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Bihar Flood: खतरे के निशान से ऊपर पहुंची बूढ़ी गंडक, श्मशान-कब्रिस्‍तान सब डूबे

Bihar Flood: बिहार के समस्तीपुर जिले में कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. बूढ़ी गंडक नदी का पानी खतरे के निशान से ऊपर आ गया है. जिस वजह से श्मशान घाट और कब्रिस्तान डूब गए हैं.

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Bihar Flood burhi gandak river water level rises
Bihar Flood burhi gandak river water level rises
स्टोरी हाइलाइट्स
  • खतरे के निशान से ऊपर पहुंचा बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर
  • शहर पर भी मंडराया बाढ़ का खतरा

बिहार में बारिश (Bihar Rain) के कारण के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त हो रहा है. समस्तीपुर जिले में तो कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. वहीं, शहर से सटे बूढ़ी गंडक नदी (burhi gandak river) में बाढ़ (Flood) का पानी आ जाने से श्मसान घाट के साथ कब्रिस्तान और मस्जिद सब डूब गए हैं. इसके कारण शवों के दाह संस्कार और जनाजे को दफन करने की समस्या हो गई है. सदियों से अपनी परंपरागत जगहों पर लोग दाह संस्कार करते थे. वहीं, जनाज़े को अपने पुरखों की कब्र के पास दफन किया करते थे उनको बाढ़ का पानी (Bihar Flood) आ जाने के कारण अब दूसरे जगहों के श्मसान घाट और कब्रिस्तान का सहारा लेना पड़ रहा है.

आपको बता दें कि शहर के धरमपुर के वार्ड संख्या 1 स्थित तटबंध के अंदर एक ही जगह पर अगल-बगल में श्मसान घाट, मुस्लिम समुदाय के कब्रिस्तान है जो बूढ़ी गंडक नदी में 1987 में आए डेंजर लेवल के करीब बाढ़ का पानी आ जाने के कारण डूब गया. कुदरत ने समस्तीपुर वासियों पर एक ओर जहां बारिश का पानी जलजमाव के रूप समस्या पैदा कर दी है. वहीं, बाढ़ ने भी कहर ढाना शुरू कर दिया है. इस बार बूढ़ी गंडक नदी ने 1987 और 2007 में आए बाढ़ के सभी रिकॉर्ड को तोड़ दिया है. इसके कारण शहर पर भी बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है.

बारिश के पानी मे डूब गए मोहल्ले 
समस्तीपुर में पिछले कई दिनों से हुई बारिश के पानी की वजह से शहर के कई मोहल्ले बारिश के पानी मे डूब गए हैं. शहर में लोग अब अपने घरों से निकलने के लिए चचरी पुल या थर्मोकोल से बनी नाव का सहारा लेने को मजबूर हो गए है. लोगों के आक्रोश को देखते हुए सदर एसडीओ और डीएसपी ने पंजाबी कॉलोनी में हुए जलजमाव का जायजा लिया.

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अधिकारियों ने मोटर पंप लगाने का आश्वासन दिया है. बता दें कि शहर में ड्रेनेज सिस्टम सही होने की वजह से हर साल बारिश और बाढ़ का दंश समस्तीपुर के लोग झेलने को मजबूर होते है.

समस्तीपुर के स्थानीय विधायक सह राजद के प्रदेश प्रवक्ता अख्तरुल इस्लाम शाहीन ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बाढ़ से हर साल की तरह समस्तीपुर में हसनपुर बिथान और रोसड़ा प्रखंड डूब जाते हैं. सरकारी स्तर पर कहीं भी राहत शिविर नहीं लगाए जा रहा हैं. किसी तरह की सरकारी मदद लोगों को नहीं मिल पा रही है. जिससे जनता में काफी आक्रोश है. दूसरी तरफ शहरी क्षेत्र के साथ आसपास का 75% इलाका बारिश के पानी मे डूब गया है. कमर भर पानी मे पिछले एक डेढ़ महीने से लोग रह रहे हैं. कहीं भी जल निकासी की व्यवस्था नहीं की जा रही है. प्रभारी मंत्री भी यहां आकर मुआयना नहीं कर रहे हैं.

क्या कहते है अधिकारी

समस्तीपुर के सदर एसडीओ रविंद्र कुमार दिवाकर कहते है कि वार्ड 1 और 9 में पानी निकालने के लिए हमारे पंप सेट लगाए जा रहे हैं. आज से पंप लगेगा ,दो पहले से लगे हुआ हैं, बांध की तरफ से नाला स्लुईस गेट बंद है. जिसकी वजह से नाले का पानी नहीं निकल पा रहा है. शहर में जीतने भी नाले है जो क्रांति होटल के तरफ  जमुआरी नदी की ओर जाते है उधर के नाले की सफाई कर दी गई है. ये उल्टे दिशा का इलाका है यहां पंप सेट की आवश्यकता है जिसे लगाया जा रहा रहा.

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