लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान
लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान (Lt Gen Anil Chauhan) एक चार सितारा जनरल और भारतीय सेना के पूर्व सेवानिवृत्त अधिकारी हैं. उन्होंने 30 सितंबर 2022 से भारतीय सशस्त्र बलों के दूसरे चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (Lt Gen Anil Chauhan CDS) है. वह पीवीएसएम यूवाईएसएम एवीएसएम एसएम वीएसएम (PVSM UYSM AVSM SM VSM) प्राप्तकर्ता हैं.
चौहान को चार दशकों के सैन्य करियर में 1981 में 11वीं गोरखा राइफल्स (11 Gorkha Rifles) में शामिल किया गया था. चौहान ने मेजर जनरल के रूप में बारामूला में उत्तरी कमान के एक इन्फैंट्री डिवीजन की कमान संभाली, बाद में लेफ्टिनेंट जनरल की क्षमता में 2017 से 2018 तक नागालैंड स्थित III कोर के कमांडिंग ऑफिसर के रूप में कार्य किया. जनवरी 2018 में, उन्हें महानिदेशक सैन्य अभियान (DGMO) नियुक्त किया गया था, जिसके दौरान उन्होंने दो प्रमुख सैन्य अभियानों के निष्पादन का निरीक्षण किया- 2019 पाकिस्तान के खिलाफ जवाबी हवाई हमले और ऑपरेशन सनराइज - एक संयुक्त भारत-म्यांमार आतंकवाद विरोधी हड़ताल (Lt Gen Anil Chauhan Early Career).
सितंबर 2019 में, चौहान को पूर्वी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ (GOC-in-C) के रूप में नियुक्त किया गया था. वह इस पद पर मई 2021, अपने सेवानिवृत्ति तक रहे. सक्रिय सैन्य सेवा से अपनी सेवानिवृत्ति के बाद, चौहान ने अजीत डोभाल (Ajit Doval) की अध्यक्षता में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय (NSCS) के सैन्य सलाहकार के रूप में कार्य किया. 28 सितंबर 2022 को, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की सरकार ने चौहान को दूसरे चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) के रूप में नियुक्त किया. उन्होंने जनरल बिपिन रावत का स्थान लिया.
लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान का जन्म 18 मई 1961 को उत्तराखंड (तब उत्तर प्रदेश) के ग्वाना, पौड़ी गढ़वाल जिला में हुआ था (Lt Gen Anil Chauhan Age). चौहान ने कोलकाता में केन्द्रीय विद्यालय फोर्ट विलियम से शुरुआती पढ़ाई की. बाद में उन्होंने राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, खडकवासला और भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून से स्नातक की उपाधि प्राप्त की (Lt Gen Anil Chauhan Education).
चौहान की शादी अनुपमा से हुई है, जो एक आर्टिस्ट हैं (Lt Gen Anil Chauhan wife). उनकी एक बेटी है जिसका नाम प्रज्ञा है (Lt Gen Anil Chauhan Daughter).
पूर्व सैनिकों की एक रैली को संबोधित करते हुए जनरल चौहान ने कहा कि उत्तराखंड की चीन के साथ 350 किलोमीटर और नेपाल के साथ 275 किलोमीटर की सीमा है, जो इसे सुरक्षा की दृष्टि से संवेदनशील और रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण बनाती है.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने IAF सेमिनार में कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में तीनों सेनाओं का तालमेल कमाल का था. IACCS, अकाशतीर और त्रिगुण से रीयल-टाइम पिक्चर बनी, फैसले तेज हुए. संयुक्तता अब जरूरी, नीति से ज्यादा जीवित रहने का साधन. डिजिटल सिस्टम एक करें, ज्ञान साझा करें. चुनौतियां संवाद से हल करें. सेनाएं एक होकर भारत को मजबूत बनाएं.
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने 1962 के भारत-चीन युद्ध पर एक बड़ी टिप्पणी की है. उन्होंने कहा कि अगर उस समय भारतीय वायुसेना का इस्तेमाल किया गया होता तो चीन के आगे बढ़ने की रफ्तार को धीमा किया जा सकता था. साथ ही उन्होंने नेहरू सरकार की फॉरवर्ड पॉलिसी को भी लद्दाख और अरुणाचल में लागू करने की आलोचना की.
CDS जनरल अनिल चौहान ने 1962 के भारत-चीन युद्ध पर बड़े दावे किए है. CDS चौहान ने कहा कि युद्ध में वायुसेना का उपयोग होता तो चीन का आक्रमण काफी धीमा पड़ जाता. और यह भी बताया कि लेफ्टिनेंट जनरल थोराट ने वायुसेना के इस्तेमाल के बारे में सोचा भी था, लेकिन उस समय की सरकार ने इसकी अनुमति नहीं दी थी.
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने बड़ा बयान दिया है. उन्होनें दावा किया है कि 1962 के युद्ध में अगर वायु सेना का इस्तेमाल होता तो चीनी आक्रमण धीमा पड़ जाता. CDS चौहान का यह बयान चीन के साथ बढ़ते व्यापारिक संबंधों के बीच आया है इसलिए इसे काफी महत्वपूर्ण भी माना जा रहा है.
सीडीएस अनिल चौहान ने कहा कि 1962 के भारत-चीन युद्ध के दौरान अगर भारतीय वायुसेना का इस्तेमाल किया होता तो इससे चीनी हमले की रफ्तार कम हो सकती थी लेकिन इसकी मंजूरी नहीं दी गई.
