इथियोपिया (Ethiopia) पूर्वी अफ्रीका में स्थित एक प्राचीन और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध देश है, जिसे "हॉर्न ऑफ अफ्रीका" का महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है. यह दुनिया के सबसे पुराने सभ्यता क्षेत्रों में से एक है, जहां मानव विकास के कई महत्वपूर्ण प्रमाण पाए गए हैं, जैसे “लूसी” नामक मानव कंकाल. इथियोपिया की राजधानी अदीस अबाबा है, जो अफ्रीकी संघ का मुख्यालय भी है.
23 नवंबर 2025 को इथियोपिया के अफर क्षेत्र में स्थित Hayli Gubbi नामक शील्ड वोल्केनो में एक विस्फोट हुआ. यह पहली ज्ञात एरुप्शन है आधुनिक रिकॉर्ड में, पिछले लगभग 12,000 सालों में इस वोल्केनो के सक्रिय होने का कोई स्पष्ट रिकॉर्ड नहीं था. विस्फोट में राख का स्तंभ बहुत ऊंचा गया और उसे उपग्रह इमेज में भी देखा गया था. इतना ही नहीं राख का बादल अरब प्रायद्वीप, यमन, ओमान और भारत की ओर भी बहा (Volcano Blast 2025).
यह देश किसी उपनिवेशवादी शासन के अधीन कभी स्थायी रूप से नहीं रहा, जिसके कारण इसकी सांस्कृतिक पहचान, भाषा और परंपराएं आज भी बहुत मजबूत हैं. यहां की प्रमुख भाषा अम्हारिक है, जबकि कई स्थानीय भाषाएं भी प्रचलित हैं. इथियोपिया की आबादी विविध है, जिसमें विभिन्न जातीय और धार्मिक समूह शामिल हैं. ईसाई धर्म, इस्लाम और पारंपरिक अफ्रीकी मान्यताएं यहां के सामाजिक ढांचे का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं.
भौगोलिक रूप से इथियोपिया पहाड़ी इलाकों, बड़ी झीलों, हरित वादियों और विशाल पठारों से बना है. यहां की ब्लू नाइल नदी दुनिया की महत्वपूर्ण नदियों में से एक है, जिसका उद्गम भी इसी देश में होता है. कृषि इथियोपिया की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार है, जहां लोग कॉफी, तिल, गेहूं और दालों की खेती बड़े पैमाने पर करते हैं. कॉफी को इथियोपिया की खोज माना जाता है और यह देश आज भी दुनिया के प्रमुख कॉफी उत्पादकों में से एक है.
पिछले कुछ वर्षों में इथियोपिया ने आर्थिक विकास, आधारभूत संरचना और उद्योगों के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है. रेलवे, सड़क निर्माण, ऊर्जा परियोजनाएं और विनिर्माण क्षेत्र में हो रही बढ़ोतरी ने इसे अफ्रीका की तेजी से उभरती अर्थव्यवस्थाओं में शामिल कर दिया है. हालांकि, जातीय संघर्ष, राजनीतिक अस्थिरता और खाद्य सुरक्षा से जुड़े मुद्दे अभी भी देश के लिए चुनौती बने हुए हैं.
इतिहास, प्राकृतिक सौंदर्य, सांस्कृतिक विविधता और आधुनिक बदलावों का अनूठा संगम इथियोपिया को अफ्रीका के सबसे विशिष्ट और महत्वपूर्ण देशों में स्थान देता है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस वक्त तीन देशों के दौरे पर है. पीएम मोदी कुल चार दिनों में तीन देशों की यात्रा कर रहे है. वह जॉर्डन और इथियोपिया के बाद आज ओमान पहुंच गए हैं.
PM मोदी का कहना है कि मैं अपने मित्र और प्रधानमंत्री अभी अहमद अली का दिल से आभार प्रकट करता हूं. पिछले महीने साउथ अफ्रीका में जी ट्वेंटी समिट के दौरान हमने मुलाकात की थी, जहां उन्होंने बहुत स्नेहपूर्वक मुझसे इथियोपिया की यात्रा करने का आग्रह किया था. ऐसे भाई जैसा स्नेहमयी निमंत्रण टालना सहज नहीं था, इसलिए जैसे ही पहला अवसर मिला मैंने इथियोपिया आने का निश्चय किया.
