मुजफ्फरपुर
मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) भारत के बिहार राज्य (Bihar) का एक जिला है. यह तिरहुत डिवीजन (Tirhut division) और मुजफ्फरपुर जिले का मुख्यालय भी है. यह बिहार का चौथा सबसे अधिक आबादी वाला शहर है. यह शहर बूढ़ी गंडक (Burhi Gandak River) नदी के तट पर स्थित है, जो हिमालय (Himalayas) के सोमेश्वर पहाड़ियों (Someshwar Hills) से बहती है और मुजफ्फरपुर जिले से दक्षिण-पूर्व दिशा में लगभग 32 किलोमीटर की दूरी तक बहती है. इस जिले का क्षेत्रफल 3,172 वर्ग किलोमीटर है (Muzaffarpur Geographical Area)
2011 जनगणना के आंकड़ों के मुताबिक मुजफ्फरपुर की जनसंख्या (Muzaffarpur Population) 48.01 लाख है और यहां प्रति वर्ग किलोमीटर 1,514 लोग रहते हैं (Density). यहां का लिंग अनुपात (Sex Ratio) 900 है. इस जिले की 63.43 फीसदी जनसंख्या साक्षर है. इनमें पुरुष 71.28 फीसदी और महिलाओं की साक्षरता दर 54.67 फीसदी है (Muzaffarpur Literacy).
मुजफ्फरपुर शाही लीची के लिए प्रसिद्ध है और इसे लीची साम्राज्य ( Lychee Kingdom.) के रूप में जाना जाता है. जरदालू आम, कटरनी चावल और मगही पान - सुपारी के लिए भी प्रसिद्ध है. चावल और चीनी मिलिंग कटलरी निर्माण के साथ प्रमुख उद्योग हैं. मुजफ्फरपुर में सबसे प्रसिद्ध मंदिर बाबा गरीब स्थान मंदिर है, इसे बिहार के देवघर के रूप में भी जाना जाता है (Muzaffarpur Economy).
भारतीय सभ्यता में मुजफ्फरपुर का महत्व सांस्कृतिक और आध्यात्मिक प्रभाव रखता है. मुजफ्फरपुर में राजेंद्र प्रसाद (Rajendra Prasad), मघफूर अहमद अजाजी (Maghfoor Ahmad Ajazi), जॉर्ज फर्नांडीस (George Fernandes) और जे.बी. कृपलानी (J. B. Kripalani) जैसे प्रमुख भारतीय राजनीतिक नेता रहे हैं. भाषाविद् जॉर्ज ग्रियर्सन के अनुसार इस क्षेत्र की स्थानीय भाषा मैथिली है और मैथिली की बजिका बोली यहां अधिक आम है (Muzaffarpur Language).
इस शहर की स्थापना 18वीं शताब्दी में मुजफ्फर खान ने की थी और 1864 में एक नगर पालिका का गठन किया गया था. यह शहर एक प्रमुख सड़क और रेल केंद्र है जो यह पटना और नेपाल के बीच का एक व्यापार केंद्र है (Muzaffarpur HIstory).
मुजफ्फरपुर के पारू थाना इलाके में दर्दनाक घटना ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया. यहां पालतू बुलडॉग के हमले में गंभीर रूप से घायल 4 साल की बच्ची की इलाज के दौरान मौत हो गई. बच्ची की मौत से गांव में गुस्से का माहौल है. लोग आवारा और खतरनाक कुत्तों से बच्चों की सुरक्षा पर सवाल उठा रहे हैं.
बिहार में मुजफ्फरपुर के पारू में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. यहां कमलेश सहनी की बेटी शिवानी अपने दो भाइयों और बहनों के साथ जा रही थी. इसी दौरान अचानक एक पालतू बुलडॉग तेजी से दौड़ता हुआ आया और बच्ची पर झपट पड़ा. कुत्ते ने बच्ची को सिर से पकड़ लिया और इतने बेरहमी से हमला किया कि उसके सिर की चमड़ी तक उधड़ गई और बाल नोच लिए. घायल बच्ची की अस्पताल में मौत हो गई.
