लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी (Lt Gen Upendra Dwivedi) सेना के जनरल अधिकारी हैं. वे 46वें उप सेना प्रमुख के रूप में कार्यरत हैं. 11 जून 2024 को भारत सरकार ने लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी को अगला सेना प्रमुख नियुक्त किया है (New Army Chief of India).
लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी जन्म 1 जुलाई 1964 को हुआ था. उनकी शादी सुनीता द्विवेदी से हुई है. सुनीता द्विवेदी भोपाल में विशेष रूप से सक्षम बच्चों के लिए आरुषि संस्थान से जुड़ी हुई हैं. उनकी दो बेटियां हैं.
भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने चाणक्य डिफेंस डायलॉग में चेतावनी दी कि दुनिया में लंबे समय से चला आ रहा शांति काल खत्म हो रहा है. 50 से ज्यादा वैश्विक संघर्षों के कारण हालात बेहद अस्थिर हो चुके हैं. उन्होंने आत्मनिर्भरता, इनोवेशन, इकोसिस्टम सुधार और मिलिट्री-सिविल फ्यूजन को सेना के भविष्य के लिए जरूरी बताया.
भारतीय नौसेना में मुंबई में पहला स्वदेशी एंटी-सबमरीन वारफेयर जहाज INS माहे शामिल हो गया. कोचीन शिपयार्ड में बना यह छोटा लेकिन खतरनाक जहाज दुश्मन पनडुब्बियों को सोनार से पकड़ेगा और टॉरपीडो से मार गिराएगा. माहे क्लास के 8 जहाजों में पहला माहे तटीय सुरक्षा को और मजबूत बनाएगा.
सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा कि पाकिस्तान अब जान चुका है कि वह भारत को सीधे युद्ध में नहीं हरा सकता, इसलिए वह प्रॉक्सी वॉर के जरिए भारत में अस्थिरता फैलाने की कोशिश कर रहा है और दिल्ली का धमाका उसी रणनीति का हिस्सा था.
PAK रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने दावा किया कि भारत फिर बॉर्डर पार स्ट्राइक कर सकता है. अफगानिस्तान, आतंकवाद और सेना प्रमुख के बयान पर भी भड़के.
जनरल उपेंद्र द्विवेदी से ऑपरेशन सिंदूर के बारें में विस्तार से चर्चा की गई. जिसमें बताया गया है कि यह ऑपरेशन अभी पूरा नहीं हुआ है और भारतीय सेना इसके अगले चरण की तैयारी में है. पाकिस्तान को राज्य प्रायोजित आतंकवाद बंद करना होगा अन्यथा भारत सख्त कार्रवाई करेगा. जम्मू कश्मीर में राजनीतिक बदलाव और विकास को उजागर किया गया है जिसमें आतंकवाद में कमी और शिक्षा, निवेश एवं पर्यटन के क्षेत्र में सुधार शामिल हैं.
मध्य प्रदेश के रीवा में सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने भविष्य की सुरक्षा चुनौतियों पर चिंता जताई, जिसमें अस्थिरता, अनिश्चितता, जटिलता, साइबर और अंतरिक्ष युद्ध शामिल हैं. उन्होंने कहा कि ये चुनौतियां तेजी से बदल रही हैं और सेना को हर क्षेत्र में सतर्क रहना होगा.
नई दिल्ली में नीरज चोपड़ा को विशेष पिपिंग समारोह में लेफ्टिनेंट कर्नल का रैंक मिला. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी ने सम्मानित किया. ओलंपिक गोल्ड (टोक्यो 2020), सिल्वर (पेरिस 2024) और विश्व चैंपियनशिप गोल्ड सहित उपलब्धियों के लिए सम्मान दिया गया. 16 अप्रैल 2025 को राष्ट्रपति ने टेरिटोरियल आर्मी में कमीशन दिया.
थलसेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने सुपरस्टार मोहनलाल (लेफ्टिनेंट कर्नल हॉनरेरी) को सम्मानित किया. समाज सेवा, वायनाड आपदा राहत और सेना से जुड़ाव के लिए 'चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ कमेंडेशन कार्ड' दिया. 2009 से टेरिटोरियल आर्मी में हैं.
सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने बीकानेर में पाक को चेतावनी दी कि ऑपरेशन सिंदूर 1.0 का संयम अब नहीं. इस बार ऐसा जवाब देंगे कि पाक का अस्तित्व खत्म हो जाएगा. नक्शे पर नहीं रहेगा. पाकिस्तान राज्य प्रायोजित आतंकवाद बंद करे. सैनिकों की तैयारी की समीक्षा की और तकनीक अपनाने पर जोर दिया.
भारतीय सेना के प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने बीकानेर मिलिट्री स्टेशन समेत सीमावर्ती इलाकों का दौरा किया.इस दौरान उन्होंने पाकिस्तान को सख्त चेतावनी दी कि ऑपरेशन सिंदूर में दिखाया गया संयम अब दोहराया नहीं जाएगा.
