तेजस्वी यादव (राजनेता)
तेजस्वी प्रसाद यादव (Tejashwi Yadav) एक भारतीय राजनेता और मौजूदा वक्त में बिहार के विधायक दल के नेता प्रतिपक्ष है. खास बात ये कि वे देश के सबसे कम उम्र के विपक्ष के नेता हैं. वे राष्ट्रीय जनता दल (Rashtriya Janta Dal, RJD) की अगुवाई करते हैं, जो बिहार की सबसे बड़ी राजनैतिक पार्टी है.
वे राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Yadav) और राबड़ी देवी (Rabri Devi) के बेटे हैं. 9 नवंबर, 1989 को जन्मे तेजस्वी अपने नौ भाई-बहनों में सबसे छोटे हैं. बिहार के इस नेता की एजुकेशन को लेकर विरोधी सवाल उठाते रहे हैं. तेजस्वी सिर्फ नौंवीं पास और स्कूल ड्रॉप आउट (School Drop-out) हैं. 2008 से 2012 तक वे एक पेशेवर क्रिकेटर के तौर पर आईपीएल (IPL) टीम दिल्ली डेयरडेविल्स (Delhi Daredevils) का हिस्सा रहे लेकिन उन्हें एक भी मैच खेलने का मौका नहीं... और पढ़ें
ऐश्वर्या राय और तेज प्रताप यादव की शादी 2018 को पटना में हुई थी. छह महीने बाद तेज प्रताप यादव ने पटना के फैमिली कोर्ट में तलाक का केस दाखिल कर दिया था. वहीं मंगलवार को तेज प्रताप अपनी मां और पूर्व सीएम राबड़ी देवी के साथ पटना हाईकोर्ट पहुंचे जबकि ऐश्वर्या राय अपने पिता चंद्रिका राय के साथ पहुंचीं.
निरहुआ ने आजमगढ़ में उपचुनाव जीतने के बाद लखनऊ में सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने कहा कि पीएम मोदी और सीएम योगी सब कुछ छोड़कर समाजसेवा में लगे हुए है. इसके साथ ही आजमगढ़ से चुनाव लड़ने पर सीएम योगी ने क्या कहा, इस पर भी निरहुआ ने खुलकर चर्चा की.
अग्निपथ योजना को लेकर बिहार विधानसभा में पिछले 3 दिनों से बवाल मचा हुआ है. अग्नीपथ के मुद्दे पर विधानसभा में सदन के अंदर और बाहर लगातार आरजेडी और कांग्रेस समेत विपक्षी दल हंगामा कर रहे हैं. सभी विपक्षी दल अब मॉनसून सत्र के बाकी बचे 2 दिन सदन का बहिष्कार करेंगे. 24 जून से शुरू हुआ मॉनसून सत्र 30 जून तक चलना है. इस दौरान विधानसभा की पांच बैठकें होनी थीं.
आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा उपचुनाव नतीजे के बाद सपा सवालों के घेरे में है. बसपा प्रमुख मायावती से लेकर असदुद्दीन ओवैसी और राष्ट्रीय उलेमा काउंसिल तक ने मुस्लिम वोटों को लेकर सपा के खिलाफ सियासी चक्रव्यूह रचना शुरू कर दिया है. ऐसे में अगर मुस्लिम वोटर सपा से छिटका तो अखिलेश के लिए काफी बड़ी चुनौती खड़ी हो सकती है.
रामपुर और आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव में मिली हार से सपा हताश है तो सहयोगी दल बेचैन हैं. सपा के कोर वोटबैंक में बीजेपी सेंधमारी करने में कामयाब रही है, जिसके चलते अखिलेश यादव के सहयोगी दलों को भविष्य की चिंता सताने लगी है. ऐसे में ओम प्रकाश राजभर से लेकर संजय चौहान तक अखिलेश यादव पर सवाल खड़े करने लगे हैं?
18 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव होना है. एनडीए ने द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाया है. उनके समर्थन में यूपी से महज दो दिन में 8608 वोट बढ़ गए हैं. क्योंकि आजमगढ़ औऱ रामपुर की लोकसभा सीट अब बीजेपी के खाते में आ गई है. लिहाजा मायावती ने भी द्रौपदी मुर्मू के समर्थन का ऐलान किया है.
सूर्यकुमार यादव चोट से उबरने के बाद भारतीय टीम में वापसी कर रहे थे. लेकिन उनकी वापसी सुखद नहीं रही और वह पहली ही गेंद पर पवेलियन चलते बने.
आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा उपचुनाव में बीजेपी को जीत मिली है तो सपा को करारी हार का सामना करना पड़़ा है. यह दोनों ही सीटें सपा की रही हैं, जिसके चलते अखिलेश यादव के लिए सियासी तौर पर बड़ा झटका माना जा रहा है. उपचुनाव नतीजे से बीजेपी के हौसले बुलंद हुए हैं तो अखिलेश यादव और बसपा के लिए सियासी संदेश भी छिपे हैं.
