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CDS जनरल अनिल चौहान ने गोरखनाथ मंदिर में किए दर्शन, CM योगी भी रहे मौजूद

सीडीएस संग फोटोज शेयर करते हुए सीएम योगी ने सोशल मीडिया पर लिखा- जब भी गोरखा सैनिकों को अवसर प्राप्त हुआ, उन्होंने अपने शौर्य व पराक्रम का लोहा मनवाया, मौत की परवाह नहीं की और शत्रु पर टूट पड़े, जिससे भी लड़े, वहां पर ‘विजय श्री’ का वरण किया. गोरखा सैनिकों की वीरता को नमन करते हुए आज चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान जी की गरिमामयी उपस्थिति में गोरखा युद्ध स्मारक के सौन्दर्यीकरण कार्य एवं संग्रहालय के शिलान्यास हेतु आयोजित कार्यक्रम में सम्मिलित हुआ."

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गोरखपुर में सीडीएस संग सीएम योगी (Photo: x/@myogiadityanath)
गोरखपुर में सीडीएस संग सीएम योगी (Photo: x/@myogiadityanath)

भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान ने यूपी के गोरखपुर में स्थित प्रसिद्ध गोरखनाथ मंदिर का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने महायोगी गुरु गोरखनाथ जी का दर्शन-पूजन किया. इस खास मौके पर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उनके साथ रहे. 

सीएम योगी ने किया स्वागत

आपको बता दें कि सीडीएस जनरल अनिल चौहान गुरुवार को गोरखपुर पहुंचे. उन्होंने सबसे पहले गोरखनाथ मंदिर में महायोगी गुरु गोरखनाथ जी के दर्शन किए और पूजा-अर्चना की. इस दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका स्वागत किया. मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ जी भी इस दौरान मौजूद थे. उन्होंने जनरल चौहान को मंदिर के इतिहास और महत्व के बारे में जानकारी दी. 

स्मृति चिन्ह के तौर पर मिली प्रतिमा

दर्शन-पूजन के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और गोरखनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ ने सीडीएस जनरल अनिल चौहान को अंगवस्त्र भेंट किया. इसके साथ ही उन्हें महायोगी गुरु गोरखनाथ जी की एक प्रतिमा भी स्मृति चिन्ह के रूप में भेंट की गई. इस दौरान मुख्यमंत्री ने देश की सेवा में जनरल चौहान के योगदान की सराहना की. यह मुलाकात एक सौहार्दपूर्ण माहौल में संपन्न हुई.

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इस बाबत मुख्यमंत्री योगी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट शेयर की है. इसमें मुख्यमंत्री ने जानकारी देते हुए बताया कि उन्होंने गोरखा युद्ध से जुड़े एक संग्रहालय का शिलान्यास भी किया है. इस कार्यक्रम में सीडीएस भी उनके संग शामिल हुए. 

सीडीएस का दौरा महत्वपूर्ण क्यों?

जनरल अनिल चौहान का यह दौरा खास माना जा रहा है. जानकारों के मुताबिक, एक सैन्य प्रमुख का धार्मिक और सांस्कृतिक स्थल पर आना देश की आध्यात्मिक परंपराओं के प्रति सम्मान को दर्शाता है. यह दौरा उत्तर प्रदेश के धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को भी रेखांकित करता है. यह भी दिखाता है कि देश के शीर्ष सैन्य अधिकारी भी अपनी जड़ों और आस्था से जुड़े हुए हैं. 

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