कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने चीन को लेकर विदेश मंत्री एस. जयंशकर के बयान पर निशाना साधा है. उन्होंने चीन के राष्ट्रवाद पर सवाल उठाया है.
राहुल गांधी ने छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के तीन दिवसीय 85वें महाधिवेशन में कहा कि हिंदुस्तान का मंत्री चीन से कह रहा है कि आपकी इकोनॉमी हमसे बड़ी है तो हम आपके सामने खड़े नहीं हो सकते हैं तो इसे क्या नेशनलिज्म कहते हैं? इसे देशभक्ति कहते हैं क्या? ये कौन सी देशभक्ति है? जब अंग्रेज हम पर राज करते थे तो क्या उनकी इकोनॉमी हमारी इकोनॉमी से छोटी थी? इसका मतलब है कि जो आपसे ताकतवर है, उससे लड़ो ही मत. जो आपसे कमजोर है, उसी से लड़ो. इसे कायरता कहा जाता है.
इस दौरान राहुल ने कहा कि सावरकर की विचारधारा. अगर आपके सामने खड़ा कोई शख्स आपसे ताकतवर है, उसके सामने अपना सिर झुका दो. अपना मत्था टेक दो. महात्मा गांधी कहते थे सत्याग्रह की बात करते थे. सत्याग्रह का मतलब, सत्य के रास्ते को कभी मत छोड़ो. हम हैं सत्याग्राही और वो हैं सत्ताग्राही. ये लोग सत्ता के लिए कुछ भी कर जाएंगे. ये किसी से भी मिल जाएंगे. किसी के भी सामने झुक जाएंगे. ये इनकी सच्चाई है.
बता दें कि जयशंकर ने हाल ही में एक इंटरव्यू में चीन को लेकर भारत की पॉलिसी का बचाव किया था. उन्होंने कहा था कि हमें यह समझना होगा कि वह (चीन) हमसे बड़ी अर्थव्यवस्था है. इसका मतलब ये है, हमें ऐसे में क्या करना चाहिए? सवाल प्रतिक्रिया देने का नहीं है. यहां सवाल कॉमन सेंस के इस्तेमाल का है.