
Rajasthan News: जोधपुर जिले की शेरगढ़ तहसील के भूंगरा गांव में गुरुवार दोपहर दूल्हा बना सुरेंद्र सिंह भरे-पूरे परिवार संग खड़ा था. दूसरी ओर बारात रवाना होने की तैयारी चल रही थीं, उस समय बारातियों के लिए चाय बन रही थी. इस दौरान ही अचानक गैस सिलेंडर में धमाका हुआ. धमाके के साथ गैस पूरे घर में फैल गई और साथ ही आग लग गई. घर में सर्वाधिक महिलाएं और बच्चे थे, जो आग से घिर गए. महिलाओं को बचने के लिए आग में से निकलना पड़ा, जिसके चलते उनके कपड़े जल गए और उनके शरीर से चिपक गए. हादसे के चश्मदीद और दूल्हे के भाई रविंद्र सिंह का घटना के बारे में बताते बताते गला भर आया.
जोधपुर स्थित महात्मा गांधी अस्पताल के सर्जिकल वार्ड में पीड़ितों की देखरेख में लगे रविंद्र ने बताया कि बारात निकासी की तैयारी के दौरान सब खुश थे. एक तरफ सुरेंद्र की बारात खोखसर के लिए रवाना होने वाली थी, दूसरी तरफ वहां से एक बारात हमारे रिश्ते की बहन के लिए भालू गांव आने वाली थी. अब वह शादी भी टल गई.

बाकौल रविंद्र, ''सुरेंद्र के फेरे रात के थे, इसलिए बारात चार बजे बाद रवाना करने का तय हुआ था, इसलिए सभी बाराती बैठे थे. अचानक हुए हादसे ने हम सबको झकझोर दिया है. रविंद्र का कहना है कि वह घर के बाहर खड़ा था. अचानक लपटें दिखीं तो अंदर की ओर दौड़ा. लेकिन अंदर घुस नहीं सका. अंदर परिवार के बच्चे और महिलाएं आग में घिर चुके थे. हम सब आग बुझाने के प्रयास में लग लग. इस दौरान अंदर से कुछ लोग जलते हुए बाहर आए. इसके बाद आनन फानन में बारात के लिए खड़ी गाड़ियों में ही झुलसे हुए परिजनों को लेकर हम लोग अस्पताल की ओर भागे.''
पूरा परिवार झुलसा, भतीजे-भतीजी की मौत
दूल्हा सुरेंद्र सिंह गुजरात के मोरबी में नौकरी करता है. अपनी शादी के लिए वह गांव आया था. इस हादसे में वह भी खुद गंभीर रूप से झुलस गया है. उसके पिता सगत सिंह, मां धापू कंवर, बहन रसाल कंवर, भाभी पूनम कंवर, भांजा महेश पाल, भतीजा आईपाल सिंह आग में झुलसने के बाद अस्पताल में भर्ती हैं. जबकि एक भतीजे रतनसिंह और भतीजी खुश्बू की मौत हो गई. उसका भाई सांगसिंह घर से बाहर था जो बच गया.
सबकुछ हुआ जलकर राख, सोना भी जला
रविंद्र ने बताया कि इस हादसे में परिवार का सबकुछ जलकर राख हो गया है. परिवार के सदस्यों के साथ साथ बाहर से आई बहन-बेटियों के कपड़े और जेवरात सब राख हो गए. आग लगने से दूल्हन ओमकंवर के लिए तैयार 20 तोले सोने के आभूषणों समेत अन्य बेटियों और बहुओं का करीब 50 तोला सोना भी पूरी तरह से जल गया.
सिलेंडर में रिसाव से लगी आग
जोधपुर ग्रामीण एसपी अनिल कयाल ने बताया, दूल्हे सुरेंद्र सिंह के घर मेहमान आए हुए थे और उनके लिए खाना बन रहा था, तभी मकान में रखे एक सिलेंडर में गैस रिसाव के बाद आग लग गई और धमाका हो गया. विस्फोट के बाद घटनास्थल के पास मौजूद अन्य मेहमान और ग्रामीणों ने मौके पर बचाव अभियान शुरू किया.
पुलिस के मुताबिक, इस घटना में दो बच्चों रत्न सिंह (5 साल) और खुशबू (4 साल) की मौके पर ही मौत हो गई. तकरीबन तीन दर्जन से ज्यादा घायलों को एमजी अस्पताल ले जाया गया, जिनमें से 3 की मौत हो गई. वहीं, अस्पताल लाए गए तकरीबन 49 घायलों में से कई 80 से 100 फीसदी तक झुलस गए हैं और उनकी हालत गंभीर बनी हुई है.