
पश्चिम बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में तकरार चरम पर है. बीजेपी ने दावा किया है कि उत्तर 24 परगना के हलिशहर में शनिवार को उसके कार्यकर्ताओं पर टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने हमला किया है, जिसमें एक की मौत हो गई, जबकि 6 कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हुए हैं.
बीजेपी की ओर से ट्वीट किया गया कि एक और दिन, एक और हत्या. हलिशहर में कार्यकर्ता सैकत भवाल की टीएमसी के गुंडों द्वारा निर्मम हत्या कर दी गई, जबकि 6 अन्य गंभीर रूप से घायल हैं. घायलों को कल्याणी के जेएन मेमोरियल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. सैकत भवाल पर हमला तब किया गया जब वो पार्टी के लिए डोर टू डोर कैंपेन कर रहे थे.
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वहीं, तृणमूल कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि यह घटना व्यक्तिगत दुश्मनी का नतीजा है. बीजेपी नेता मुकुल रॉय ने कहा कि आरएसएस कार्यकर्ता और 6 नबंर वॉर्ड हलिशहर के रहने वाले सैकत भवाल की हत्या कर दी गई. पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र खत्म हो चुका है.
Another day, another murder! Saikat Bhawal, BJP worker from Halisahar was brutally murdered by TMC goons while 6 others are critically injured and fighting for their lives. He was targeted during BJP’s door to door outreach “Aar Noi Annay”.
— BJP Bengal (@BJP4Bengal) December 12, 2020
Pishi can’t retain power like this! pic.twitter.com/zA7BeDm7aC

बीजेपी अध्यक्ष के काफिले पर हुआ था हमला
बता दें कि बंगाल में चुनाव से काफी वक्त पहले से ही राजनीतिक हिंसा का दौर जारी है. बीजेपी और टीएमसी के कार्यकर्ता कई बार आपस में लड़ चुके हैं. दोनों ही पार्टियों का आरोप है कि उनके कार्यकर्ताओं को मौत के घाट उतारा जा रहा है. अभी हाल में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हमला हुआ था. जेपी नड्डा गुरुवार को जब डायमंड हार्बर जा रहे थे, तब उनके काफिले पर पत्थरों से हमला किया गया. बीजेपी का कहना है कि इस हमले में बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय को चोट भी आई है.
पार्टी अध्यक्ष के काफिले पर हुए हमले के बाद से ही बीजेपी आगबबूला है. पीएम नरेंद्र मोदी ने फोन कर जेपी नड्डा, कैलाश विजयवर्गीय का हाल जाना तो वहीं अमित शाह, राजनाथ सिंह समेत अन्य सभी मंत्रियों ने हमले की निंदा करते हुए ममता सरकार पर सवाल खड़े किए.
वहीं, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हमले को बीजेपी की नौटंकी करार दिया था. ममता बनर्जी ने कहा कि नाटक और हॉग मीडिया के जरिए बीजेपी लोगों को रैली तक नहीं ला सकी. क्या इसकी योजना बनाई गई? उन्होंने कैसे वीडियो तैयार किए. जबकि बीएसएफ और सीआरपीएफ के रहते कोई आपको कैसे छू सकता है?