सीतापुर
सीतापुर भारत के राज्य उत्तर प्रदेश (Sitapur, Uttar Pradesh) का एक शहर और जिला है. यह जिला लखनऊ मंडल का हिस्सा है. सीतापुर लोक सभा के अंतर्गत पांच विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र हैं (Assembly Constituency). इसका क्षेत्रफल 5,743 वर्ग किमी (Area) है.
2011 जनगणना के आंकड़ों के मुताबिक सीतापुर की जनसंख्या लगभग 45 लाख है. यहां हर एक वर्ग किलोमीटर में 781 लोग रहते हैं(Sitapur Populatiion Density ). इस जिले की 61.12 फीसदी जनसंख्या साक्षर है. इनमें पुरुष 70.31 फीसदी और महिलाओं की साक्षरता दर 50.67 फीसदी है (Sitapur Literacy). इस जिले का लिंग अनुपात 888 है (Sex ratio).
इतिहासकारों के मुताबिक सीतापुर का नाम, राजा विक्रमादित्य ने भगवान राम की पत्नी सीता के नाम से प्रभावित होकर रखा था. ऋषि वेद व्यास ने सीतापुर के भूमि पर बहुत कुछ लिखा है (Sitapur... और पढ़ें
यूपी सरकार ने 11 आईपीएस अफसरों का तबादला कर दिया है. कन्नौज के एसपी राजेश श्रीवास्तव को हटाया गया है. इसके साथ ही शफीक अहमद को भी पीटीसी सीतापुर से हटाकर वेटिंग में रखा गया है.
मोहम्मद जुबैर पर सीतापुर के खैराबाद थाने में महंत बजरंग मुनि उदासी, यति नरसिंहानंद सरस्वती, स्वामी आनंद स्वरूप और राष्ट्रीय हिंदू शेर सेना के खिलाफ कथित तौर पर अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल करने का केस दर्ज है.
सीतापुर से बकरीद पर एक अनोखी कुर्बानी देखने को मिली. जहां पर एक युवक ने बकरे की फोटो लगा केक काटकर त्यौहार मनाया. मेराज के मुताबिक कुर्बानी देने के लिए दुनिया में और तमाम तरीके हैं. लोग रक्तदान करें, गरीब लड़कियों की शादी में मदद करें.
फैक्ट चेकर मोहम्मद जुबैर को सुप्रीम कोर्ट से सीतापुर केस में बेल लेकिन वो जेल से बाहर नहीं आ सकेंगे. जानें क्या है इसकी वजह.
फैक्ट चेकर मोहम्मद जुबैर ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में जमानत याचिका दाखिल की थी. याचिका में जुबैर की ओर से कहा गया था कि उन्हें इंटरनेट पर जान से मारने की धमकी दी जा रही है. याचिका में जुबैर ने इलाहाबाद हाई कोर्ट के उस आदेश को चुनौती दी थी जिसमें उन्होंने एक ट्वीट के लिए दर्ज FIR को रद्द करने से इनकार कर दिया था.
AltNews के को-फाउंडर मोहम्मद जुबैर की गिरफ्तारी पर जर्मनी का प्रतिक्रिया देना भारत को रास नहीं आया है. विदेश मंत्रालय की तरफ से दो टूक जवाब दे दिया गया है.
हनुमान भक्त नाम के ट्विटर यूजर ने 19 जून को शिकायत की थी कि मोहम्मद जुबैर के 2018 के ट्वीट ने भगवान का अपमान किया है. जुबैर ने उसकी धार्मिक भावनाओं को चोट पहुंचाया है इसलिए जुबैर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए. इसके बाद पुलिस ने जुबैर के खिलाफ केस दर्ज कर लिया था.
उत्तर प्रदेश में 15 IPS अफसरों का ट्रांसफर किया गया है. सुल्तानपुर के एसपी रहे विपिन कुमार मिश्रा डीआईजी पद पर प्रमोट किए गए हैं. वहीं, अयोध्या जोन में तैनात रहे आईजी कविंद्र प्रताप सिंह को पीएसी मुख्यालय लखनऊ में तैनाती दी गई है.
सीतापुर जिले के बेर्रा बेरौरा गांव में टॉयलेट में देवी-देवताओं की तस्वीर छपी टाइल्स लगाने के मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी महिला ग्राम प्रधान फरार बताई जा रही है.
उत्तर प्रदेश के सीतापुर के एक गांव में धार्मिक भावनाएं भड़काने के लिए एक शौचालय में हिंदू देवी देवताओं की फोटो छपे टाइप लगाने के दो आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जबकि महिला प्रधान रेशमा फरार है.
समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान आज 27 महीने बाद जेल से रिहा हो गए. वे सीतापुर जेल में बंद थे. प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल यादव, आजम खान के दोनों बेटे अब्दुल्ला और अदीब उन्हें लेने के लिए सीतापुर जेल पहुंचे. आजम खान को सुप्रीम कोर्ट ने 19 मई को अंतरिम जमानत दे दी थी.
