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Rampur: आजम खान की पत्नी-बेटे से मिले जयंत चौधरी, बोले- तीन पीढ़ियों से हैं पारिवारिक रिश्ते

RLD के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी बुधवार को आजम खान के घर गए. इस मुलाकात के सियासी मायने निकाले जा रहे हैं क्योंकि आरएलडी मुखिया पहले कई बार रामपुर आ चुके हैं लेकिन इससे पहले कभी उनके घर नहीं गए.

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रामपुर में आजम खान के परिवार से मिले जयंत चौधरी
रामपुर में आजम खान के परिवार से मिले जयंत चौधरी
स्टोरी हाइलाइट्स
  • आजम की पत्नी तंजीम और बेटे अब्दुल्लाह से मिले
  • बोले- चुनाव के अगले पड़ाव के लिए कर रहे तैयारी

RLD के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी बुधवार को आजम खान के घर गए. यहां उन्होंने उनकी पत्नी तंजीम फातिमा और बेटे अब्दुल्लाह आजम से मुलाकात की है. सपा में इन दिनों आजम खान को नजरअंदाज करने को लेकर भारी नाराजगी चल रही है.

आजम के समर्थक खुलकर अखिलेश यादव के खिलाफ बोलने लगे हैं. ऐसे में जयंत चौधरी की इस मुलाकात के सियासी मायने निकाले जा रहे हैं क्योंकि RLD मुखिया पहले कई बार रामपुर आ चुके हैं लेकिन इससे पहले कभी उनके घर नहीं गए. जयंत चौधरी ने मुलाकात पर कहा कि उनके आजम खान के साथ उनके पुश्तैनी रिश्ते हैं. जयंत चौधरी बोले, 'मैं आजम खान के परिजनों से मिलने आया था. तीन पीढ़ी से इस परिवार के मेरे परिवार से रिश्ते हैं. 

कार्यकर्ताओं की आजादी लोकतंत्र का प्रमाण

जयंत चौधरी ने कहा कि मैं आजम खान के परिवार से, अब्दुल्ला से, उनकी मां से मिलकर आया हूं. यह तो लोकतंत्र में होता है. एक दल में भी सबकी अलग-अलग राय हो सकती है. उन्होंने कहा कि आंतरिक लोकतंत्र का यही प्रमाण होता है कि कार्यकर्ताओं को आजादी मिलनी चाहिए. 

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चुनाव में हार की कर रहे हैं समीक्षा

विधानसभा चुनाव में हार पर जयंत ने कहा कि हार की समीक्षाएं हो रही हैं. हम भी समझने की कोशिश कर रहे हैं कि कहां क्या कमियां रह गईं ताकि उन्हें दूर करें, ताकि अगले पड़ाव में लोकतंत्र को बचाने के लिए, संवैधानिक मूल्यों की रक्षा करने के लिए, किसानों- गरीबों की सेवा करने के लिए बेहतर प्रदर्शन कर पाएं.

बहुत हिम्मत वाला है खान परिवार

आजम खान अभी जेल में बंद हैं. आजम को लेकर अखिलेश यादव की बेरुखी को लेकर सपा में ही कई नेता नाराज चल रहे हैं. इस मामले पर जब जयंत चौधरी से बात की गई तो उन्होंने कहा,' मेरे लिए इस पर कुछ कहना ठीक नहीं होगा. वह उनके दल का विषय है. मैं किसी और नेता का पक्ष यहां नहीं रखने आया और न ही कोई सफाई देने आया हूं. मैं इतना ही कहूंगा कि मेरी संवेदनाएं इस परिवार के साथ हैं. जिस तरह से उन्हें प्रताड़ित किया गया है, इस परिवार को यह लोग हिम्मत वाले हैं. 


 

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