जनरल अनिल चौहान को 28 सितंबर 2022 को CDS नियुक्त किया गया था. अब प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली कैबिनेट की अपॉइंटमेंट्स कमेटी (ACC) ने उनके विस्तार को मंजूरी दी है. जनरल चौहान CDS के अलावा सरकार के रक्षा मंत्रालय के तहत आने वाले डिपार्टमेंट ऑफ मिलिट्री अफेयर्स (DMA) के सचिव के रूप में भी काम करते रहेंगे.
रांची में स्कूल के बच्चों को संबोधित करते हुए चीफ ऑफ डिफेन्स स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने कहा कि फौज वह जगह है जहां नेपोटिज्म नहीं होता. उन्होंने बच्चों से आर्मी में शामिल होने की प्रेरणा लेने को कहा ताकि वे देश व दुनिया को देख सकें. साथ ही उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान तकनीकी कारणों और नागरिक सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बताया कि मध्य रात में स्ट्राइक करने का निर्णय क्यों लिया गया.
CDS Anil Chauhan ने चीन के साथ सीमा विवाद को बताया सबसे बड़ी चुनौती
गोरखपुर में एक कार्यक्रम के दौरान सीडीएस जनरल अनिल चौहान ने कहा कि चीन के साथ सीमा विवाद भारत की सबसे बड़ी सैन्य चुनौती है. उन्होंने चाणक्य का जिक्र करते हुए चार प्रमुख राष्ट्रीय खतरे भी गिनाए.
सीडीएस संग फोटोज शेयर करते हुए सीएम योगी ने सोशल मीडिया पर लिखा- जब भी गोरखा सैनिकों को अवसर प्राप्त हुआ, उन्होंने अपने शौर्य व पराक्रम का लोहा मनवाया, मौत की परवाह नहीं की और शत्रु पर टूट पड़े, जिससे भी लड़े, वहां पर ‘विजय श्री’ का वरण किया. गोरखा सैनिकों की वीरता को नमन करते हुए आज चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान जी की गरिमामयी उपस्थिति में गोरखा युद्ध स्मारक के सौन्दर्यीकरण कार्य एवं संग्रहालय के शिलान्यास हेतु आयोजित कार्यक्रम में सम्मिलित हुआ."
'रण संवाद' में सीडीएस जनरल अनिल चौहान ने भविष्य के युद्धों में जीत के लिए संयुक्त कार्रवाई, आत्मनिर्भरता और तकनीक पर जोर दिया. उन्होंने सुदर्शन चक्र को ढाल और तलवार बताया. AI, साइबर और क्वांटम जैसी तकनीकों को अपनाने की जरूरत जताई. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अंतिम दिन मुख्य भाषण देंगे.
दिल्ली के मानेकशॉ सेंटर में एक कार्यक्रम के दौरान जनरल चौहान ने ये बातें कहीं. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की सेना और आतंकी संगठन मिलकर भारत को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करते हैं, लेकिन अब भारत चुप नहीं बैठेगा.
पाकिस्तान के कई सोशल मीडिया यूजर्स इस वीडियो को शेयर करते हुए भारत पर निशाना साध रहे हैं. आजतक की फैक्ट चेक टीम ने इसकी जांच की.
CDS जनरल अनिल चौहान ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर अब भी जारी है. उन्होंने बताया कि आज के सैनिक को शस्त्र के साथ-साथ सूचना और तकनीक का भी ज्ञान होना चाहिए.
दिल्ली के सुब्रतो पार्क में एक अहम रक्षा सेमिनार हुआ, जहां चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने ऑपरेशन सिंदूर*को लेकर बड़ा बयान दिया. उन्होंने साफ किया कि यह ऑपरेशन अभी खत्म नहीं हुआ है.
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने देश की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता जताई है. उन्होंने पाकिस्तान, चीन और बांग्लादेश के बीच संभावित गठजोड़ को भारत की स्थिरता और सुरक्षा के लिए खतरा बताया है. जनरल चौहान ने कहा कि पाकिस्तान, चीन और बांग्लादेश मिलकर एक नया गठबंधन बना रहे हैं.
नई दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ ने भारत की सुरक्षा पर गंभीर चिंता व्यक्त की. उन्होंने पाकिस्तान, चीन और बांग्लादेश के बीच बन रहे नए गठजोड़ को भारत की स्थिरता और सुरक्षा के लिए खतरा बताया. सीडीएस ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में पाकिस्तान अपनी सैन्य आवश्यकताओं के लिए चीन पर अत्यधिक निर्भर हो गया है.
भारत के चीफ ऑफ़ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने देश की सुरक्षा को लेकर गंभीर चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि भारत को 24 घंटे और साल में 365 दिन हर सुरक्षा संबंधित चुनौती से निपटने के लिए तैयार रहना होगा. यह चेतावनी ऐसे समय में आई है जब तुर्की के रक्षा मंत्री यासर गूलर और विदेश मंत्री हकन फिदान पहली बार 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद इस्लामाबाद पहुंचे हैं.
जनरल चौहान ने कहा कि भारत जैसे विविधता भरे देश में सामाजिक और आंतरिक सुरक्षा को हल्के में नहीं लिया जा सकता. उन्होंने कहा, "हमारा देश बहुभाषी, बहुधार्मिक और बहुजातीय है, ऐसे में सामाजिक एकता को बनाए रखना बेहद जरूरी है. सामाजिक सुरक्षा व्यवस्था में आंतरिक सुरक्षा को भी अहम स्थान मिलना चाहिए."
भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने कहा कि भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा आज बाहरी और भीतरी दोनों मोर्चों पर बड़े दबाव में है.सीडीएस ने चीन, पाकिस्तान और बांग्लादेश के संभावित गठजोड़ को भारत की स्थिरता और सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बताया है.