भारत और साउथ अफ्रीका के बीच कोलकाता के ऐतिहासिक ईडन गार्डन्स में पहला टेस्ट शुक्रवार (14 नवंबर) से शुरू हो रहा है. ऐसे में पिच का खेल यहां बेहद अहम हो गया है. मैच भारत में हो रहा है तो स्पिनर्स साइडलाइन कैसे हो सकते हैं भला... ऐसे में दोनों टीम फिरकीबाज (स्पिनर्स) के तिकड़ी वाले कॉम्बिनेशन के साथ उतरेंगी. यानी दोनों ही टीम 3-3 स्पिनर्स लेकर मैदान में उतरेंगी.
कोलकाता में सुबह की नमी तेज गेंदबाजों की मदद कर सकती है, जिससे जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज जैसे गेंदबाजों को स्विंग और मूवमेंट मिल सकता है. अफ्रीकी टीम के पास भी कगिसो रबाडा और मार्को जानसेन जैसे ऑप्शन हैं.
लेकिन जैसे-जैसे सूरज की गर्मी से ईडन की पिच सख्त होगी, बल्लेबाजी आसान होती जाएगी और स्ट्रोक खेलने वाले बल्लेबाज खुलकर खेल सकेंगे. वहीं तीसरे और चौथे दिन तक पिच से स्पिनरों को मदद मिलने लगेगी, जिससे रवींद्र जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर जैसे गेंदबाज खेल में अहम भूमिका निभा सकते हैं. यानी स्पिनर्स मैच का पासा पलट सकते हैं.
ऐसे में यह बात तो तय है कि कोलकाता टेस्ट में स्पिनर्स की भूमिका सबसे अहम रहेगी. अफ्रीकी टीम के पास केशव महाराज, सेनुरन मुथुसामी और साइमन हार्मर जैसे स्पिनर्स हैं. वहीं भारतीय टीम के पास रवींद्र जडेजा, कुलदीप यादव और वॉशिंगटन सुंदर हैं. अक्षर पटेल का खेलना तय नहीं है.

तो कोलकाता में टेस्ट क्रिकेट में किन गेंदबाजों का जलवा?
कोलकाता की पिच पर टेस्ट क्रिकेट में किसका जलवा है, क्या यहां स्पिनर्स चलते हैं, या पेसर्स... इसके लिए हमने यहां टेस्ट में विकेट लेने वाले टॉप 5 गेंदबाज देखे. जो सभी भारतीय हैं. इनमें 3 स्पिनर्स हरभजन सिंह, अनिल कुंबले और बिशन सिंह बेदी हैं. वहीं 2 पेसर्स जवागल श्रीनाथ और मोहम्मद शमी हैं.
यानी इन आंकड़ों से साफ है कोलकाता की पिच पर पेसर्स ने भी शानदार प्रदर्शन किया है. भारत के असिस्टेंट कोच रयान टेन डोशेट ने भी माना था पिच अच्छी दिख रही है, जो बाद में स्पिन ले सकती है.
साउथ अफ्रीका के पास हैं कौन से स्पिनर्स जो ईडन में करेंगे 'खेला'
साउथ अफ्रीका के पास सबसे अनुभवी स्पिनर के रूप में केशव महाराज हैं. 35 साल के उन्होंने 60 टेस्ट में कुल 212 विकेट लिए हैं, लेकिन भारत में भारत के खिलाफ उनके नाम 2 टेस्ट में महज 6 विकेट हैं, ये 6 विकेट 2019 के दौरान में आए थे. 31 साल के सेनुरन मुथुसामी भी भारत में 2019 के दौरे पर 2 टेस्ट मैच खेल चुके हैं, लेकिन उनके नाम भी भारत के खिलाफ 2 ही विकेट हैं. हालांकि मुथुसामी के नाम ओवरऑल 7 टेस्ट में 22 विकेट हैं.

वहीं साउथ अफ्रीकी टीम के तरकश में स्पिनर के रूप में 36 साल के साइमन हार्मर भी हैं. जो 2015 के दौरे पर भारत में आए थे. तब भी उन्होंने 2 टेस्ट मैचों में 10 विकेट लिए थे. हालांकि उनका फर्स्ट क्लास क्रिकेट में रिकॉर्ड जबरदस्त है, यहां हार्मर 234 फर्स्ट क्लास मैचों में 1000 ले चुके हैं.
भारत के स्पिनर्स भी हैं दमदार, जडेजा-कुलदीप से 'सुंदर' प्रदर्शन की आस
36 साल के ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा भारत के सबसे अनुभवी गेंदबाजों में से एक हैं. उन्होंने कुल 87 टेस्ट मैचों में 338 विकेट झटके हैं, लेकिन जब वो भारत की धरती पर खेलते हैं तो अलग ही हो जाते हैं. भारत में जडेजा ने 51 टेस्ट मैचों में कुल 246 विकेट लिए हैं. जडेजा के नाम 3990 टेस्ट रन भी हैं, ऐसे में वो 4000 और 300 विकेट के डबल के भी करीब हैं.
वहीं 2017 में टेस्ट डेब्यू करने वाले 30 साल के कुलदीप यादव के नाम 15 टेस्ट में कुल 68 विकेट हैं, चाइनामैन कुलदीप की सबसे बड़ी क्वालिटी यह है कि वह किसी भी पिच पर विकेट लेने की महारत रखते हैं. कुलदीप ने जो 15 ओवरऑल टेस्ट खेले हैं, उनमें 11 उन्होंने भारत में खेले हैं, जहां उनके नाम 50 विकेट हैं.
गंभीर जिस तरह बल्लेबाली लाइनअप को लंबा रखने में विश्वास रखते हैं, उस समीकरण के हिसाब से वॉशिंगटन सुंदर का कोलकाता टेस्ट में खेलना तय है. 26 साल के सुंदर ने बतौर गेंदबाज अब तक 15 टेस्ट मैचों में कुल 35 विकेट लिए हैं. वहीं भारत में खेले गए 7 टेस्ट मैचों में उन्हेांने कुल 21 विकेट लिए हैं.
वैसे एक विकल्प के तौर पर भारत के पास अक्षर पटेल भी हैं, लेकिन वो संभवत: कोलकाता टेस्ट में नहीं खेल पाएंगे. 31 साल के अक्षर पटेल के नाम 14 टेस्ट में 55 विकेट हैं, उन्होंने 12 टेस्ट भारत में खेले हैं. वहीं 2 विदेशी टेस्ट बांग्लादेश में खेले हैं.
वैसे भी भारत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ जो आखिरी टेस्ट दिल्ली में खेला था, उसमें अक्षर पटेल नहीं थे. लेकिन उसका एक बदलाव ही इस मैच में दिखेगा, जो नीतीश रेड्डी के रूप में होगा. रेड्डी की जगह इस मुकाबले में ध्रुव जुरेल स्पेशलिस्ट बल्लेबाज के तौर पर दिख सकते हैं. नीतीश को टीम इंडिया से इस टेस्ट के लिए रिलीज किया गया है.