भागलपुर
भागलपुर (Bhagalpur) भारत के बिहार राज्य का एक जिला है जो गंगा नदी के दक्षिणी तट पर स्थित है. यह बिहार का तीसरा सबसे बड़ा शहर है. भागलपुर डिवीजन का मुख्यालय भी यहीं है. यह एक प्रमुख शैक्षिक, वाणिज्यिक और राजनीतिक केंद्र है. इस जिले का क्षेत्रफल 2,569 वर्ग किलोमीटर है (Bhagalpur Geographical Area).
2011 जनगणना के आंकड़ों के मुताबिक भागलपुर की जनसंख्या (Bhagalpur Population) 30.38 लाख है और यहां प्रति वर्ग किलोमीटर 1,182 लोग रहते हैं (Density). यहां का लिंग अनुपात (Sex Ratio) 880 है. इस जिले की 63.14 फीसदी जनसंख्या साक्षर है. इनमें पुरुष 70.30 फीसदी और महिलाओं की साक्षरता दर 54.89 फीसदी है (Bhagalpur Literacy).
गंगा नदी के किनारे बसा होने के कारण शहर के आसपास का मैदान बहुत उपजाऊ हैं. मुख्य फसलों में चावल, गेहूं, मक्का, जौ और तिलहन शामिल हैं (Bhagalpur Crops). गंगा नदी भारत के राष्ट्रीय जलीय पशु डॉल्फिन का घर है. विक्रमशिला गंगा डॉल्फिन सेंच्युरी शहर के पास स्थापित है. मनसा पूजा और काली पूजा इस शहर का महत्वपूर्ण त्योहार हैं (Bhagalpur Festivals).
भागलपुर जिस क्षेत्र में स्थित है, वह महाभारत काल में अंग राज्य के रूप में जाना जाता था. अंग की राजधानी चंपा नगरी थी और इसके राजा पांडवों के बड़े भाई कर्ण थे (History). पौराणिक पक्षी गरुड़ से जुड़े सारस परिवार के सदस्य ग्रेटर एडजुटेंट के पास भागलपुर में स्थित एक पुनर्वास क्षेत्र है, जो अपनी तरह का दूसरा सबसे बड़ा सारस परिवार क्षेत्र है. भागलपुर में गंगा-दियारा क्षेत्र के एक गांव के पास रेशमी कपास के पेड़ पर पहली बार गरुड़ पक्षियों को घोंसला बनाते हुए देखा गया था (Garuda Bird). इस जिले को सिल्क सिटी के रूप में जाना जाता है (Silk City).
मंदार हिल, विक्रमशिला के खंडहर, श्री चंपापुर दिगंबर जैन सिद्ध क्षेत्र, महर्षि मेही आश्रम, कुप्पाघाट और तिलका मांझी भागलहपुर जिले का प्रमुख पर्यटक स्थल है (Bhagalpur Tourist Places).
बिहार चुनाव के मैदान में भागलपुर की रेशमी गलियों से राजनीतिक हलचल तेज हो गई है, जहाँ बुनकरों की बदहाली एक बड़ा मुद्दा है। इस चुनावी माहौल में सांसद पप्पू यादव, राहुल गाँधी और एनडीए एवं महागठबंधन के नेता आमने-सामने हैं। पप्पू यादव ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए कहा, 'पहली बार कांग्रेस के लोगों ने हमको राजनीति सीखा दिया...हम पहली बार राजनीति से हमको सिखाया...लोग गंदा राजनीति करते हैं।' बुनकर महंगे धागों और पुरानी तकनीक से परेशान हैं, वहीं जनता की राय बंटी हुई है। कुछ लोग एनडीए सरकार के काम से खुश हैं तो कुछ युवा बदलाव की मांग करते हुए तेजस्वी यादव का समर्थन कर रहे हैं। इसी बीच राहुल गांधी ने बीजेपी और चुनाव आयोग पर लोकतंत्र खत्म करने का गंभीर आरोप लगाया है, जबकि पप्पू यादव बिहार के भविष्य को लेकर निराश नजर आए और जातिगत राजनीति को इसका कारण बताया।
आजतक की एंकर अंजना ओम कश्यप के साथ बिहार के भागलपुर में हुई चुनावी बहस में आरजेडी और बीजेपी के नेता आपस में भिड़ गए. चर्चा तेजस्वी यादव की शैक्षणिक योग्यता से लेकर भागलपुर के विकास तक पहुंची, जहां लोगों ने शहर की गंदगी और स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की विफलता पर तीखे सवाल उठाए. एक महिला ने बीजेपी प्रतिनिधि से सीधे पूछा, 'आपने बोला कि 10 से 27 हो गए हैं मेडिकल कॉलेज, तो आप ऐसे गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में जाके अपना ट्रीटमेंट करवा पाएंगी?'