उत्तर प्रदेश में कल आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा सीटों पर उपचुनाव हुआ. उपचुनाव में बीजेपी ने दोनों ही सीटों पर जीत हासिल की है, वहीं समाजवादी पार्टी को हार का सामना करना पड़ा है. इस बीच सपा उम्मीदवार धर्मेंद्र यादव का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है. वीडियो में धर्मेंद्र यादव की इंग्लिश की चर्चा हो रही है.
Azamgarh by-election result: आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव में मायावती का शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली के जरिए दलित-मुस्लिम समीकरण को साधने का दांव सफल रहा है. यही वजह रही कि आजमगढ़ में सपा को करारी हार और बीजेपी को जीत मिली है. मायावती इसी फॉर्मूले पर अब 2024 के चुनाव में आगे बढ़ने का संकेत दे रही है?
आज़मगढ़ और रामपुर में सपा की हार के पीछे बड़े कारण क्या रहे? सत्ता में रहते हुए संगरूर में क्यों नहीं चला AAP का जादू? रणजी में मध्य प्रदेश की जीत का श्रेय किसे जाता है?, सुनिए 'आज का दिन' में अमन गुप्ता के साथ.
शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब (Shahabuddin wife Hina Shahab) के बयान ने बिहार में राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है. माना जा रहा है कि हिना जल्द RJD छोड़ देंगी.
आजमगढ़ से अखिलेश यादव के चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव उपचुनाव लड़ रहे थे. यहां उनको भाजपा के उम्मीदवार दिनेश लाल यादव निरहुआ ने हराया है.
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, अखिलेश यादव में इतना अहंकार है कि जिस सीट से उनके पिता सांसद बने. बाद में वे सांसद बने. वे वहां जाकर जनता को ये भी बताने नहीं गए, कि वे चुनाव नहीं लड़ रहे हैं. इतना अहंकार, इसी की वजह से सपा हार हुई. उन्होंने कहा, अब बीजेपी की जीत के लिए कौन जिम्मेदार है? अखिलेश किसे बी टीम और सी टीम बताएंगे.
धर्मेंद यादव ने कहा कि हमारे कार्यकर्ता लगातार धमकाए जा रहे थे. पुलिस दबाव बना रही थी. हार के बाद बसपा पर निशाना साधते हुए धर्मेंद्र ने कहा कि अगर बीएसपी ने उपचुनाव से पहले राष्ट्रपति चुनाव के लिए एनडीए प्रत्याशी का समर्थन किया होता, तब उन्हें पता चलता.
Azamgarh Lok Sabha Bypoll: साल 2016 में जब उत्तर प्रदेश में अखिलेश सरकार थी, तब निरहुआ को यश भारती सम्मान से नवाजा गया था. आज निरहुआ समाजवादी पार्टी के लिए ही चुनौती बनकर खड़े हो गए हैं. ये हार समाजवादी पार्टी के लिए चिंताजनक है.
राजनीति के दंगल में अपना दमखम दिखाने वाले निरहुआ अपने बयानों और निजी जिंदगी को लेकर भी काफी चर्चा में रहे हैं. एक समय था जब खबर आई थी कि निरहुआ अपनी को-स्टार भोजपुरी एक्ट्रेस आम्रपाली दुबे के साथ रिश्ते में हैं. आइए एक नजर उनके रिश्ते पर.
एक्ट्रेस ने अपनी क्यूटनेस से ना जाने कितने लोगों को दीवाना बनाया हुआ है. सबसे बड़ी बात है कि उन्हें देखकर आपको उर्फी जावेद की याद आना वाजिब है.
यूपी के प्रतापगढ़ में बीते दिनों सपा विधायक आरके वर्मा एक इंजीनियरिंग कॉलेज के निर्माण की हकीकत देखने अपने समर्थकों के साथ पहुंचे थे. इस दौरान जब उन्होंने कॉलेज की दीवार को धक्का दिया तो दीवार भरभराकर गिर गई थी. इस मामले में अब सपा विधायक सहित 6 नामजद और 50 अज्ञात लोगों पर सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का केस दर्ज किया गया है.
बैगन लेल की सक्सेस के बाद खेसारी लाल अग्निवीर बोलबम सॉन्ग लेकर आये हैं. गाना रिलीज होते ही सोशल मीडिया पर ट्रेंड होने लगा है. नये गाने में खेसारी लाल भगवाधारी बन कर शिव की अराधना करते दिखे.
2022 में अखिलेश यादव ने विधानसभा चुनाव जीतने के बाद लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद से ये सीट खाली हो गई थी. अखिलेश ने इस सीट से चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव को उतारा था. मगर, उनका ये दांव कामयाब नहीं हो सका.