पंजाब के साथ ही पश्चिम बंगाल, गुजरात और केरल की 5 विधानसभा सीटों के लिए गुरुवार को उपचुनाव शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुए. सबसे ज़्यादा वोटिंग पश्चिम बंगाल की कालीगंज सीट पर हुई, जहां शाम 5 बजे तक 69.85% मतदान दर्ज किया गया. चुनाव सुबह 7 बजे से शुरू होकर शाम 6 बजे तक चले. चुनाव आयोग के अनुसार मतदान शांतिपूर्ण रहा, हालांकि कुछ छोटे-मोटे विवाद ज़रूर सामने आए.
पश्चिम बंगाल: कालीगंज में भारी मतदान
नादिया जिले की कालीगंज सीट पर टीएमसी विधायक नसीरुद्दीन अहमद के निधन के कारण उपचुनाव कराना पड़ा. उनकी बेटी अलीफा अहमद को टीएमसी ने मैदान में उतारा है. भाजपा की ओर से आशीष घोष और कांग्रेस समर्थित CPI(M) उम्मीदवार काबिलुद्दीन शेख चुनाव लड़ रहे हैं. TMC कार्यकर्ताओं पर कांग्रेस ने एक बूथ से उनके एजेंट को बाहर निकालने का आरोप लगाया, हालांकि TMC ने इसे नकार दिया. भाजपा उम्मीदवार ने मतदान प्रक्रिया पर भी सवाल उठाया कि उनकी मिडिल फिंगर पर स्याही लगाई गई, जो नियमों के विरुद्ध है. चुनाव अधिकारियों ने किसी नियम उल्लंघन से इनकार किया लेकिन रिपोर्ट तलब की है.
केरल: नीलांबुर में 3 बजे तक 59.68% मतदान
यहां मतदान 263 बूथों पर हुआ. मुख्य मुकाबला LDF के एम. स्वराज, UDF के आर्यदान शौकत, TMC के पी. वी. अनवर और BJP के मोहन जॉर्ज के बीच रहा. पी. वी. अनवर ने CPI(M) से अलग होकर इस्तीफा दिया था, जिसके चलते ये उपचुनाव हुआ. अनवर ने आरोप लगाया कि किसी भी दल ने चुनाव प्रचार के दौरान जंगली जानवरों के हमलों जैसे स्थानीय मुद्दों को नहीं उठाया. उन्होंने LDF और UDF दोनों के वोट अपने पक्ष में आने का भरोसा जताया.
गुजरात: विसावदर और कड़ी सीटों पर मतदान
विसावदर (जूनागढ़) में 5 बजे तक 54.61% और कड़ी (मेहसाणा) में 54.49% मतदान दर्ज हुआ. कड़ी सीट SC वर्ग के लिए आरक्षित है. यहां AAP, कांग्रेस और भाजपा के बीच त्रिकोणीय मुकाबला देखा गया. विसावदर में बीजेपी 2007 से जीती नहीं है. इस बार पार्टी को उम्मीद है कि वह यह मिथक तोड़ेगी.
पंजाब: लुधियाना वेस्ट में कम मतदान
यहां दोपहर 3 बजे तक 49.07% मतदान हुआ. यह सीट AAP विधायक गुरप्रीत गोगी के निधन के कारण खाली हुई थी. आम आदमी पार्टी ने संजीव अरोड़ा को उम्मीदवार बनाया है, जबकि कांग्रेस से भरत भूषण अशु, भाजपा से जीवन गुप्ता और अकाली दल से परुपकार सिंह मैदान में हैं.
क्यों हो रहा उपचुनाव, कौन उम्मीदवार
पंजाब की लुधियाना वेस्ट सीट आम आदमी पार्टी के विधायक गुरप्रीत बस्सी गोगी के निधन से रिक्त हुई है. इस सीट पर आम आदमी पार्टी ने उद्योगपति और राज्यसभा सांसद संजीव अरोड़ा को उम्मीदवार बनाया है. उपचुनाव के पहले से ही सीएम भगवंत मान ने अरोड़ा को मंत्री बनाने का ऐलान कर रखा था. बीजेपी ने जीवन गुप्ता तो कांग्रेस ने पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु को उम्मीदवार बनाया है.
शिरोमणि अकाली दल के परुपकार सिंह घुम्मन भी चुनावी चुनौती पेश कर रहे हैं. पश्चिम बंगाल की कालीगंज सीट विधायक नसीरुद्दीन अहमद के निधन से रिक्त हुई थी. गुजरात की कादी सीट करसनभाई पंजाभाई सोलंकी के निधन, तो विसावदर सीट आम आदमी पार्टी के विधायक भयानी भूपेंद्रभाई गंदूभाई के इस्तीफे से रिक्त हुई थी.
विसावदर सीट महत्वपूर्ण क्यों?
गुजरात की विसावदर विधानसभा सीट का मिजाज सूबे की सत्ता के खिलाफ रहा है. गुजरात चुनाव में इस सीट से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार को जीत मिली थी. विधायक के पाला बदलने, इस्तीफे के कारण रिक्त हुई इस सीट पर बीजेपी ने उपचुनाव में इतिहास बदलने की कोशिश के तहत पूरी ताकत झोंक दी.
सीएम भूपेंद्र पटेल खुद बीजेपी उम्मीदवार के नामांकन में आए थे. गृह मंत्री हर्ष संघवी और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल तक प्रचार के लिए कैंप कर चुके हैं. वहीं, आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार गोपाल इटालिया के प्रचार में दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, आतिशी के साथ ही पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी पहुंचे थे.