दिल्ली में चुनाव की सरगर्मी बढ़ती जा रही है. आम आदमी पार्टी घर से निकलकर मैदान में आ गई है तो बीजेपी ने भी साफ कह दिया है कि वह किसी भी पल चुनाव के लिए तैयार है. इस बीच सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने दिल्ली प्रदेश चुनाव समिति, घोषणा पत्र समिति समेत चुनाव संबंधी चार समितियों का गठन किया है. दिलचस्प यह है कि प्रदेश चुनाव समिति में पूर्व सीएम शीला दीक्षित को जगह दी गई है, जबकि दंगों के आरोपी सज्जन कुमार और जगदीश टाइटलर को इसमें कोई जगह नहीं मिली है.
चुनाव समिति में कुल 24 सदस्यों को रखा गया है, जिसमें बतौर अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली सबसे ऊपर हैं. घोषणा पत्र समिति में भी 24 सदस्यों को जगह दी गई है और इसके अध्यक्ष एके वालिया हैं. हारून युसूफ को चुनाव प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाया गया है, जबकि अनुशासन समिति के लिए अभिजीत सिंह गुलाटी को अध्यक्ष घोषित किया गया है. प्रचार समिति में भी 24 सदस्य हैं, जबकि अनुशासन समिति में 6 लोगों को जगह दी गई है.
दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट की फटकार और इस ओर चुनाव के निर्णय के बाद से ही प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से शीला दीक्षित को वापस लाने की मांग जोर शोर से थी. बताया जाता है कि पंडित नेहरू जयंती समारोह से ठीक पहले प्रदेश कांग्रेस के 5 से अधिक नेताओं ने पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी से भी मुलाकात की थी. सभी ने शीला दीक्षित को दिल्ली वापस लाने की गुजारिश की थी. इस पूरे मामले में कांग्रेस आलाकमान की ओर से कोई जानकारी अब तक नहीं थी, लेकिन ताजा जारी चुनाव समिति की सूची में शीला दीक्षित को जगह दी गई है. हालांकि आगे उनकी भूमिका क्या होगी इस ओर अभी कोई निर्णय नहीं किया गया है.
प्रदेश चुनाव समिति के सदस्य:
अरविंदर सिंह लवली (अध्यक्ष), हारून युसूफ, जर्नादन द्विवेदी, अजय माकन, आरके धवन, करण सिंह, परवेज हाशमी, शीला दीक्षित, सुभाष चोपड़ा, जेपी अग्रवाल, प्रेम सिंह, मनीष चतार्थ, नसीब सिंह, मुकेश शर्मा, रमेश कुमार, महाबल मिश्रा, जय किशन, हसन अहमद, देवेन्द्र यादव, सुरेंद्र कुमार, कुंवर करण सिंह, फरहाद सुरी, महमूद जिया, दिल्ली फ्रंटल ऑर्गेनाइजेशन के सभी हेड