बांदा में नहर की सफाई के बाद 500 बीघे धान की फसल बर्बाद, किसानों ने DM से मुआवजे की गुहार

बांदा जिले के बबेरू तहसील में नहर की सफाई के बाद पानी छोड़े जाने से किसानों की 500 बीघे से ज्यादा धान की फसल बर्बाद हो गई. खेतों में तीन फीट से ज्यादा पानी भरने के कारण किसान भुखमरी की स्थिति में पहुंच गए हैं. डीएम ने तहसीलदार और नहर विभाग के अफसरों को जांच के लिए भेजा है और मुआवजे का भरोसा दिया है.

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पीड़ित किसानों ने डीएम से लगाई गुहार पीड़ित किसानों ने डीएम से लगाई गुहार

सिद्धार्थ गुप्ता

  • बांदा ,
  • 05 नवंबर 2024,
  • अपडेटेड 7:00 PM IST

उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में नहर की सफाई के बाद छोड़े गए पानी ने किसानों के खेतों में तबाही मचा दी. बबेरू तहसील के शिव गांव के दर्जनों किसानों की धान की पकी फसल पानी में डूबकर सड़ गई. किसानों का कहना है कि करीब 500 बीघे से ज्यादा फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है. खेतों में तीन फीट से अधिक पानी भरने से हालात बाढ़ जैसे हो गए हैं.

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मंगलवार को परेशान किसानों का एक समूह डीएम ऑफिस पहुंचा और मुआवजे की मांग की. किसानों का कहना है कि फसल बर्बाद होने से भुखमरी की स्थिति पैदा हो गई है. कुछ किसानों ने कहा, हमारे पास अब बेटियों की शादी करने और परिवार का पेट भरने के लिए भी पैसे नहीं बचे हैं. तहसील स्तर पर कोई सुनवाई न होने की वजह से किसानों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मदद की गुहार लगाई है.

500 बीघे से ज्यादा फसल हुई बरबाद 

किसानों ने नारेबाजी करते हुए चेतावनी दी कि अगर उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वे बच्चों समेत धरना प्रदर्शन करेंगे. इस बीच, डीएम नगेंद्र प्रताप ने किसानों को भरोसा दिलाते हुए कहा है कि नहर का पानी जल्द बंद कराया जाएगा.

डीएम ने किसानों को दिया मदद का भरोसा 

इसके अलावा एसडीएम बबेरू नमन मेहता ने बताया कि तहसीलदार और नहर विभाग के अधिकारियों को मामले की जांच के लिए भेजा गया है. फसल के नुकसान का सर्वे कराया जा रहा है और जांच रिपोर्ट के आधार पर किसानों को सरकार की तरफ से उचित मुआवजा दिलाया जाएगा.

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