कंबोडिया (Cambodia) दक्षिण-पूर्व एशिया में स्थित एक खूबसूरत देश है, जो अपनी प्राचीन सभ्यता, धार्मिक धरोहर और संघर्षों से भरे इतिहास के लिए जाना जाता है. थाईलैंड, लाओस और वियतनाम से घिरा यह देश आज पर्यटकों के लिए एक आकर्षक गंतव्य बन चुका है.
कंबोडिया का इतिहास बहुत ही समृद्ध और गहराई वाला है. यहां खमेर साम्राज्य (9वीं से 15वीं सदी) ने एक लंबा शासन किया और इसी समय में विश्व प्रसिद्ध अंगकोरवाट मंदिर का निर्माण हुआ, जो आज यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल है. यह मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है और दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक स्मारक माना जाता है.
20वीं सदी में कंबोडिया को भारी राजनीतिक उथल-पुथल का सामना करना पड़ा. 1975 से 1979 तक पोल पॉट के नेतृत्व में खमेर रूज शासन के दौरान लगभग 20 लाख लोगों की जान गई. यह समय देश के इतिहास का सबसे दर्दनाक दौर रहा, जिसे आज भी याद कर लोग सिहर उठते हैं.
1990 के दशक के बाद कंबोडिया में शांति स्थापित हुई और लोकतांत्रिक ढांचा धीरे-धीरे मजबूत हुआ. आज कंबोडिया एक संवैधानिक राजतंत्र है और देश के प्रमुख नेता प्रधानमंत्री हैं. कंबोडिया ने अब विकास की ओर कदम बढ़ाए हैं और पर्यटन, कपड़ा उद्योग और कृषि इसकी अर्थव्यवस्था की रीढ़ बन चुके हैं.
कंबोडिया की संस्कृति मुख्यतः बौद्ध धर्म से प्रभावित है. यहां के लोग बहुत ही शांत स्वभाव के होते हैं और पारंपरिक नृत्य, वस्त्र और खानपान में भारतीय संस्कृति की झलक भी देखने को मिलती है. यहां का लोकप्रिय नृत्य अपसरा डांस दुनियाभर में प्रसिद्ध है.
पर्यटकों के लिए कंबोडिया एक अद्भुत अनुभव है.
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने बुसान में हुई बैठक में डोनाल्ड ट्रंप के उस दावे को खारिज कर दिया कि थाईलैंड-कंबोडिया शांति प्रक्रिया में चीन की कोई भूमिका नहीं रही. शी ने कहा कि चीन अपने तरीके से दोनों देशों के सीमा विवाद को सुलझाने में मदद करता रहा है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर बताया कि वे मलेशिया से जापान जा रहे हैं. उन्होंने अपने मलेशिया दौरे को सफल बताया और ट्रेड तथा रेयर अर्थ डील साइन करने की जानकारी दी.
थाईलैंड और कंबोडिया के नेताओं ने रविवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की उपस्थिति में एक विस्तारित युद्धविराम समझौते पर हस्ताक्षर किए. ये समझौता क्वालालंपुर में एसोसिएशन ऑफ साउथ ईस्ट एशियन नेशंस (ASEAN) के शिखर सम्मेलन में ट्रंप के पहुंचने के ठीक बाद किया गया जो तीन महीने पहले हुई एक संधि पर आधारित है.
इजरायल- हमास के बीच अक्टूबर 2023 से चले आ रहे युद्ध को रोकने के बाद डोनाल्ड ट्रंप चुप नहीं बैठे. महीने के आखिर में वे थाईलैंड और कंबोडिया के बीच भी शांति समझौता करा सकते हैं. इन दो देशों के बीच सीमा विवाद मिडिल ईस्ट की तरह चर्चा में भले न हो, लेकिन हिंसा तो हो रही है, और इसका खामियाजा भी दोनों पक्ष उठा रहे हैं.
दुनिया के सबसे अमीर लोग अपनी छुट्टियां आम लोगों से दूर, बेहद निजी और शानदार जगहों पर बिताते हैं. ये डेस्टिनेशंस सिर्फ लग्जरी सुविधाओं के लिए ही नहीं, बल्कि बेजोड़ एकांत, प्राकृतिक सुंदरता और अनोखे एक्सपीरियंस के लिए मशहूर हैं.
मोस्ट वांटेड गैंगस्टर मैनपाल बादली पर पुलिस ने उस पर 7 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था. 2018 में परोल पर बाहर आने के बाद वह विदेश भाग गया था और गैंग ऑपरेट कर रहा था. मैनपाल पर हत्या समेत कई गंभीर मामले दर्ज हैं.
मोरक्को के गृह मंत्री ने आवारा कुत्तों की आबादी को नियंत्रित करने के लिए 100 मिलियन डॉलर का बजट घोषित किया. इसके तहत 130 कम्यूनल हाइजीन ऑफिस खोले गए, जिनमें 60 डॉक्टर, 260 नर्स, 260 हेल्थ टेक्नीशियन और 130 वेटरिनेरियन नियुक्त किए गए, ताकि 1244 नगरपालिकाओं में शेल्टर मैनेज किए जा सकें.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत-पाकिस्तान के बीच युद्धविराम के बाद से लगातार कहते रहे हैं कि उन्होंने दोनों देशों के बीच युद्धविराम कराया. लेकिन भारत का कहना है कि युद्धविराम दोनों देशों के DGMO के बीच सीधी बातचीत से हुआ है.
