एनवीडिया कॉर्पोरेशन (NVIDIA Corporation) की स्थापना वर्ष 1993 में जेंसन हुआंग (Jensen Huang), क्रिस मलाचोवस्की (Chris Malachowsky) और कर्टिस प्रीएम (Curtis Priem) द्वारा की गई थी. इसका मुख्यालय अमेरिका के सांता क्लारा, कैलिफोर्निया में स्थित है. जेनसन हुआंग (Jensen Huang), एनवीडिया (NVIDIA) के सह-संस्थापक और सीईओ, आज दुनिया के सबसे चर्चित टेक लीडर्स में से एक हैं. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की इस मौजूदा क्रांति में उनका योगदान न सिर्फ तकनीकी दृष्टि से बल्कि आर्थिक और वैश्विक प्रभाव के लिहाज से भी ऐतिहासिक रहा है.
एनवीडिया मुख्य रूप से ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट्स (GPUs) और AI-आधारित चिप्स बनाती है, जो कंप्यूटर ग्राफिक्स, गेमिंग, डाटा साइंस, मशीन लर्निंग और सुपरकंप्यूटिंग जैसे क्षेत्रों में इस्तेमाल होती हैं.
इसके प्रमुख उत्पादों में GeForce Series – गेमिंग GPU, Quadro / RTX Series – प्रोफेशनल ग्राफिक्स के लिए, Tesla / H100 / B200 – एआई और डेटा सेंटर के लिए हाई-परफॉर्मेंस चिप्स, NVIDIA DGX Systems – सुपरकंप्यूटिंग और AI ट्रेनिंग के लिए तैयार किए गए सर्वर शामिल हैं.
जून 2025 तक एनवीडिया का मार्केट कैप 3 ट्रिलियन डॉलर के पार पहुंच गया, जिससे यह दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनियों में शामिल हो गई. दरअसल, एनवीडिया ने ऐपल और माइक्रोसॉफ्ट को पीछे छोड़कर दुनिया की पहली 4 ट्रिलियन डॉलर की सार्वजनिक कंपनी बन गई. जेनसन हुआंग की संपत्ति 140 अरब डॉलर है. ये दुनिया के 10वें सबसे अमीर इंसान बने.
2010 के दशक के मध्य में जब दुनिया AI और मशीन लर्निंग की ओर रुख कर रही थी, तब हुआंग ने एनवीडिया के GPU को डेटा सेंटर और डीप लर्निंग मॉडल्स के लिए अनुकूल बनाया. यह वही दौर था जब टेस्ला, गूगल, अमेज़न और माइक्रोसॉफ्ट जैसी कंपनियों ने एनवीडिया की चिप्स को अपनाना शुरू किया.
वर्ष 2023-24 में ChatGPT जैसे जनरेटिव AI प्लेटफॉर्म्स के लोकप्रिय होते ही, एनवीडिया की डिमांड आसमान छूने लगी. कंपनी के चिप्स जैसे A100 और H100 मॉडल्स AI प्रशिक्षण में मानक बन गए.
जेनसन हुआंग भारत के तकनीकी विकास को लेकर आशान्वित रहे हैं. उन्होंने भारत में AI रिसर्च और स्टार्टअप इकोसिस्टम को सहयोग देने की बात कही है. एनवीडिया भारत में कई स्टार्टअप्स, यूनिवर्सिटीज और क्लाउड प्रोवाइडर्स के साथ मिलकर काम कर रही है (Jensen Huang with India).
China की ओर से सरकारी अनुदान प्राप्त डेटा सेंटर्स में घरेलू स्तर पर विकसित चिप के उपयोग का दिशा-निर्देश जारी किया, तो अमेरिका ने भी NVIDIA को नए AI Chips चीन को बेचने की अनुमति न देने की बात कही है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने AI को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने इसको न्यू टेक्नोलॉजी क्रांति बताया है और यहां तक कि इसकी तुलना इंटरनेट तक से कर दी है. उन्होंने कहा कि हर कोई AI का इस्तेमाल करना चाहता है. आइए इसके बारे में डिटेल्स में जानते हैं.
Nvidia 5 Trillion Dollar Firm: पांच ट्रिलियन डॉलर मार्केट कैप वाली दुनिया की पहली कंपनी एनवीडिया के सीईओ Jensen Huang दुनिया के टॉप-10 अरबपतियों में शामिल हैं.
OpenAI और Nvidia ने 100 अरब डॉलर की एक डील की है. इस डील के तहत दोनों कंपनियां डेटा सेंटर तैयार करेंगी, जहां भविष्य के AI मॉडल और टूल्स तैयार किए जाएंगे. ये डेटा सेंटर कम से कम 10 गीगावॉट क्षमता के होंगे, जो Nvidia के एडवांस चिप से लैस होंगे. इन्हें शुरू करने के लिए बड़े कूलिंग सिस्टम और बहुत ज्यादा बिजली की जरूरत होगी.
Nvidia CEO जेन्सेन हुआंग (Jensen Huang) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दूसरे लीडर्स से आगे बताया है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने 6 साल पहले उनसे AI पर बात की थी, जबकि उस वक्त कोई भी AI पर चर्चा नहीं कर रहा था. हाल में Nvidia CEO भारत आए हुए थे जहां उन्होंने भारत के लिए खास AI मॉडल लॉन्च किया है और रिलायंस के साथ करार भी किया है.
DeepSeek R1 के लॉन्च होते ही अमेरिकी मार्केट में मानों भूचाल आ गया है. Nvidia का शेयर लगभग 16 फीसदी तक एक दिन में टूट गया है. वहीं दूसरी कंपनियां भी जो AI से जुड़ी हुई हैं, उनके शेयर लगातार गिर रहे हैं. इसकी वजह चीन का AI मॉडल DeepSeek है, जिसे एक स्टार्टअप ने बनाया है. इस कंपनी की शुरुआत 2023 में हुई है. आइए जानते हैं इसकी डिटेल्स.
Computex 2025 के दौरान कई कंपनियों ने अपने-अपने दमदार प्रोडक्ट को अनवील किया है, जिसमें Nvidia सबसे ज्यादा चर्चा में है. Nvidia के सीईओ जेन्सेन हुआंग ने सोमवार को AI प्रोडक्ट को लेकर कई बड़े ऐलान किए. इसमें उन्होंने लेटेस्ट AI Suits को भी अनवील किया है, जिसमें AI हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर शामिल हैं.