मुजफ्फरपुर जिले के बाबा दूधनाथ महादेव मंदिर के तालाब में सैकड़ों मछलियाँ मौजूद हैं जिनको स्थानीय लोग नहीं खाते. यह तालाब और मंदिर की कहानी आपस में जुड़ी हुई है. मंदिर में शिवलिंग पर कुल्हाड़ी का निशान देखकर पता चलता है कि तालाब कब बनाया गया था. स्थानीय आस्था के अनुसार मंदिर में झूठ बोलने वाला जल्दी सजा पाता है और मन्नत पूरी होने पर एक विशेष गठबंधन किया जाता है.
यह कहानी है बिहार के मुजफ्फरपुर के एक गांव की जहां सैकड़ों चमगादड़ सदियों से एक ही जगह रहते आ रहे हैं. ये चमगादड़ अपने खास धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व के कारण इस स्थान को कभी नहीं छोड़ते.
बिहार के मुजफ्फरपुर में एक गांव ऐसा है, जहां लाखों चमगादड़ रहते हैं और इस गांव को कभी छोड़कर नहीं जाते. मान्यता है कि एक बार जब चमगादड़ इस गांव को छोड़कर चले गए थे तो इस गांव में अकाल पड़ गया था. इतना ही नहीं बिहार के इस गांव में लोग रात के समय चमगादड़ का नाम नहीं लेते. मुजफ्फरपुर के इस गांव में लोगों की मान्यता है कि जो चमगादड़ यहां रहते हैं वो महादेव का आशीर्वाद है. आखिर क्या है पूरा मामला, जानने के लिए देखिए हमारी ये खास पेशकश.
बिहार के मुजफ्फरपुर में एक लड़की की गोली मारकर हत्या कर दी गई. पुलिस का कहना है कि शादी से इनकार किए जाने के बाद गांव के रहने वाले लड़के ने वारदात को अंजाम दिया था. पुलिस ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं एक अन्य की तलाश की जा रही है.
मुजफ्फरपुर के मुसहरी थाना क्षेत्र में 21 वर्षीय कोचिंग शिक्षिका कोमल कुमारी की अज्ञात युवक ने तरौरा बांध के पास गोली मारकर हत्या कर दी. घायल अवस्था में उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित किया गया. पुलिस ने गोली का खोखा बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है. आरोपी की पहचान और गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है.
बिहार के मुजफ्फरपुर में बेखौफ बदमाशों ने एक 21 वर्षीय कोचिंग में पढ़ाने वाली शिक्षिका की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी. यह वारदात मुसहरी थाना क्षेत्र के तरौरा बांध के पास देर शाम हुई. मृतका की पहचान तरौरा गांव निवासी कैलाश चौधरी की पुत्री कोमल कुमारी के रूप में हुई है. घटना के बाद से पूरे इलाके में दहशत का माहौल फैल गया है.
मुजफ्फरपुर पुलिस ने एक युवती करिश्मा अजीज के खिलाफ सोशल मीडिया पर भ्रामक वीडियो पोस्ट करने के आरोप में FIR दर्ज की है. वह वीडियो बिहार चुनाव के बाद नेपाल के GEN-Z जैसे हिंसक विरोध का माहौल दिखा रहा था. साइबर सेल ने इसे जन-शांति भंग करने और अफवाह फैलाने की कोशिश माना है. FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है.
बिहार के मुजफ्फरपुर में शॉर्ट सर्किट के चलते एक घर में आग लग गई. जिससे एक ही परिवार के 5 लोगों की जलकर मौत हो गई. जबकि 5 अन्य लोग झुलस गए. जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
उत्तर बिहार के बाबा गरीबनाथ मंदिर में पुजारियों के बीच विवाद मारपीट में बदल गया. प्रधान पुजारी विनय पाठक और पुजारी अभिषेक पाठक के बीच कहासुनी के बाद धक्का-मुक्की हुई, जो CCTV में कैद हो गई. घटना के बाद मंदिर में हड़कंप मच गया. संतोष पाठक ने FIR दर्ज कराई और DM को पूरे मामले की जानकारी दी.
बिहार के मुजफ्फरपुर में 2012 का नवरुणा चक्रवर्ती अपहरण कांड आज भी अनसुलझा है. लैंड माफिया के शक में सीबीआई जांच हुई, लेकिन कोई दोषी नहीं पकड़ा गया. 12 साल की मासूम की हत्या ने बिहार की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए थे. पढ़ें पूरी कहानी.
