मुजफ्फरनगर में सोशल मीडिया पर रील बनाने का जुनून इस कदर हावी हो गया कि आरोपी पुलिस और कानून का मजाक उड़ाते नजर आए. हाथों में हथकड़ी, साथ में पुलिस और कोर्ट परिसर... इन्हीं हालात में बनाई गई एक रील ने पुलिस महकमे में हड़कंप मचा दिया. यह वायरल रील अब आरोपियों के लिए मुसीबत का सबब बन गई है.
मामला तितावी थाना क्षेत्र के पिथौरा गांव का है, जहां 18 दिसंबर को अर्जुन, कुणाल और पंकज नाम के युवकों ने गांव के ही कुछ लोगों के साथ मारपीट की थी. इस घटना के बाद पुलिस ने मामले में केस दर्ज करते हुए 14 दिसंबर को तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया और धारा 151 के तहत एसडीएम सदर की कोर्ट में पेश किया.
कोर्ट में पेशी के दौरान तीनों आरोपी हथकड़ी पहने कोर्ट के बाहर बैठे थे और उनके साथ पुलिसकर्मी भी मौजूद थे. इसी दौरान आरोपियों ने हंसते हुए, मूंछों में ताव देते हुए फिल्मी डायलॉग्स पर एक रील बनवाई. रील में आरोपी यह कहते हुए दिखाई दिए कि थाने में घंटे-दो घंटे रह जाओगे तो क्या फर्क पड़ जाएगा… जेल जाओगे तो नेता बनोगे. इस पूरी हरकत को सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया गया, जो देखते ही देखते वायरल हो गई.
रील वायरल होते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. आम लोगों में नाराजगी देखी गई और पुलिस पर भी सवाल उठने लगे. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधिकारियों ने तत्काल संज्ञान लिया और वायरल रील की जांच शुरू कर दी. जांच के बाद स्पष्ट हुआ कि आरोपियों ने न केवल कानून का मजाक उड़ाया, बल्कि पुलिस और न्यायिक प्रक्रिया की गरिमा को भी ठेस पहुंचाई है.
इसके बाद तितावी थाना पुलिस ने तीनों के खिलाफ एक और एफआईआर दर्ज की. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो आरोपी अर्जुन और कुणाल को फिर गिरफ्तार कर लिया. वहीं तीसरा आरोपी पंकज अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है, जिसकी तलाश में दबिश दी जा रही है. गिरफ्तारी के बाद आरोपियों की हालत ऐसी रही कि वे ठीक से खड़े भी नहीं हो पा रहे थे.
पूरे मामले को लेकर सीओ ने क्या बताया?
इस मामले में सीओ फुगाना नीरज सिंह ने कहा कि 8 दिसंबर को थाना तितावी क्षेत्र के गांव पिथौरा में अर्जुन, कुणाल और पंकज ने गांव के लोगों के साथ मारपीट की थी. 14 दिसंबर को इन्हें चालान कर एसडीएम सदर कोर्ट भेजा गया था.
जमानत के दौरान आरोपियों ने फिल्मी गाने पर रील बनाई, जो वायरल हो गई. उसी का संज्ञान लेते हुए पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. अधिकारियों ने कहा कि कानून व्यवस्था से खिलवाड़ और पुलिस की छवि धूमिल करने की कोशिश किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी. सोशल मीडिया का गलत इस्तेमाल करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.