इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) ने 4 नवंबर को एशिया कप 2025 में भारत-पाकिस्तान मैचों के दौरान खिलाड़ियों के व्यवहार को लेकर उन पर एक्शन लिया था. इसके बाद आईसीसी ने दोनों टीमों के कई खिलाड़ियों पर कार्रवाई की थी. जहां सबसे बड़ी सजा हारिस रऊफ को मिली थी, जिन्हें दो मैच के लिए सस्पेंड किया गया था. इस पूरे घटनाक्रम के करीब एक सप्ताह बाद हारिस रऊफ का रिएक्शन सामने आया है.
हारिस रऊफ ने इंटरनेशनल क्रिकेट के "कठोर और माफी न देने वाले" स्वभाव पर निराशा जताई है. उन्होंने कहा कि इस खेल में खिलाड़ियों से "इंसानों की तरह नहीं, बल्कि रोबोट की तरह प्रदर्शन" की उम्मीद की जाती है.
उन्होंने यह बात हाल के मैचों में अपने औसत प्रदर्शन, खासकर एशिया कप फाइनल में भारत के खिलाफ मुकाबले में आलोचनाएं झेलने के बाद कहीं.
मंगलवार को रावलपिंडी में खेले गए पहले वनडे में रऊफ ने 3 विकेट की मैचजिताऊ स्पेल डाला और कुल 4 विकेट लेकर पाकिस्तान को श्रीलंका के खिलाफ 6 रन से करीबी जीत दिलाई.
इससे पहले साउथ अफ्रीका सीरीज के दौरान उन्हें 2 मैचों के लिए सस्पेंड कर दिया गया था. यह कार्रवाई उन पर एशिया कप में भारत के खिलाफ मैच के दौरान आपत्तिजनक इशारे करने के आरोप में हुई थी, जिससे "खेल की छवि को नुकसान" पहुंचा था.
Sri Lanka fought hard till the very end 💪🇱🇰
— Sri Lanka Cricket 🇱🇰 (@OfficialSLC) November 11, 2025
But Pakistan clinched the victory by just 6 runs.
Eyes set on the next game! 🔥🏏#SLvPAK #SriLankaCricket #LionsRoar pic.twitter.com/tsAExeXg0B
पोस्ट मैच प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब उनसे पूछा गया कि वह बड़े मैचों (जैसे भारत के खिलाफ एशिया कप फाइनल) में अच्छा प्रदर्शन करने में क्यों चूक जाते हैं, तो उन्होंने कहा, "हमारे लिए कोई माफी नहीं होती. लोगों को हमसे रोबोट जैसी उम्मीद होती है, लेकिन हम इंसान हैं. हमारे भी बुरे दिन आ सकते हैं."
एशिया कप फाइनल में रऊफ 3.4 ओवर में 50 रन देकर सबसे महंगे गेंदबाज साबित हुए थे, जिसमें भारत ने जीत दर्ज की थी. इसे लेकर उन्होंने कहा कि एक खिलाड़ी के तौर पर बुरा दिन किसी का भी आ सकता है, क्योंकि हर बार योजनाएं सफल नहीं होतीं.
उन्होंने कहा, "सबसे अहम बात ये है कि आप हार न मानें. एक बुरे दिन से जिंदगी खत्म नहीं हो जाती. हम अपनी काबिलियत पर भरोसा रखते हैं और गलतियों को सुधारने पर काम करते रहते हैं. कोई भी गेंदबाज एक खराब दिन का सामना कर सकता है."
फैन्स की नाराजगी पर पूछे गए सवाल पर रऊफ ने कहा कि उनको कभी यह शक नहीं करना चाहिए कि खिलाड़ी बुरे दिन में भी अपना 100% नहीं देते.
पाकिस्तानी तेज गेंदबाज ने कहा- कोई भी खिलाड़ी आलोचना पसंद नहीं करता. हर किसी की अपनी राय हो सकती है, लेकिन हमारे लिए कोई माफी नहीं होती. आप 10 मैच अच्छे खेल लो और 1 खराब, तो लोग सिर्फ उसी खराब प्रदर्शन को याद रखेंगे.
इसके अलावा उन्होंने टेस्ट क्रिकेट खेलने की इच्छा भी जताई. "मैं पाकिस्तान के लिए टेस्ट भी खेलना चाहता हूं. जब भी सेलेक्टर्स या बोर्ड चाहें, मैं तैयार हूं. बस मेरा एक ही कहना है कि हमें पहले से बताया जाए ताकि हम रेड-बॉल क्रिकेट की तैयारी कर सकें, जिसमें एक दिन में ज़्यादा ओवर गेंदबाज़ी करनी होती है."
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