इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, जिसे संक्षेप में आईआईआईटी (IIIT) कहा जाता है, भारत के प्रमुख तकनीकी शिक्षण संस्थानों में से एक है. इसका उद्देश्य सूचना प्रौद्योगिकी (Information Technology), कंप्यूटर साइंस, डेटा साइंस, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी उन्नत तकनीकी शाखाओं में उच्च गुणवत्ता की शिक्षा और अनुसंधान को बढ़ावा देना है.
आईआईआईटी की शुरुआत 1997 में IIIT Hyderabad से हुई थी, जो भारत का पहला IIIT था. इसके बाद मानव संसाधन विकास मंत्रालय (अब शिक्षा मंत्रालय) ने देशभर में और IIITs की स्थापना की. साल 2025 तक भारत में 25 से अधिक IIITs हैं, जिनमें कुछ केंद्र सरकार द्वारा स्थापित हैं और कुछ PPP (Public-Private Partnership) मॉडल के तहत चलाए जा रहे हैं.
प्रमुख IIIT संस्थानों में IIIT Hyderabad, IIIT Delhi (IIIT-D), IIIT Allahabad, IIIT Bangalore, और IIIT Gwalior (ABV-IIITM) शामिल है.
IIITs में प्रवेश मुख्य रूप से JEE Main परीक्षा के माध्यम से होता है. उम्मीदवारों को अच्छी रैंक और काउंसलिंग प्रक्रिया के तहत सीट मिलती है. कुछ IIITs जैसे IIIT Hyderabad और IIIT Delhi अपने स्वयं के प्रवेश नियमों का पालन करते हैं और अतिरिक्त टेस्ट या इंटरव्यू भी लेते हैं.
IIITs में निम्नलिखित क्षेत्रों में डिग्री कोर्स प्रदान किए जाते हैं- B.Tech (बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी), M.Tech (मास्टर ऑफ टेक्नोलॉजी), Ph.D (डॉक्टरेट), कुछ संस्थानों में MBA (टेक्नोलॉजी मैनेजमेंट) भी उपलब्ध है.
ये संस्थान अनुसंधान को प्राथमिकता देते हैं, और छात्रों को प्रोजेक्ट्स, हैकाथॉन और स्टार्टअप गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करते हैं.
IIITs के छात्र तकनीकी कंपनियों में अत्यंत उच्च वेतन पैकेज के साथ प्लेसमेंट पाते हैं. गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, ऐमज़ॉन, एडोबी, फ्लिपकार्ट, इंफोसिस जैसी कंपनियां हर साल कैंपस प्लेसमेंट में भाग लेती हैं. कई छात्र उच्च शिक्षा के लिए विदेश भी जाते हैं.
QS Top Ranking 2026: क्यूएस रैंकिंग में इस बार आईआईटी दिल्ली ने भारत की ओर से पहला स्थान हासिल किया है और एशिया रैकिंग में आईआईटी दिल्ली 59वें नंबर पर आया है.
अब एआई का इस्तेमाल सिर्फ तकनीकी कामों तक सीमित नहीं रहा, बल्कि कैरियर ग्रोथ के लिए भी किया जा रहा है. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) रुड़की ने ‘Elevate’ नाम के एक एआई-आधारित मॉक इंटरव्यूअर का पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया है, जिसे न्यूटन स्कूल ने विकसित किया है.
यू-ट्यूब, नेटफिल्किस, व्हाएट्सऐप...पाइथन प्रोग्रामिंग भाषा का इस्तेमाल आज के कंप्यूटर विज्ञान के सभी क्षेत्रों में सक्रिय रूप से किया जा रहा है. अगर आप पाइथन सीखना चाहते हैं तो कोचिंग में लाखों की फीस देने से अच्छा है कि नामी संस्थान से आप पाइथन फ्री में सीख लें. SWAYAM, MIT और Google द्वारा कई फ्री कोर्स उपलब्ध कराए जा रहे हैं. ये कोर्स खास तौर पर उन लोगों के लिए फायदेमंद हैं जो छात्र हैं, काम कर रहे पेशेवर हैं, या सिर्फ कोडिंग सीखने में रुचि रखते हैं.
ट्रंप ने H1B वीजा फीस 1 लाख डॉलर कर दी. एक्सपर्ट्स मानते हैं इससे Indian IT सेक्टर को फायदा होगा और US के लिए यह इकोनॉमिक सुसाइड साबित होगा.
भारत सरकार ने साल 2025 की एनआईआरएफ की रैंकिंग जारी की है, जिसमें आईआईटी मद्रास को ओवरओल कैटेगिरी में टॉप रैंक मिली है.
आईआईटी में एडमिशन का आंकड़ा इस साल रिकॉर्ड बना गया है. जहां 18 हजार 160 सीटें स्वीकृत थीं, वहीं 18 हजार 188 छात्रों को दाखिला मिला. यानी तय क्षमता से 28 सीटें ज्यादा भरी गईं. इसी के साथ महिला उम्मीदवारों की हिस्सेदारी भी बढ़ी है, जो 20% से अधिक पहुंच गई.
एनजीटी ने पर्यावरण मंत्रालय से पूछा कि गर्मियों में गंगा के प्रवाह में भूजल की क्या भूमिका है. आईआईटी रुड़की के अध्ययन से पता चला कि गंगा का प्रवाह ग्लेशियरों से नहीं, बल्कि भूजल से चलता है. 58% पानी वाष्पीकरण से खत्म होता है. एनजीटी ने 10 नवंबर की सुनवाई से पहले रिपोर्ट मांगी. भूजल संरक्षण और सहायक नदियों की बहाली जरूरी है.
IIT में B.Tech करने की सोच रहे हैं? जानिए IIT दिल्ली, बॉम्बे, मद्रास, कानपुर और रुड़की सहित टॉप IITs में B.Tech कोर्स की फीस कितनी है. SC/ST को मिलती है छूट.
इस ऐतिहासिक प्लेसमेंट ने न केवल संस्थान को गौरवान्वित किया है, बल्कि IIIT-A के मजबूत प्लेसमेंट ट्रैक रिकॉर्ड पर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कंपनियों का ध्यान एक बार फिर केंद्रित कर दिया है. विपुल की यह सफलता छात्रों के लिए एक प्रेरणा बनकर उभरी है.