बंधंक यात्री बंदूक के निशाने पर हैं. क्वेटा से वहां दो सौ ताबूत मंगवाए गए हैं. पाकिस्तान की सबसे बड़ी ट्रेन हाईजैकिंग को क्वेटा से 157 किलोमीटर दूर अंजाम दिया गया. जहां मशकफ़ टनल में पाकिस्तान रेलवे की एक पूरी की पूरी ट्रेन हाईजैक हो कर खड़ी है.
बहराइच का नानपारा थाना इलाके में एक नहर बहती है. उसी नहर के किनारे पुलिस को एक महिला की सिर कटी लाश मिली. लाश का सिर वहां था ही नहीं. 7 मार्च को सामने आई ये कत्ल की एक ऐसी पहेली थी, जिसका खुलासा एक कटे हुए सिर और एक अजीबोगरीब हथियार की बरामदगी के साथ हुआ.
दरवाजा टूटने पर कमरे का जो मंजर सामने था, उसे देखते ही एक साथ पूरे घर की चीख निकल गई. दुल्हन शिवानी बिस्तर पर मुर्दा पड़ी थी और बिस्तर के ठीक ऊपर पंखे से दूल्हे प्रदीप की लाश फंदे से झूल रही थी. फौरन प्रदीप की लाश को नीचे उतारा गया.
Bihar Tanishq Robbery Case: बिहार के आरा में अपराधियों ने दिनदहाड़े बड़ी वारदात को अंजाम दिया. तनिष्क ज्वेलरी शोरूम से करीब 25 करोड़ रुपए के गहनों की की लूट कर अपराधी फरार हो गए. उनकी संख्या करीब 8 बताई जा रही है, जिन्होंने 24 मिनट तक तांडव मचाया. शोरूम में मौजूद कर्मचारियों को बंधक बना लिया.
अमन साहू ने महज 17 साल की उम्र में जुर्म का रास्ता चुन लिया था. फिर उसने पलटकर पीछे नहीं देखा. हत्या, रंगदारी, लूटपाट और वसूली जैसे काम अंजाम देकर वो अंडरवर्ल्ड का बड़ा डॉन बनना चाहता था. यही नहीं वो खुद को अंडरवर्ल्ड डॉन लॉरेंस बिश्नोई का करीबी बताया करता था.
Karnataka Hampi Gangrape Case: कर्नाटक के हम्पी में इजराइली पर्यटक समेत 2 महिलाओं के साथ गैंगरेप के मामले में पुलिस ने 2 लोगों को गिरफ्तार किया है. तीसरा आरोपी फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है. कोप्पल के पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपियों की पहचान मल्लेश और चेतन साई के रूप में हुई है.
15 फरवरी को अबू धाबी में शहजादी को सजा-ए-मौत दिए जाने के ठीक 13 दिन बाद 28 फरवरी को दो और भारतीयों को भी मौत की सजा दी गई थी. ये दोनों केरल के रहने वाले थे. इनमें से एक का नाम मोहम्मद रिनाश और दूसरे का मुरलीधरन था. रिनाश पर एक यूएई नागरिक के कत्ल और मुरलीधरन पर एक भारतीय नागरिक के कत्ल का इल्जाम था.
नडियाद की पुलिस एक ऐसे केस की बारीकियों को समझने में जुटी थी, जिसमें एक शख्स के हाथों तीन लोगों को खौफनाक साइलेंट डेथ दी गई. यानी एक ऐसा ट्रिपल मर्डर जिसमें मौत की शुरुआती वजह तो हार्ट अटैक पाई गई, लेकिन जब पुलिस वजह की गहराई में उतरी तो पता चला कि ये एक खतरनाक जहरीली साज़िश थी.
कौशांबी से गिरफ्तार बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) के आतंकी लाजर मसीह (Lajar Masih) ने पूछताछ में बड़ा खुलासा किया है. लाजर मसीह ने बताया कि सर्विलांस से बचने के लिए वह बिना सिम का फोन रखता था. जब कभी उसे पुर्तगाल और पाकिस्तान में बैठे ISI हैंडलर से बात करनी होती तो वह किसी से वाईफाई मांग कर इंटरनेट यूज कर लेता था.
एक मामले की दो तस्वीरें हैं. पहली तस्वीर में रोहतक के सांपला इलाके में मौजूद पुलिस वालों ने दिन के उजाले में एक बैग को खोला. दूसरी तस्वीर में एक शख्स रात के अंधेरे में एक बैग लिए बेफिक्र चलता दिखाई दिया. दोनों ही तस्वीरों में जो बैग है, वो एक ही है.
Judicial Commission Report on Hathras Stampede: हाथरस में भोले बाबा के सत्संग में मची भगदड़ के लिए जांच आयोग ने पुलिस, प्रशासन और आयोजकों को दोषी माना है. पुलिस और प्रशासन ने अपने कर्मचारियों की समय से ड्यूटी स्थल पर उपस्थिति सुनिश्चित करने की कोई व्यवस्था ही नहीं की थी.
हिमानी नरवाल मर्डर केस से जुड़े इन तीन सबसे अहम किरदारों में एक है हिमानी का भाई, दूसरी उसकी मां और तीसरे इस केस की जांच करने वाले टीम के बॉस यानि हरियाणा पुलिस के एडीजी (ADG) कृष्ण कुमार राव. हिमानी के भाई के हिसाब से उसके परिवार में ये कोई पहला कत्ल नहीं है.
Shahzadi Khan Death Row: अबू धाबी में चार महीने के बच्चे की हत्या के मामले में भारतीय महिला शहजादी खान को 15 फरवरी को फांसी दे दी गई. सोमवार को दिल्ली हाईकोर्ट में मृतक महिला के पिता की ओर से दायर याचिका पर सुनवाई के दौरान ये जानकारी दी गई है.