पीएम मोदी इस समय इथियोपिया के दौरे पर हैं जहां उन्हें देश का सर्वोच्च सम्मान 'द ग्रेट ऑनर निशान ऑफ इथियोपिया' से नवाजा गया है. इथियोपियाई संसद में सांसदों ने पीएम मोदी का सम्मान तालियों की गड़गड़ाहट और स्टैडिंग ओवेशन देकर किया. इस दौरान पीएम मोदी ने इथियोपिया की संसद को संबोधित किया और इस सम्मान को अपने लिए और भारत देश के लिए गर्व की बात बताया.
पीएम नरेंद्र मोदी इथियोपिया के आधिकारिक दौरे पर हैं जहां उन्हें देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'द ग्रेट ऑनर निशान ऑफ इथियोपिया' दिया गया. इस अवसर पर उन्होंने इथियोपिया की संसद को संबोधित करते हुए इस सम्मान को अपने लिए और भारत के लिए गर्व की बात बताया. पीएम मोदी का भाषण इथियोपिया और भारत के बीच बढ़ते संबंधों और सहयोग की अभिव्यक्ति है. यह दौरा दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत बनाने के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है. पीएम मोदी ने अपने भाषण में आपसी सद्भाव, विकास तथा आर्थिक सहयोग पर बल दिया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इथियोपिया की संसद को संबोधित करते हुए दोनों देशों के प्राचीन सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और व्यापारिक संबंधों पर प्रकाश डाला. उन्होंने इथियोपिया को 'शेरों की धरती' कहा और गुजरात से अपने व्यक्तिगत संबंधों का उल्लेख किया.
पीएम मोदी इथियोपिया के दौरे पर हैं, जहां उन्हें देश के सर्वोच्च सम्मान 'द ग्रेट ऑनर निशान ऑफ इथियोपिया' से नवाजा गया. उन्होंने इथियोपिया की संसद को संबोधित करते हुए इसे अपने लिए और देश के लिए गर्व की बात बताया.
PM Modi Ethiopia Visit के दौरान इथियोपियाई संसद को संबोधित किया. ‘शेरों की धरती’ बताते हुए India-Ethiopia friendship, democracy और cultural ties पर दिया संदेश.
इथियोपिया दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर एक वीडियो साझा कर बताया कि प्रधानमंत्री अबी अहमद द्वारा आयोजित डिनर में इथियोपियाई गायकों ने 'वंदे मातरम्' का गायन किया. 150 वर्षों की ऐतिहासिक यात्रा के बीच इस गीत का गाया जाना भारत–इथियोपिया संबंधों की गहराई को दर्शाता है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इथियोपिया की राजधानी अदीस अबाबा में देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'ग्रेट ऑनर निशान ऑफ इथियोपिया' से सम्मानित किया गया. यह सम्मान भारत-इथियोपिया संबंधों को मजबूत करने और वैश्विक नेतृत्व में पीएम मोदी के योगदान के लिए दिया गया. प्रधानमंत्री को अब तक 28 उच्च विदेशी सम्मान मिल चुके हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इथियोपिया में उच्चतम नागरिक सम्मान द ग्रेट ऑनर निशां ऑफ इथियोपिया से नवाजा गया है. यह सम्मान भारत और इथियोपिया के द्विपक्षीय संबंधों को नई मजबूती प्रदान करता है. इथियोपिया के प्रधानमंत्री ने इस सम्मान के माध्यम से दोनों देशों के बीच सहयोग और विश्वास को और प्रगाढ़ बनाने का संदेश दिया है. यह ऐतिहासिक घटना दोनों देशों के बीच साझेदारी के नए अध्याय की शुरुआत है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अदीस अबाबा में अपने इथियोपियाई समकक्ष अबी अहमद अली के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता में शामिल हुए. उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले पर समर्थन के लिए इथियोपिया का आभार जताते हुए आतंकवाद के खिलाफ उसके सहयोग को अहम बताया.
