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अडानी ग्रुप को चाहिए 7500 करोड़ का लोन, इन बैंकों से किया संपर्क 

अडानी समूह को मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड पर लदे भारी कर्ज को निपटाने के लिए यह रकम चाहिए. मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (MIAL) का बहुल हिस्सा अडानी ग्रुप ने पिछले साल ही खरीदा है.

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अडानी ग्रुप को भारी कर्ज की दरकार (फाइल फोटो: Getty Images)
अडानी ग्रुप को भारी कर्ज की दरकार (फाइल फोटो: Getty Images)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • अडानी समूह को चाहिए बड़ा लोन
  • कर्ज देनदारी निपटाने की योजना

गौतम अडानी के Adani Group को 7500 करोड़ रुपये (करीब 1 अरब अमेरिकी डॉलर) का लोन चाहिए. समूह ने इसके लिए कई बैंकों से संपर्क किया है. अडानी समूह को मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड पर लदे भारी कर्ज को निपटाने के लिए यह रकम चाहिए. 

गौरतलब है कि मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (MIAL) का बहुल हिस्सा अडानी ग्रुप ने पिछले साल ही खरीदा है. यह कंपनी मुंबई एयरपोर्ट का संचालन करती है. MIAL के उपर करीब 8,000 करोड़ रुपये का कर्ज है. 

कई बैंकों से बातचीत

ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार करीब 1 अरब डॉलर का लोन लेने के लिए अडानी समूह की Barclays Plc और जेपी मॉर्ग चेज ऐंड कंपनी जैसे कई बैंकों से बातचीत चल रही है. इन बैंकों की फंडिंग से अडानी समूह को काफी राहत मिलेगी. हालांकि इस बारे में अभी बार्कलेज, जेपी मॉर्गन, अडानी या जीवीके समूह ने कोई बयान जाारी ​नहीं किया है. 

GVK ग्रुप से डील

अडानी समूह ने MIAL की 50.5 हिस्सेदारी खरीदने के लिए पिछले साल अगस्त में GVK ग्रुप से डील किया था. इस डील के अनुसार जीवीके एयरपोर्ट डेवलपर्स का कर्ज भी अडानी समूह चुकाएगा. सूत्रों के मुताबिक MIAL पर करीब 8,000 करोड़ रुपये का कर्ज है. 

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इस साल फरवरी में अडानी एयरपोर्ट ने दो दक्षिण अफ्रीकी कंपनियों की इसमें 23.5 फीसदी हिस्सेदारी खरीद ली. कंपनी ने बताया कि उसके एयरपोर्ट डिवीजन ने उसने दक्षिण अफ्रीका के बिडवेस्ट ग्रुप की 13.5 फीसदी और एयरपोर्ट कंपनी की 10 फीसदी हिस्सेदारी करीब 1,685 करोड़ रुपये में खरीदी है. 

कोरोना महामारी के दौरान एविएशन इंडस्ट्री की हालत खराब है. रेटिंग एजेंसी ICRA ने मार्च में कहा है कि भारतीय एयरपोर्ट्स को वित्त वर्ष 2020-21 में करीब 5,400 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था. 

 

 

 

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