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New Year Good News: नए साल की पहली गुड न्यूज... आपका इंतजार होगा खत्म?

Job 2025: भारत के जॉब मार्केट में तेजी के संकेत इससे पहले आई फाउंडिट की रिपोर्ट में भी देखे गए थे. इस रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि 2025 में हायरिंग में 9 फीसदी की बढ़ोतरी होगी.

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new jobs in 2025
new jobs in 2025

नए साल में नौकरियों की तलाश करने वालों को गुड न्यूज मिलने की भरपूर संभावना है. दरअसल, अभी तक आईं दो अलग-अलग एजेंसियों की रिपोर्ट में 2025 में हायरिंग की रफ्तार तेज होने का भरोसा जताया गया है. नई नौकरियों को बढ़ाने में सबसे ज्यादा योगदान आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी AI और डेटा एनालिटिक्स जैसी नई तकनीकों का हो सकता है. 

इसके असर से 2025 में भारतीय कंपनियों के भर्ती के ट्रेंड पूरी तरह से बदलने का अनुमान है. CIEL HR की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक 2024 के मुकाबले में 2025 में कम से कम 10 फीसदी ज्यादा हायरिंग होगी. AI और डेटा एनालिटिक्स के अलावा सेमीकंडक्टर, साइबरसिक्योरिटी और रिन्यूएबल एनर्जी जैसे सेक्टर्स इस हायरिंग में महत्वपूर्ण रोल निभाएंगे. 

साल 2025 में बरसेंगी नौकरियां 

इस रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय कंपनियां ज्यादा हायरिंग करने के साथ ही अपने कर्मचारियों की स्किल को सुधारने के लिए भी काम करेंगी. कंपनियां चाहती हैं कि उनके कर्मचारी बदलते समय के साथ कदमताल कर सकें और नए जमाने की हर जरूरत के हिसाब से खुद को तैयार करने में कामयाब हो जाएं. 

भारत के जॉब मार्केट में तेजी के संकेत इससे पहले आई फाउंडिट की रिपोर्ट में भी देखे गए थे. इस रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि 2025 में हायरिंग में 9 फीसदी की बढ़ोतरी होगी. इसमें भी एज कंप्यूटिंग, क्वांटम एप्लिकेशन और साइबर सिक्योरिटी जैसी नई तकनीकों का बड़ा रहेगा. 

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इस सेक्टर के लिए बल्ले-बल्ले
 
जिनके दम पर भारत का जॉब मार्केट तेजी से बदलने के लिए तैयार है. फाउंडिट के मुताबिक कंपनियां अब केवल अनुभवी प्रोफेशनल्स के भरोसे नहीं रहेंगी. वो नई स्किल से लैस युवा कर्मचारियों की भी तलाश कर रही हैं. कुल मिलाकर देखा जाए तो 2025 में भारतीय जॉब मार्केट अपने आकार को बढ़ाने के लिए पूरी तरह से तैयार है. 

नई टेक्नोलॉजी और इनोवेशन इसमें बड़ी भूमिका निभाएंगे, लेकिन रिटेल सेक्टर भी इस बदलाव में पीछे नहीं रहेगा. इस सेक्टर में 2025 में 12 फीसदी की बढ़ोतरी का अनुमान है. टियर-2 और टियर-3 शहरों में ग्राहकों का खर्च बढ़ने से ये इजाफा देखा जा रहा है.

जाहिर है इस बदलाव से कंपनियों को तो फायदा होगा ही साथ ही भारतीय जॉब मार्केट में भी नौकरी के नए मौके पैदा होंगे. लेकिन इसके लिए कर्मचारियों को लगातार अपनी स्किल्स को अपग्रेड करना होगा. 
 

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