पूजा पाल (Pooja Pal) राजू पाल की पत्नी हैं. 2005 में उनके पति की हत्या के बाद मायावती ने उन्हें चुनाव में उतारा था. पूजा पाल ने 2007 और 2012 में जीत दर्ज की लेकिन 2017 में हार गईं. 2019 में वह सपा में शामिल हुईं और 2022 में प्रयागराज से कौशांबी की चायल सीट से विधायक बनीं.
अगस्त 2025 में पूजा पाल को समाजवादी पार्टी ने निष्कासित कर दिया. पहले भी उन्हें बसपा ने पार्टी से निकाला था.
उनका राजनीतिक सफर बेहद चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों से शुरू हुआ. उनके पति राजू पाल, जो बाहुबली राजनीति के खिलाफ खड़े हुए थे, दिनदहाड़े उनकी हत्या कर दी गई थी. इस घटना ने पूजा पाल को गहराई से झकझोर दिया, लेकिन उन्होंने हार मानने के बजाय राजनीति में कदम रखकर अपने पति की विरासत को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया.
पूजा पाल का जन्म उत्तर प्रदेश के प्रयागराज (इलाहाबाद) में हुआ. शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने सामाजिक कार्यों से जुड़कर अपनी पहचान बनानी शुरू की. वे कटघर मुहल्ले में रहती थी. पूजा पाल की शादी जनवरी 2005 में बसपा विधायक राजू पाल से हुई। राजू उस वक्त शहर पश्चिमी से विधायक थें. विवाह के कुछ ही दिनों बाद गोली मारकर हत्या कर दी गई.
पूजा पाल ने माफिया अतीक अहमद और उसके छोटे भाई अशरफ के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था. इस हत्या के बाद शहर में दंगा भड़क गया था. उस दौरान बसपा सुप्रीमो मायावती प्रयागराज आईं और पूजा पाल को संभालते हुए उन्हें शहर पश्चिमी विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए टिकट दिया. कुछ समय बाद बसपा को भनक लगी कि पूजा पार्टी बदल सकती हैं, पूजा पाल को पार्टी से निष्कासित कर दिया. अपने 20 वर्ष के सियासी सफर में पूजा पाल 13 वर्ष बसपा और करीब छह साल सपा में रहीं.
समाजवादी पार्टी ने हाल ही में चायल सीट से विधायक पूजा पाल को निष्कासित कर दिया था. पूजा पाल पर आरोप है कि वो पार्टी में रहते हुए बीजेपी के पक्ष में खड़ी दिखाई देती थीं. उन्होंने खुलकर सीएम योगी की तारीफ भी की थी.
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की विधायक पूजा पाल को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है. उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को माफिया अतीक अहमद को 'मिट्टी में मिलाने' के लिए धन्यवाद दिया था. पूजा पाल का कहना है कि अतीक अहमद ने उनके पति राजू पाल की हत्या कराई थी. निष्कासन के बाद पूजा पाल ने अखिलेश यादव को पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि उनकी जान को खतरा है. अखिलेश यादव ने इन आरोपों पर जांच की बात कही है.
सपा से विधायक पूजा पाल के निष्कासन का मुद्दे पर अब सियासी रंग चढ़ गया है. पूजा पाल ने सपा के पीडीए पर सवाल उठाते हुए अखिलेश यादव पर जमकर हमले किए तो सपा ने भी फ्रंटफुट पर उतारकर बीजेपी को ओबीसी विरोधी कठघरे में खड़ा करना शुरू कर दिया है.
पूजा पाल ने अखिलेश यादव को लिखे पत्र में कहा कि 2005 में उनके पति राजू पाल की सपा शासनकाल में दौड़ा-दौड़ाकर हत्या की गई थी. उस समय प्रयागराज के मुख्य मार्गों पर एके-47 से घंटों फायरिंग कर आतंक फैलाया गया. पूजा ने आरोप लगाया कि सपा ने उनके और उनके पति के खिलाफ माफिया अतीक अहमद के भाई अशरफ को तीन चुनावों में प्रत्याशी बनाकर विरोध किया.
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाया है...अखिलेश यादव बोले कि भाजपा वाले पूजा पाल को मार देंगे और जेल हमलोगों को जाना पड़ेगा. इसलिए जांच होनी चाहिए कि आखिर पूजा पाल को किससे खतरा है...गौरतलब है कि दो दिन पहले पूजा पाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक लेटर जारी कर अखिलेश यादव पर आरोप लगाया था. उन्होंने लिखा था कि अगर मेरे पति की तरह मेरी हत्या होती है तो इसका जिम्मेदार समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव होंगे.
अखिलेश यादव ने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा है कि पूजा पाल को बीजेपी से ही खतरा है. अखिलेश यादव ने यह भी दावा किया कि उन्हें फंसाने की साजिश रची जा रही है. उन्होंने इस मामले की जांच की मांग की है.
अखिलेश यादव ने कहा कि वह इंडिया गठबंधन की यात्रा में शामिल होने का ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग गड़बड़ी करके डीएम के पीछे छिपता है और डीएम लोग सीईओ के पीछे छिपते हैं. उन्होंने कहा कि पार्टियों को अब नाम जुड़वाना, वोट डलवाना सब करना पड़ रहा है.
समाजवादी पार्टी ने विधायक पूजा पाल पर कार्रवाई की है. पार्टी का कहना है कि पूजा पाल लगातार नीतियों का विरोध कर रही थीं. सपा प्रवक्ता ने कहा कि समाजवादी पार्टी अनुशासनिक कार्रवाई करेगी और हमेशा करती है, चाहे कोई भी हो, समाजवादी पार्टी है, नीतियों पर चलने वाली पार्टी है.