प्रधानमंत्री मोदी की पहली इथियोपिया यात्रा के दौरान 'कार डिप्लोमेसी' चर्चा में रही. इथियोपिया के पीएम अबिय अहमद ने खुद कार चलाकर पीएम मोदी को एयरपोर्ट से होटल पहुंचाया और साइंस म्यूजियम की सैर कराई.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समय तीन देशों के अहम विदेशी दौरे पर हैं, जिसमें जॉर्डन के बाद आज उनका इथियोपिया दौरा है. इथियोपिया जो अपने आप में कई हैरान करने वाले तथ्य समेटे हुए है. आखिर इस अफ्रीकी देश में ऐसा क्या है, जो इसे बाकी दुनिया से बिल्कुल अलग बनाता है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15–16 दिसंबर को जॉर्डन की पहली पूर्ण द्विपक्षीय यात्रा पर हैं. यह दौरा भारत-जॉर्डन राजनयिक संबंधों के 75 वर्ष पूरे होने के मौके पर हो रहा है. यात्रा में व्यापार, उर्वरक सहयोग और उच्चस्तरीय राजनीतिक वार्ता पर खास जोर रहेगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 से 18 दिसंबर, 2025 तक जॉर्डन, इथियोपिया और ओमान का दौरा करेंगे, जिसमें उनका उद्देश्य मिडिल ईस्ट और अफ्रीका में भारत की महत्वपूर्ण साझेदारियों को मजबूत करना है. जॉर्डन में वे किंग अब्दुल्ला II से मिलकर 75 साल पुराने द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा करेंगे और क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और समृद्धि को बढ़ावा देने पर चर्चा करेंगे.
बॉम्बे हाईकोर्ट ने कहा कि मुंबई की खराब Air Quality के लिए Ethiopia ज्वालामुखी जिम्मेदार नहीं है. कोर्ट ने सरकार से Pollution Control पर प्रभावी कदम मांगे.
हवाई का किलुआ, इथियोपिया का हयाली गुबी, इंडोनेशिया के मेरापी-सुमेरू और आइसलैंड के ज्वालामुखी एक साथ फट रहे हैं. क्या धरती के नीचे कुछ बड़ी हलचल हो रही है. आइए वैज्ञानिकों की स्टडी और रिपोर्ट्स के मुताबिक समझे कि ये सब क्या हो रहा है.
दिल्ली की हवा पहले ही खराब होती जा रही है और अब इथियोपिया के ज्वालामुखी से उठी राख का गुबार दिल्ली तक पहुंच गया है. वैज्ञानिकों के अनुसार, इस राख के कण सांस लेने में परेशानी पैदा कर सकते हैं और प्रदूषण के स्तर को और बढ़ा सकते हैं. इस राख का दिल्लीवासियों की सांसों पर क्या प्रभाव पड़ेगा और क्या यह मौजूदा प्रदूषण संकट को और गंभीर बनाएगा?
ज्वालामुखी से उठी राख का असर अब भारत में नहीं दिखेगा. ताज़ा सैटेलाइट तस्वीरों के मुताबिक, राख का गुबार पूरी तरह भारत के ऊपर से गुजर चुका है और अब चीन की दिशा में बढ़ रहा है. यानी देश के सभी हिस्सों पर इसका प्रभाव खत्म माना जा सकता है.
इथियोपिया का हायली गुबी ज्वालामुखी 12000 साल बाद 23 नवंबर को फटा. राख जेट स्ट्रीम से 4500 किमी दूर दिल्ली-जयपुर तक पहुंची. राख 8-15 किमी ऊंचाई पर है, इसलिए AQI पर कोई असर नहीं. विमानों को खतरा है, कई फ्लाइट्स रद्द. 27-28 नवंबर तक सब साफ, बारिश भी हो सकती है.
इथियोपिया ज्वालामुखी की राख भारत में फ्लाइट्स को प्रभावित कर रही है. IMD के अनुसार ऐश क्लाउड मंगलवार शाम तक भारत से हटकर चीन की ओर जाएगा.