राजस्थान के अनूपगढ़ में आर्मी चीफ जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने विजयादशमी के मौके पर सैनिकों को संबोधित किया. उन्होंने राजस्थान की धरती से पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया. आर्मी चीफ ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर 2.0 में भारत संयम नहीं बरतेगा.
Army Chief की Pakistan को कड़ी चेतावनी, बोले- 'पाकिस्तान सोच ले नक्शे पर रहना है या नहीं, ऑपरेशन 2.0 में संयम नहीं बरतेंगे'
भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र त्रिवेदी ने राजस्थान के अनूपगढ़ से पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि भारत अब आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा. सेना प्रमुख ने स्पष्ट किया कि इस बार भारत वैसा संयम नहीं बरतेगा जैसा 'ऑपरेशन सिन्दूर 1.0' और 'सिंधु 1.0' में रखा गया था. उन्होंने पाकिस्तान से पूछा, 'क्या वह भूगोल में रहना भी चाहता है या नहीं?' सेना प्रमुख ने जोर देकर कहा कि अगर पाकिस्तान दुनिया के नक्शे पर अपनी जगह बनाए रखना चाहता है, तो उसे लगातार स्टेट स्पॉन्सर्ड आतंकवाद बंद करना होगा.
भारतीय सेना प्रमुख ने पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी है. उन्होंने कहा है कि पाकिस्तान को यह सोचना होगा कि उसे भूगोल में रहना है या नहीं. अगर उसे भूगोल में अपनी जगह बनानी है तो उसे आतंकवाद को रोकना होगा. सेना प्रमुख ने बताया कि भारत इस बार पूरी तैयारी के साथ है और ऑपरेशन सिंदूर 1.0 में जो संयम रखा गया था, वह इस बार नहीं बरता जाएगा.
भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर में स्वदेशी ‘संभव’ फोन का इस्तेमाल किया, व्हाट्सएप जैसे विदेशी ऐप्स को छोड़कर. सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने बताया कि संभव (SAMBHAV) 5G फोन ने सुरक्षित संचार सुनिश्चित किया. यह आत्मनिर्भर भारत की दिशा में बड़ा कदम है, जिसने ऑपरेशन को सफल और गोपनीय बनाया.
सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद भी भारत-पाकिस्तान का संघर्ष फैसलों के स्तर पर जारी रहा. पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में 7 मई को शुरू हुए इस ऑपरेशन में भारतीय सेना ने बेहतरीन रिस्पॉन्स दिया. किताब ‘Operation Sindoor: Before and Beyond’ में पूरे घटनाक्रम और भविष्य की रणनीतियों को विस्तार से बताया गया है.
सेना प्रमुख ने एक बड़ा बयान दिया है कि जिस अगले युद्ध की कल्पना की जा रही है, वह जल्द हो सकता है. उन्होंने कहा कि हमें उसके अनुसार अपनी तैयारियां करनी होंगी. सेना प्रमुख ने यह भी बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सशस्त्र बलों को पूरी छूट दी गई थी. इस फ्री हैंड के कारण ऑपरेशन सिंदूर में सफलता मिली.
ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को लेकर भारतीय सेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी का बड़ा बयान सामने आया है. सेना प्रमुख ने कहा कि जल्द ही अगला युद्ध हो सकता है, जिसकी हम कल्पना कर रहे हैं. सेना प्रमुख ने यह भी बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सशस्त्र बलों को खुली छूट दी गई थी.
कैसे बनी Operation Sindoor की प्लानिंग? Army Chief General Upendra Dwivedi ने बताया
पहलगाम हमले के ठीक एक दिन बाद 23 अप्रैल को देश के शीर्ष सैन्य और राजनीतिक नेतृत्व के बीच बड़ी बैठक हुई, जिसमें सेना को खुली छूट मिली और शुरू हुई ऑपरेशन सिंदूर की वो रणनीति, जिसने आतंक के ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया और पूरे देश को एकजुट कर दिया. आर्मी चीफ जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने IIT मद्रास में इसका पूरा किस्सा सुनाया.
भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने खुलासा किया है कि 22 अप्रैल को हुए पहलगाम हमले के अगले ही दिन शीर्ष सैन्य और राजनीतिक नेतृत्व की अहम बैठक हुई थी. जनरल द्विवेदी के मुताबिक, बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बेहद स्पष्ट शब्दों में कहा- 'बस, अब बहुत हो चुका.' बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण मामले में निर्वाचन आयोग ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल किया है. आयोग ने अपने जवाब में कहा कि बिहार में किसी भी पात्र मतदाता का नाम बिना पूर्व सूचना, सुनवाई का अवसर दिए और तर्कपूर्ण आदेश के मतदाता सूची से नहीं हटाया जाएगा.