मुजफ्फरपुर के गायघाट विधानसभा क्षेत्र में जेडीयू उम्मीदवार कोमल सिंह अपने अनोखे चुनाव प्रचार को लेकर चर्चा में हैं, जहां वह बुलेट पर सवार होकर वोट मांग रही हैं. कोमल सिंह ने कहा, 'हमारा बिहार आगे बढ़ रहा है, लेकिन दुर्भाग्य रहा है गायघाट का कि गाय घाट में पिछले 10 वर्षों से महागठबंधन के विधायक रहे.'
बिहार के मुजफ्फरपुर में योगी आदित्यनाथ की चुनावी सभा से पहले ही बुलडोजर पहुंच गया. सभा स्थल पर बुलडोजर को देखने और उसके साथ सेल्फी लेने वालों की भीड़ जुटी रही. लोगों में चर्चा रही कि अब बिहार में भी चलेगा बुलडोजर. समर्थक इसे भ्रष्टाचार और अपराध के खिलाफ सख्त शासन का प्रतीक मान रहे हैं.
बिहार चुनाव की गहमागहमी के बीच मुजफ्फरपुर से यह ग्राउंड रिपोर्ट जनता के मिजाज और सियासी हलचल को सामने लाती है. इस दौरान, स्थानीय लोग विकास, जल-जमाव, शिक्षा और शराबबंदी जैसे मुद्दों पर बंटे हुए नजर आए. कुछ ने नीतीश सरकार के कामों की सराहना की, तो वहीं कई लोगों ने विकास को केवल कागजी बताया. एनडीए और महागठबंधन के घोषणापत्रों में किए गए वादों, खासकर नौकरियों और किसान सम्मान निधि को लेकर भी तीखी बहस जारी है.
बिहार के मुजफ्फरपुर में आज तक के मंच पर शराबबंदी, बेरोजगारी, और विकास के मुद्दों पर जनता और नेताओं के बीच तीखी बहस हुई. इस चर्चा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों पर जमकर सवाल उठाए गए.
PM Modi ने बिहार के मुजफ्फरपुर में लहराया गमछा, जानिए इसके पीछे कौन सा संदेश छिपा है
कांग्रेस नेता राहुल गांधी एक बार फिर कानूनी मुसीबत में फंस गए हैं. बिहार चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और छठ महापर्व को लेकर दिए बयान पर मुजफ्फरपुर की अदालत में उनके खिलाफ शिकायत दर्ज हुई है. दिलचस्प बात यह है कि ये पहला मौका नहीं है जब राहुल गांधी के किसी बयान पर यहां केस दर्ज हुआ हो, मुजफ्फरपुर की कोर्ट में उनसे जुड़े ऐसे कई मामले पहले से चल रहे हैं.
आज तक के विशेष चुनावी कार्यक्रम 'हल्ला बोल' में बिहार के मुजफ्फरपुर से राज्य के ज्वलंत मुद्दों पर गहन चर्चा हुई. इस कार्यक्रम में मोकामा हत्याकांड, एनडीए के घोषणापत्र और जनता के स्थानीय मुद्दों पर गर्मागर्म बहस देखने को मिली. उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने आज तक पर बयान दिया कि नीतीश कुमार 14 नवंबर के बाद भी मुख्यमंत्री होंगे. मोकामा में दुलारचंद यादव की हत्या का मामला राजनीतिक केंद्र में रहा, जिसमें जेडीयू प्रत्याशी अनंत सिंह सहित पांच लोगों पर एफआईआर दर्ज हुई और चुनाव आयोग ने रिपोर्ट तलब की.
राहुल गांधी ने बिहार की अपनी कुछ रैलियों में पीएम मोदी को लेकर कई विवादित बयान दिए थे. मुजफ्फरपुर की रैली में राहुल गांधी ने कहा था कि अगर आप वोट के लिए पीएम मोदी को नाचने के लिए भी कहेंगे तो वो नाचने लगेंगे.
भारतीय जनता पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर विवादित टिप्पणी को लेकर राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई है.