बरेली की मशहूर दरगाह आला हजरत के सिलसिले से ताल्लुक रखने वाले मौलाना तौकीर रजा खान ने शनिवार को समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान से रामपुर स्थित उनके आवास पर मुलाकात की. दोनों के बीच आधे घंटे से ज्यादा बातचीत हुई.
समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता आजम खान आज 27 महीने बाद जेल से रिहा हो गए. वे सीतापुर जेल में बंद थे. जेल से बाहर आने के बाद आजम खान चिरपरिचित अंदाज में बयान दिया है. उन्होंने कहा कि उनको कोरोना हुआ था फिर भी उनकी मौत नहीं हुई. इससे पहले प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल यादव, आजम खान के दोनों बेटे अब्दुल्ला और अदीब उन्हें लेने के लिए सीतापुर जेल पहुंचे थे. आजम खान को सुप्रीम कोर्ट ने 19 मई को अंतरिम जमानत दे दी थी.
रामपुर से सपा विधायक आजम खान सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद शुक्रवार को सीतापुर जेल से बाहर आ गए हैं. आजम खान जेल से निकलकर भले ही रामपुर पहुंच गए हैं, लेकिन तीन दिन बाद यूपी के विधानसभा सत्र में हिस्सा लेने के लिए पहुंच सकते हैं. ऐसे में देखना होगा जब आजम खान और सीएम योगी का आमना-सामना होगा?
एसपी नेता आजम खान आज जेल से रिहा हो गए हैं. उन्हें 89वें मामले में जमानत के बाद जेल से रिहाई मिली है. कल सुप्रीम कोर्ट से उन्हें जमानत मिली थी, बेल ऑर्डर देर रात जेल पहुंचा था. आजम खान 27 महीनों बाद सीतापुर जेल से रिहा हुए. 88 मुकदमों में 87 में खान को पहले ही जमानत मिल चुकी थी, कल आखिरी केस में जमानत मिलने के बाद आज उनकी रिहाई हो गई. आजम की रिहाई के मौके पर आजम खान के दोनों बेटे उनके साथ थे. सीतापुर जेल से निकलकर वो सीधे रामपुर चले गए. कड़ी सुरक्षा के बीच उनकी रिहाई हुई. इस मौके पर शिवपाल यादव भी पहुंचे थे. देखें सीतापुर जेल से ग्राउंड रिपोर्ट.
समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान आज 27 महीने बाद जेल से रिहा हो गए. वे सीतापुर जेल में बंद थे. प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल यादव, आजम खान के दोनों बेटे अब्दुल्ला और अदीब उन्हें लेने के लिए सीतापुर जेल पहुंचे. आजम खान को सुप्रीम कोर्ट ने 19 मई को अंतरिम जमानत दे दी थी. शाम 5.30 बजे तक आजम की रिहाई के आदेश की सर्टिफाइड कॉपी जेल तक नहीं पहुंच पाई थी, इसलिए वे कल रिहा नहीं हो पाए थे.
सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत मिलने के बाद आजम खान 27 महीने बाद शुक्रवार को सीतापुर जेल से रिहा हो गए. उनके दोनों बेटे अब्दुल्ला आजम और अदीब उन्हें लेने पहुंचे. इस दौरान प्रसपा नेता शिवपाल यादव भी मौजूद रहे.
रामपुर से समाजवादी पार्टी के विधायक आजम खान शुक्रवार को जेल से रिहा होंगे. सुप्रीम कोर्ट से उन्हें अंतरिम जमानत गुरुवार को ही मिल गई थी और रिहाई का आदेश गुरुवार रात जिला कारागार पहुंच गया था. लेकिन कुछ कागजी कार्रवाई के चलते उन्हें एक और रात जेल में गुजारनी पड़ी. सीतापुर जेल के बाहर भारी संख्या में उनके कार्यकर्ता और समर्थक पहुंचे हैं. 27 महीनो के बाद खान जेल से बाहर आएंगे. जेल के बाहर उनका वेलकम करने के लिए प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल यादव पहुंचे हैं. आजम खान के बेटे अब्दुल्ला भी जेल के गेट के बाहर पिता का इंतजार कर रहे हैं. देखें ये ग्राउंड रिपोर्ट.
सपा के कद्दावर नेता और मुस्लिम चेहरा आजम खान 27 महीने के बाद जेल से बाहर आए हैं. सीतापुर जेल से निकलकर वह सीधे रामपुर जाएंगे. आजम खान के स्वागत के लिए शिवपाल यादव पहुंचे हैं, लेकिन लोगों की निगाहें सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर है. अखिलेश यादव क्या अब आजम खान से मिलने के लिए रामपुर जाएंगे?
समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता आजम खान आज 27 महीने बाद जेल से रिहा हो गए. आजम खान को सुप्रीम कोर्ट ने 19 मई को अंतरिम जमानत दे दी थी.
सुप्रीम कोर्ट ने आजम खान की रिहाई का आदेश 19 मई को ही दे दिया था, लेकिन कोर्ट सर्टिफाइड कॉपी जेल न पहुंचने के कारण रिहाई लेट हो गई.