बिहार विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस की टॉप लीडरशिप ने जोरदार प्रचार अभियान शुरू कर दिया है. स्टार प्रचारक राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और प्रियंका गांधी वाड्रा खुद मैदान में उतरकर एनडीए सरकार के खिलाफ सीधा हमला बोलने की तैयारी में हैं.
‘मतदाता अधिकार यात्रा’ के बाद राहुल गांधी बिहार में फिर से जोरदार एंट्री करने जा रहे हैं. पहले चरण में वे 7 नवंबर तक करीब 12 चुनावी रैलियां करेंगे. इनमें तेजस्वी यादव के साथ कई संयुक्त रैलियां भी शामिल हैं ताकि महागठबंधन की एकता का संदेश दिया जा सके. कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के मुताबिक राहुल गांधी प्रधानमंत्री मोदी और नीतीश कुमार की ‘डबल इंजन सरकार’ के खिलाफ तेज हमला करने वाले हैं.
राहुल गांधी की बिहार में वापसी
राहुल गांधी अपनी पहली रैली 29 अक्टूबर को मुजफ्फरपुर जिले के सकरा से शुरू करेंगे. यहां वे कांग्रेस प्रत्याशी के लिए प्रचार करेंगे और उनके साथ तेजस्वी यादव भी रहेंगे. इस रैली में राजापाकर और मुजफ्फरपुर सीट के उम्मीदवार भी मौजूद रहेंगे. खास बात ये है कि राजापाकर सीट पर कांग्रेस विधायक प्रतीमा सिंह और सीपीआई उम्मीदवार मोहित के बीच दोस्ताना मुकाबला चल रहा है.
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ये रणनीतिक कदम ऐसे वक्त पर उठाया गया है जब गठबंधन के भीतर सीट बंटवारे को लेकर खींचतान और मतभेदों की खबरें सामने आई हैं. उसी दिन राहुल गांधी दरभंगा में आरजेडी उम्मीदवार के समर्थन में एक और रैली करेंगे ताकि ये संदेश जाए कि कांग्रेस और आरजेडी के बीच सब ठीक है. राहुल की योजना है कि वे बेनीपुर, बरबीघा, नालंदा, खगड़िया, पूर्णिया, बहादुरगंज, औरंगाबाद, वजीरगंज, फोर्ब्सगंज और बरारी जैसे अहम इलाकों में रोज दो रैलियां करें. इसके अलावा 9 नवंबर के आसपास सभी गठबंधन दलों के साथ एक बड़ी संयुक्त रैली की भी तैयारी है.
प्रियंका गांधी वाड्रा की अहम भूमिका
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा अपनी चुनावी मुहिम की शुरुआत बेगूसराय जिले की बछवाड़ा सीट से करेंगी. यहां बिहार यूथ कांग्रेस अध्यक्ष गरीब दास का मुकाबला सीपीआई के अवधेश राय से है. ये सीट गठबंधन में सबसे विवादित सीटों में से एक रही है इसलिए प्रियंका गांधी की मौजूदगी यहां बेहद अहम मानी जा रही है.
प्रियंका अपने तेज भाषणों और प्रधानमंत्री मोदी पर सीधे हमलों के लिए जानी जाती हैं. इस बार वे महिला वोटर्स से सीधा जुड़ाव बनाने पर खास ध्यान देंगी. उनका शेड्यूल आठ नवंबर तक करीब 8 रैलियों का है जिनमें बेगूसराय, बेलदौर, खगड़िया, लखीसराय, बरबीघा, रोसड़ा, गोविंदगंज, चंपटिया, कदवा और कसबा जैसी सीटें शामिल हैं. प्रियंका की रैलियां सिर्फ कांग्रेस के लिए नहीं बल्कि पूरे महागठबंधन के उम्मीदवारों को साथ लेकर चलने का संदेश भी देंगी. उनकी रैलियां 1 नवंबर से शुरू होंगी.
