scorecardresearch
 

जिबरान-अफगान... पहलगाम के दो गुनहगारों की पहली बार सामने आई तस्वीर, सेना ने किया काम तमाम

गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में बताया कि पहलगाम हमले के आतंकियों को ऑपरेशन महादेव में मार गिराया गया. एनआईए ने दो स्थानीय लोगों को हिरासत में लिया था, जिन्होंने उनके पहलगाम हमले को अंजाम देने वाले आतंकियों के रूप में पुष्टि की.

Advertisement
X
ऑपरेशन महादेव के तहत पहलगाम के तीन हमलावरों में से दो अफगान और जिबरान को मार गिराया गया. (फोटो: आजतक)
ऑपरेशन महादेव के तहत पहलगाम के तीन हमलावरों में से दो अफगान और जिबरान को मार गिराया गया. (फोटो: आजतक)

संसद में मंगलवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने जानकारी दी कि सुरक्षा बलों ने ऑपरेशन महादेव के तहत पहलगाम हमले में शामिल तीनों आतंकियों को मार गिराया है. इस हमले में 22 अप्रैल को 26 नागरिकों की जान चली गई थी. अमित शाह ने बताया कि ऑपरेशन के दौरान मारे गए आतंकियों की पहचान सुलैमान शाह (उर्फ मूसा), हम्जा (उर्फ फैसल अफगान) और जिबरान (हबीब उर्फ छोटू अफगानी) के रूप में हुई है. इनमें आजतक को आतंकी जिबरान उर्फ छोटू अफगानी की तस्वीर मिली है.

'ऑपरेशन महादेव' के तहत जम्मू कश्मीर पुलिस, सीआरपीएफ और सेना की जॉइंट टीम ने बीते दिन, 28 जुलाई को तीन आतंकियों को मार गिराया. अमित शाह ने संसद में बताया कि मंगलवार, 29 जुलाई की सुबह उन तीन आतंकियों की पहचान इस रूप में हुई कि वे ही पहलगाम हमले में शामिल थे. आतंकी सुलैमान उर्फ मूसा की तस्वीर पहले ही मीडिया के सामने आ चुकी है.

यह भी पढ़ें: पहलगाम अटैक करने वाले 3 आतंकी कैसे हुए ढेर, अमित शाह ने संसद में बताया

अमित शाह ने संसद में बताया कि आतंकियों के ठिकाने से बरामद चॉकलेट और वोटर ID कार्ड से उनकी पहचान की गई. ये सबूत पाकिस्तान से उनके संबंध की पुष्टि करते हैं. इनके अलावा, सुरक्षा एजेंसियों ने इन आतंकियों की पहचान उनकी सहायता करने वालों के जरिए भी की. जिन लोगों ने आतंकियों को शरण दी थी, उन्होंने इनकी पुष्टि की.

Advertisement

आतंकियों के स्थानीय मददगारों की गिरफ्तारी

गृह मंत्री ने जानकारी दी कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने दो स्थानीय परवेज अहमद जोथर और बशीर अहमद को गिरफ्तार किया. इन दोनों ने आतंकियों को अपने घर में छिपाया था. जांच में इन लोगों ने बताया कि बैसरन घाटी में हमला करने वाले वही तीन आतंकी थे, जो ऑपरेशन महादेव में मारे गए.

पहगाम आतंकियों के बारे में 22 मई को मिला इनपुट

अमित शाह ने बताया कि 22 मई को दाछीगाम के जंगलों में आतंकियों की मौजूदगी की खुफिया जानकारी मिली थी. इसके बाद सुरक्षाबलों ने सटीक योजना के साथ कार्रवाई की. मुठभेड़ के बाद, मारे गए आतंकियों के शवों की पहचान सुनिश्चित करने के लिए विस्तृत जांच की गई और फिर जानकारी मीडिया से साझा की गई.

यह भी पढ़ें: 'ऑपरेशन महादेव' की टाइमलाइन से विपक्ष पर वार तक... देखें लोकसभा में अमित शाह का पूरा संबोधन

आतंकियों के पास से हथियारों का जखीरा बरामद

ऑपरेशन के दौरान आतंकियों के ठिकाने से 17 ग्रेनेड, एक अमेरिकी M4 कार्बाइन और दो AK-47 राइफल बरामद की गईं. बैसरन में आतंकियों ने इन्हीं हथियारों का इस्तेमाल किया था. यह ऑपरेशन भारत सरकार और सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ी सफलता मानी जा रही है, जिसने पहलगाम हमले का बदला लेने में निर्णायक भूमिका निभाई.

---- समाप्त ----
Live TV

Advertisement
Advertisement