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'खून बहाकर, मासूमों को मारकर नहीं निकल सकता समाधान', बूचा नरसंहार पर लोकसभा में बोले जयशंकर

यूक्रेन के बूचा शहर में हुई आम नागरिकों की हत्या की निंदा करते हुए विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने स्वतंत्र जांच कराने की बात कही है. उन्होंने कहा कि मासूमों को मारकर किसी समस्या का हल नहीं निकल सकता.

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विदेश मंत्री एस. जयशंकर (फाइल फोटो-PTI)
विदेश मंत्री एस. जयशंकर (फाइल फोटो-PTI)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • बूचा नरसंहार पर जयशंकर का बड़ा बयान
  • बोले- भारत किसी भी संघर्ष के खिलाफ
  • जयशंकर ने कहा, बातचीत से निकले हल

यूक्रेन के बूचा शहर में हुए कथित नरसंहार पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि खून बहाकर और मासूमों को मारकर किसी भी समस्या का हल नहीं निकाला जा सकता. उन्होंने कहा कि रूस और यूक्रेन को बातचीत के जरिए इस समस्या को हल निकालना चाहिए और अगर भारत इसमें मध्यस्थता करता है तो हमें खुशी होगी. 

यूक्रेन की स्थिति पर लोकसभा में चर्चा के दौरान विदेश मंत्री ने ये बातें कहीं. उन्होंने कहा कि भारत किसी भी संघर्ष के खिलाफ है. खून बहाकर और मासूमों को मारकर समस्या का हल नहीं निकल सकता. आज के समय में बातचीत और कूटनीति से किसी भी विवाद को सुलझाया जा सकता है. 

उन्होंने बूचा शहर में हुए आम नागरिकों की हत्या की निंदा करते हुए स्वतंत्र जांच करने की बात कही है. उन्होंने कहा कि हम वही फैसला कर रहे हैं जो हमारे हित में है. ऐसी कठिन स्थिति में, हर देश ऐसी नीतियां अपनाता है जो उसके लोगों को सुरक्षा दे. 

जयशंकर ने कहा कि भारत अगर किसी का साइड लेगा, तो वो शांति का होगा. उन्होंने कहा कि रूस और यूक्रेन को बातचीत करनी चाहिए. जयशंकर ने बताया कि भारत दौरे पर आए रूसी विदेशी मंत्री सर्गेई लावरोव को भी यही संदेश दिया गया था. अगर भारत इसमें कोई मदद कर सकता है तो हमें खुशी होगी.

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रूस-यूक्रेन जंग पर भारत के रूख पर क्या बोले जयशंकर?

लोकसभा में विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि यूक्रेन के संघर्ष ने न सिर्फ दुनिया बल्कि भारत की अर्थव्यवस्था को भी प्रभावित किया है. बाकी देशों की तरह ही, हमने भी वही किया जो हमारे हित में था. उन्होंने कहा कि आज के समय में हर देश एक-दूसरे पर निर्भर है. इसलिए भले ही कोई देश अपने शब्दों से अपनी स्थिति बता रहा हो, लेकिन वो भी ऐसी नीतियां अपनाते हैं, जिसमें उनके अपने लोगों की भलाई हो. उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में भारत को क्या करना चाहिए? जब ऊर्जा (तेल और गैस) की कीमतें बढ़ रही थीं, तो हम ये सुनिश्चित करना चाहते थे कि भारत के आम लोगों पर किसी भी तरह बेवजह बोझ न बढ़े.

UNSC में भी भारत ने की थी निंदा

इससे पहले मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में भी भारत ने बूचा नरसंहार की निंदा की थी. संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस त्रिमूर्ति ने कहा था कि बूचा से आ रहीं खबरें परेशान करने वाली हैं और इसकी स्वतंत्र जांच की जरूरत है. उन्होंने कहा था कि जब मासूम लोगों की जान पर बात आती है तो सिर्फ और सिर्फ कूटनीति के रास्ते ही शांति स्थापित की जा सकती है.

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क्या हुआ है बूचा में?

यूक्रेन की राजधानी कीव से सटे बूचा शहर में सैकड़ों लाशें मिली हैं. ये लाशें सड़कों पर पड़ी हुई हैं. यूक्रेन का दावा है कि रूस के सैनिकों ने इन लोगों की हत्या की है. बूचा के डिप्टी मेयर टारस शप्रावस्की ने दावा किया कि यहां 300 से ज्यादा शव मिले हैं, जिनमें से करीब 50 शव ऐसे हैं जिनके साथ बर्बरता की गई है. हालांकि, रूस ने इसे यूक्रेन का प्रोपेगैंडा बताया है. इन तस्वीरों के सामने आने के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने इसे 'नरसंहार' बताया है. वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर वॉर क्रिमिनल का केस चलाने की बात कही है.

 

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