मल्लिकार्जुन खड़गे का फोकस्ड कैंपेन
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे सीमित लेकिन रणनीतिक कैंपेन करने जा रहे हैं. उनका फोकस गोपालगंज, अमरपुर और कुटुंबा जैसी सीटों पर रहेगा. वे 10 नवंबर को प्रस्तावित एक बड़ी संयुक्त रैली में भी हिस्सा लेंगे. हालांकि हाल में उनकी तबीयत को लेकर चिंताएं थीं लेकिन इसके बावजूद खड़गे का बिहार दौरा दिखाता है कि कांग्रेस की टॉप लीडरशिप चुनाव को कितनी गंभीरता से ले रही है. उनका प्रचार दलित वोटरों को साधने और कांग्रेस कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने पर केंद्रित रहेगा. वे अपनी रैलियां 31 अक्टूबर से शुरू करेंगे.
रणनीतिक अभियान: कांग्रेस और महागठबंधन में नई ऊर्जा
कांग्रेस का ये पूरा अभियान राहुल गांधी का करिश्मा, प्रियंका गांधी की अपील और खड़गे की राजनीतिक गंभीरता का एक रणनीतिक मिश्रण है. तीनों नेताओं का लक्ष्य है पार्टी और गठबंधन के समर्थकों में नई ऊर्जा भरना और एनडीए को कड़ी टक्कर देना.
इन सीटों पर महागठबंधन के घटक दलों के बीच चल रही ‘फ्रेंडली फाइट’
वैशाली
नरकटियागंज
कहलगांव
राजापाकर
बछवाड़ा
बिहारशरीफ
रोसड़ा
दरभंगा (गौरा बौराम सीट पर आरजेडी बनाम वीआईपी)
लालगंज
तारापुर
पिपरा
चेनपुर
इनमें लगभग 5 सीटों पर कांग्रेस बनाम आरजेडी, 4 पर कांग्रेस बनाम CPI और 2-3 सीटों पर आरजेडी बनाम वीआईपी का मुकाबला है.
ये टकराव ज्यादातर स्थानीय स्तर के मतभेद और सीट बंटवारे पर लिखित समझौते की कमी के कारण हुए हैं. इन सीटों पर कांग्रेस अपने उम्मीदवारों के लिए पूरी ताकत झोंक रही है.
कांग्रेस की रणनीति पर क्या बोले वरिष्ठ नेता
एक वरिष्ठ कांग्रेसी नेता ने कहा कि पार्टी नेतृत्व उस वक्त प्रचार में उतरेगा जब चुनाव अभियान अपने चरम पर होगा. हमारा फोकस उन सीटों पर है जहां थोड़ा पुश मिल जाए तो हालात बदल सकते हैं. हम खासतौर पर दलित वोट बैंक वाली सीटों पर फोकस कर रहे हैं क्योंकि राहुल गांधी लगातार हाशिए के लोगों की आवाज उठा रहे हैं. महिला वोटर भी कांग्रेस के लिए अहम हैं, इसलिए प्रियंका गांधी महिलाओं के मुद्दों और घोषणापत्र को प्रमुखता से प्रचारित करेंगी. इसी वजह से टॉप लीडरशिप उन सीटों पर जा रही है जहां कांग्रेस के जीतने की संभावना ज्यादा है.
Exclusive: प्रियंका गांधी का बिहार कैंपेन शेड्यूल
बछवाड़ा - 1 नवंबर
बेलदौर - 1 नवंबर
लखीसराय - 3 नवंबर
रोसड़ा (SC) - 3 नवंबर
गोविंदगंज - 6 नवंबर
चंपटिया - 6 नवंबर
कदवा - 8 नवंबर
कसबा - 8 नवंबर
राहुल गांधी का बिहार कैंपेन शेड्यूल
सकरा (SC) - 29 अक्टूबर
बेनीपुर - 30 अक्टूबर
बरबीघा - 30 अक्टूबर
नालंदा - 2 नवंबर
खगड़िया - 2 नवंबर
पूर्णिया - 4 नवंबर
बहादुरगंज - 4 नवंबर
औरंगाबाद - 5 नवंबर
वजीरगंज - 5 नवंबर
फोर्ब्सगंज - 7 नवंबर
बरारी - 7 नवंबर
मौसमी सिंह