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर भागलपुर की राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है, जहां की जनता नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के रोजगार के वादों पर बंटी हुई नजर आ रही है. भागलपुर जिले की सात विधानसभा सीटों पर चुनावी समीकरण भी दिलचस्प हो गए हैं. कुछ सीटों पर बीजेपी और जेडीयू ने अपने उम्मीदवार बदल दिए हैं, तो वहीं कहलगांव और सुल्तानगंज में कांग्रेस और आरजेडी के बीच दोस्ताना मुकाबला देखने को मिल सकता है.
बिहार के भागलपुर में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और अमित शाह पर तीखा हमला बोला है. राहुल ने आरोप लगाया कि इन नेताओं ने बिहार को देश का मजदूर बना दिया है. उन्होंने कहा, 'नीतीश कुमार, नरेंद्र मोदी, अमित शाह ने बिहार को हिंदुस्तान का मजदूर बना दिया है'.
आज तक के खास कार्यक्रम 'पदयात्रा' में श्वेता सिंह ने बिहार के भागलपुर और जमुई से चुनावी माहौल का जायजा लिया. इस रिपोर्ट में 1989 के भागलपुर दंगों की दर्दनाक यादों के साथ-साथ विकास, रोजगार और सुरक्षा जैसे मुद्दों पर जनता की राय सामने आई. नीतीश कुमार के शासन में सुरक्षा व्यवस्था पर भरोसा जताते हुए एक महिला ने कहा, 'अगर हम लोग अभी निकल के बाहर आ रहे हैं या कुछ काम कर रहे हैं, रात में 8:00 बजे 9:00 बजे 10:00 बजे घर आ रहे हैं तो ये नितीश कुमार का देन.'
आज तक के खास कार्यक्रम 'राजतिलक' में बिहार चुनाव की वोटिंग से ठीक पहले भागलपुर में एक तीखी राजनीतिक बहस हुई. एंकर अंजना ओम कश्यप के सामने भाजपा, जदयू, कांग्रेस, राजद और जन सुराज पार्टी के नेताओं ने भागलपुर की जनता के सवालों का सामना किया. जदयू-भाजपा गठबंधन ने नीतीश सरकार के 20 साल के सुशासन, सड़क निर्माण और महिलाओं को मेडिकल कॉलेज में 33% आरक्षण जैसी उपलब्धियों पर प्रकाश डाला.
छठ घाट पर हुई अलग-अलग घटनाओं में बिहार में 11 लोगों की मौत हो गई. अकेले नालंदा जिले में ही छठ घाट पर डूबने से 7 लोगों की जान चली गई. इन घटनाओं से परिजन दुखी हैं.
बिहार के लालगंज के बाहुबली और पूर्व विधायक मुन्ना शुक्ला को पटना बेऊर जेल से भागलपुर सेंट्रल जेल शिफ्ट किया गया है. इस फैसले के बाद उनकी बेटी और राजद उम्मीदवार शिवानी शुक्ला ने सरकार पर टॉर्चर और हत्या की साजिश का आरोप लगाया है. पत्नी अनु शुक्ला भी भावुक होकर सरकार से नाराज नजर आईं.
बिहार के भागलपुर में 'आई लव मोहम्मद' पोस्टर को लेकर दो गुटों के बीच तनाव और पत्थरबाजी की घटना सामने आई है. यह घटना हबीबपुर थाना क्षेत्र के करोड़ी बाजार की है, जहां 'आई लव मोहम्मद' लिखा पोस्टर लगाने के बाद विवाद बढ़ गया. देखते ही देखते मामला इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों के बीच जमकर पत्थरबाजी होने लगी.
भागलपुर के हबीबपुर थाना क्षेत्र के करोड़ी बाजार में I Love Mohammad फ्लेक्स लगाने के बाद साम्प्रदायिक तनाव फैल गया. शाम तक पत्थरबाजी और रोड़ेबाजी की घटनाएं हुईं. कई लोग घायल हुए. मौके पर CAPF, स्थानीय पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी हालात संभालने में जुटे रहे. देर शाम तक स्थिति नियंत्रण में बताई जा रही है.