नोबेल शांति पुरस्कार पाने की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की इच्छा जगजाहिर है. इसे देखते हुए कई देश उन्हें पुरस्कार के लिए नॉमिनेट कर उनकी कृपा पाने की कोशिश कर रहे हैं. इजरायल और पाकिस्तान उन देशों में सबसे पहले थे और अब कंबोडिया ने भी ट्रंप को पुरस्कार के लिए नॉमिनेट करने का फैसला किया है.
थाई सेना का VL MICA सिस्टम तैनात करना कम्बोडिया के साथ तनाव में एक बड़ा कदम है. यह सिस्टम अगर सफल रहा, तो थाईलैंड की हवाई सुरक्षा मजबूत होगी. MBDA की तकनीक की साख बढ़ेगी. लेकिन पहली बार इस्तेमाल होने से सावधानी जरूरी है. क्या यह सिस्टम जंग को खत्म करेगा या और बढ़ाएगा?
थाईलैंड और कम्बोडिया के बीच सीमा पर जारी तनाव अब खतरनाक मोड़ लेता दिख रहा है.. हाल की झड़पों के बाद थाईलैंड ने बड़ा कदम उठाते हुए वीएल माइका शॉर्ट-रेंज एयर डिफेंस सिस्टम को पहली बार युद्ध में इस्तेमाल करने की तैयारी कर रहा है.
थाईलैंड और कंबोडिया के बीच प्राचीन शिव मंदिर को लेकर चल रहा संघर्ष अब थम गया है. व्हाइट हॉउस की प्रेस सेक्रेटरी कैरेलिन लेविट्का ने कहा है कि इस लड़ाई को डोनाल्ड ट्रंप ने रुकवाया है और उन्हें नोबेल पुरस्कार दिया जाना चाहिए. हालांकि, मलेशिया ने अमेरिका की किसी भी भूमिका को सिरे से खारिज कर दिया है. मलेशिया का कहना है कि यह आसियान देशों का आपसी मामला है और उनके प्रयासों से ही यह संघर्ष रुका है.
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लगातार यह दावा करते रहे हैं कि वे व्यापार समझौतों का उपयोग युद्ध रोकने और दुनिया भर में संघर्षों में मध्यस्थता करने के लिए कर रहे हैं. हालांकि, थाईलैंड और कंबोडिया के बीच तुरंत और बिना शर्त सीज़फायर का समझौता हो गया है. यह समझौता अमेरिका की मध्यस्थता से नहीं, बल्कि मलेशिया की मदद से हुआ है. मलेशिया के विदेश मंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा था कि वे अमेरिका की मध्यस्थता नहीं चाहते और अमेरिका को बेकार में दखलंदाजी नहीं करनी चाहिए.
थाईलैंड और कंबोडिया कई दिनों तक चली घातक सीमा झड़पों के बाद 'तत्काल और बिना शर्त' सीजफायर पर सहमत हुए हैं.
एशिया महाद्वीप पर बीते चार दिनों से दो देशों के बीच जंग चल रही था. जो कि अब शांत होने की संभावना है. मलेशिया के विदेश मंत्री मोहम्मद हसन ने दावा किया है कि थाईलैंड और कंबोडिया ने अपने सीमा संघर्ष को सुलझाने के लिए मलेशिया को मध्यस्थ के रूप में स्वीकार कर लिया है. हालांकि, इस बीच दोनों देशों ने एक-दूसरे पर फिर से तोपों से हमला करने का आरोप लगाया है.
थाईलैंड-कंबोडिया सीमा संघर्ष पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मध्यस्थता की कोशिश की है. उन्होंने दोनों देशों के नेताओं से बात कर युद्ध रोकने के लिए चेताया कि अमेरिका व्यापार समझौता नहीं करेगा. ट्रंप के हस्तक्षेप के बाद दोनों देशों ने सीजफायर वार्ता के लिए सहमति जताई है. ट्रंप ने बीते दिन दावा किया था कि दोनों देश बातचीत के लिए राजी हैं, लेकिन सीमा पर शांति फिर भी नहीं आई.
कंबोडिया और थाईलैंड के बीच सीमा पर तनाव बना हुआ है. दोनों देशों के बीच पिछले तीन-चार दिनों से चल रहे संघर्ष में जान-माल का नुकसान हुआ है. इस संघर्ष में कंबोडिया में करीब 13 लोगों की मौत हो चुकी है, जिसमें पांच सैनिक और आठ नागरिक शामिल हैं.
Thailand-Cambodia के बीच हुआ सीजफायर, Malaysia ने किया दावा
मलेशिया के विदेश मंत्री मोहम्मद हसन ने दावा किया है कि थाईलैंड और कंबोडिया सीजफायर के लिए मान गए हैं. दोनों देश के शीर्ष नेता सोमवार को मलेशिया पहुंचेंगे और बातचीत करेंगे. इस संघर्ष में अब तक 30 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.
थाईलैंड और कंबोडिया के बीच सीमा विवाद ने हिंसक रूप ले लिया, जिसमें 30 से अधिक मौतें और 1.3 लाख से ज्यादा लोग विस्थापित हो गए. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दोनों देशों के नेताओं से बात कर तात्कालिक सीजफायर वार्ता की पहल की. दोनों पक्ष जल्द मिलने को तैयार हैं, लेकिन हालात अब भी तनावपूर्ण बने हुए हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने थाईलैंड और कंबोडिया को चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि अगर युद्ध नहीं रुका तो व्यापार नहीं होगा. ट्रंप ने दोनों ही देशों के प्रधानमंत्रियों से फ़ोन पर बातचीत की. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर भी पोस्ट किया और बताया कि उन्होंने दोनों ही देशों के प्रधानमंत्रियों से फ़ोन पर बातचीत की है.