पूजा पाल के मुख्यमंत्री योगी की तारीफ करने और समाजवादी पार्टी द्वारा उन पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने को लेकर राजनीतिक गलियारों में बहस छिड़ गई है. समाजवादी पार्टी का कहना है कि पूजा पाल ने 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार का प्रचार किया.
विधायक पूजा पाल ने अखिलेश यादव पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें मुख्यमंत्री योगी की तारीफ करने पर पार्टी से निष्कासित किया गया. पूजा पाल ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी की तारीफ करने पर मुझे निकाला गया. पूजा पाल ने यह भी आरोप लगाया कि जिन अपराधियों को संरक्षण दिया गया था, उनका इसमें हाथ है.
समाजवादी पार्टी से निष्कासित विधायक पूजा पाल ने पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव को पत्र लिखकर यूपी की सियासत में हलचल मचा दी है. इस पत्र में पूजा पाल ने अपनी हत्या की आशंका जताते हुए कहा है कि यदि ऐसा होता है तो इसके लिए अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी जिम्मेदार होगी. दंगल में देखें पार्टी प्रवक्ताओं की बहस.
समाजवादी पार्टी से निष्कासित विधायक पूजा पाल ने पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव को एक पत्र लिखा है. इस पत्र में उन्होंने अपनी हत्या की आशंका जताई है. पूजा पाल ने साफ कहा है कि "यदि मेरी हत्या होती है तो इसके लिए समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव जिम्मेदार होंगे." उन्होंने अपने पत्र में अखिलेश यादव से कई सवाल पूछे हैं और उत्तर प्रदेश में योगी सरकार की तारीफ की है. पूजा पाल को हाल ही में समाजवादी पार्टी ने पार्टी से निष्कासित कर दिया था क्योंकि उन्होंने विधानसभा में योगी सरकार की तारीफ की थी.
कौशांबी की चायल सीट से विधायक पूजा पाल ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को चिट्ठी लिखी है और खुद की हत्या की आशंका जताई है. पूजा पाल ने कहा, अगर मेरी हत्या होती है तो सपा और अखिलेश यादव जिम्मेदार होंगे.
उत्तर प्रदेश से एक बड़ी खबर सामने आई है. समाजवादी पार्टी की नेता पूजा पाल ने पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव को एक पत्र लिखा है. इस पत्र में पूजा पाल ने स्पष्ट रूप से कहा है कि उनका समाजवादी पार्टी से विश्वास उठ गया है. उन्होंने यह भी बताया कि उन्हें अब पार्टी की नीतियों पर भरोसा नहीं है. गौरतलब है कि पूजा पाल को पहले समाजवादी पार्टी पर निशाना साधने के बाद पार्टी से हटा दिया गया था.
सपा विधायक विजमा यादव ने सवाल उठाया कि जो व्यक्ति एके-47 चला सकता है, उसे बढ़िया आचरण के नाम पर कैसे खुला छोड़ा जा सकता है? वहीं, उदयभान करवरिया ने पलटवार करते हुए कहा कि उन्हें राजनीतिक षड्यंत्र के तहत जवाहर पंडित हत्याकांड में फंसाया गया था.
आरोपी उमेश यादव के खिलाफ यह दूसरी प्राथमिकी है. 17 अगस्त को, कौशांबी जिले की पुलिस ने यादव पर अपने एक्स अकाउंट पर पाल के बारे में कथित रूप से अश्लील टिप्पणियां पोस्ट करने का मामला दर्ज किया था.
विधायक पूजा पाल ने अपने जीवन से जुड़े कई खुलासे किए हैं. उन्होंने साफ किया कि राजू पाल की हत्या के बाद उनकी दूसरी शादी महज एक पारिवारिक फैसला नहीं था, बल्कि उनके खिलाफ रची गई एक सुनियोजित साजिश थी. पूजा पाल का कहना है कि इस साजिश में उनके अपने कुछ पारिवारिक रिश्तेदार शामिल थे. इस षड्यंत्र का जब अहसास हुआ तो कोर्ट में जाकर अलगाव की अर्जी दायर कर दी.
पूजा पाल ने यूपी विधानसभा के मानसून सत्र में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार की अपराध के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति की प्रशंसा की थी, जिसके बाद उनके खिलाफ सपा प्रमुख ने एक्शन लिया.
विधायक पूजा पाल ने समाजवादी पार्टी से अपने निष्कासन के बाद अपनी बात रखी है. उन्होंने कहा कि उन्हें माफिया अतीक अहमद का नाम लेने और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की 'जीरो टॉलरेंस' नीति की तारीफ करने की सजा मिली है. पूजा पाल ने बताया कि उनके पति राजू पाल की हत्या के बाद उन्हें न्याय मिला और इसी वजह से उन्होंने सदन में अपनी बात रखी थी. उन्होंने विपक्ष पर अपराधियों के परिवारों के प्रति सहानुभूति रखने का आरोप लगाया.
सपा से विधायक पूजा पाल के निष्कासन पर उन्होंने कहा कि सपा दरियादिल लोगों की पार्टी है, लेकिन जब कोई पाप करता है तो कार्रवाई जरूरी हो जाती है. उन्होंने यह भी कहा कि जिन लोगों ने राज्यसभा चुनाव में पार्टी से पाला बदला था, उनके खिलाफ हुई कार्रवाई उचित है.
समाजवादी पार्टी से निकाले जाने के बाद विधायक पूजा पाल ने अखिलेश यादव के PDA (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) नारे पर सवाल उठाए और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जमकर तारीफ की.