Bhagalpur BJP Ticket Drama: टिकट न मिलने पर निर्दलीय लड़ने जा रहे अर्जित शाश्वत चौबे ने पिता अश्विनी चौबे के फोन के बाद नामांकन वापस ले लिया. बोले—पार्टी और परिवार की मर्यादा सबसे ऊपर.
1979–80 में बिहार के भागलपुर में अंडर-ट्रायल कैदियों की आंखों में तेजाब डालकर उन्हें अंधा कर देने वाली घटना को ‘आंखफोड़वा कांड’ कहा जाता है. पढ़ें इस वारदात के बाद कानूनी लड़ाई, पीड़ितों की तकलीफ और आज के हालात की पूरी कहानी.
अपने बयानों और विवादों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले जेडीयू विधायक गोपाल मंडल इस बार अपने डांस को लेकर चर्चा में हैं. डांडिया नाइट कार्यक्रम के दौरान वो कुर्ता उठाकर थिरकने लगे, लेकिन इस दौरान मंच पर जब एक कार्यकर्ता ने उन्हें रोका तो थप्पड़ जड़ दिया. पूरा मामला कैमरे में कैद हो गया और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
12 सितंबर को भागलपुर कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में छात्रों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है. इस घटना में चार छात्र घायल हुए थे, जिनमें एक को पटना एम्स रेफर किया गया. कॉलेज ने जांच समिति की रिपोर्ट के आधार पर 10 छात्रों को निलंबित कर दिया है.
भागलपुर के जेएलएन अस्पताल में एक दर्दनाक घटना सामने आई जहां दहेज और घरेलू विवाद की शिकार बेटी की मौत की खबर सुनकर मां की भी जान चली गई. गोड्डा की रहने वाली बबली देवी ने बेटी सुनैना के शव को देखकर वहीं ब्रेन हेमरेज के कारण दम तोड़ दिया. एक साथ मां-बेटी की मौत ने पूरे परिवार और इलाके को गहरे सदमे में डाल दिया है.
बिहार के भागलपुर से चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां साल 1956 में पाकिस्तान से आई एक महिला का नाम न केवल मतदाता सूची में दर्ज मिला, बल्कि राज्य में हुई विशेष पुनरीक्षण प्रक्रिया (SIR) के दौरान उसका वेरिफिकेशन भी हो गया. केंद्रीय गृह मंत्रालय की जांच में मामला उजागर होने के बाद अब महिला का नाम मतदाता सूची से हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.
आज तक की OSINT टीम ने CWC के ताजा बाढ़ डेटा और रिमोट सेंसिंग इमेजरी का विश्लेषण कर देशभर में बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया. उत्तर प्रदेश में गंगा, बिहार में घाघरा, पश्चिम बंगाल में इच्छामती, और असम में ब्रह्मपुत्र नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं.
बिहार में गंगा और कोसी नदी के उफान ने कई जिलों को जलमग्न कर दिया है. भागलपुर, कटिहार, खगड़िया समेत दर्जनों इलाके डूबे, फसलें बर्बाद और लाखों लोग बेघर. राहत-बचाव कार्य जारी.
बिहार के कई जिले बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हैं. तकरीबन 10 जिले बाढ़ की चपेट में हैं, जिससे भारी नुकसान हुआ है. खगड़िया और नवगछिया जैसे इलाकों में कई गांव और घर पानी में डूब गए हैं. सड़कों पर सिर्फ पानी ही पानी नजर आ रहा है. दानापुर में लोग पानी से बाहर निकलने की कोशिश कर रहे हैं. देखें रिपोर्ट.
बिहार में बारिश और सैलाब ने हाहाकार मचा दिया है, जिसके चलते राज्य के 13 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं. जहां करीब 15 लाख लोगों की आबादी परेशानी का सामना कर रही है. अब तक बाढ़ से 30 लोगों की मौत हो चुकी है लेकिन गंगा, कोसी जैसी नदियां अब भी उफान पर हैं. बक्सर, भोजपुर, पटना, मुंगेर, भागलपुर,जैसे इलाके बाढ़ की चपेट में हैं. देखें रिपोर्ट.
बिहार के भागलपुर में गंगा का जलस्तर बढ़ने से सुल्तानगंज प्रखंड का भवनाथपुर गांव पूरी तरह जलमग्न है. NH-80 पर 3-4 फुट पानी भरने से यातायात ठप हो गया है. गांव, स्कूल और सड़कें डूब चुकी हैं. लोग तेज धार में पैदल आने-जाने को मजबूर हैं. बाढ़ पीड़ितों का आरोप है कि सरकार से उन्हें अब तक कोई पर्याप्त मदद नहीं मिली है.