
गुरुग्राम की साइबर सिटी में स्ट्रीट डॉग को खाना खिलाना एक महिला को भारी पड़ गया. महिला के पड़ोसी ने उसे सड़क पर दौड़ा-दौड़ाकर पीटा. इस दौरान महिला को गंभीर चोट आई. उसके पूरे शरीर पर चोट के निशान हैं. महिला का आरोप है कि जब उसने पुलिस से मदद मांगी तो उल्टा पुलिसकर्मी उसे ही डांटने लगे.
महिला का कहना है कि आरोपी पड़ोसी ने पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में उस पर थूका भी. पुलिस द्वारा कार्रवाई न करने पर पीड़ित महिला ने पीपुल्स फॉर एनिमल की प्रमुख मेनका गांधी को इसकी शिकायत दी, जिसके बाद पुलिस हरकत में आई और पीड़ित महिला को मेडिकल कराने के लिए अस्पताल भेजा.
दरअसल, पीड़िता करीब एक साल से मारुति विहार एरिया में रहती है और कुत्तों को खाना खिलाती है. पीड़िता ने बताया कि शनिवार रात को जब वह अवारा कुत्तों को खाना खिला रही थी तो पड़ोस में रहने वाला परिवार ऐसा करने से रोकने लगा.
निजी अंगों पर किया वार, हुई ब्लीडिंग
महिला ने बताया कि पड़ोसी परिवार आवारा कुत्तों को डंडे से मारना शुरू कर दिया. उसने जब विरोध किया तो आरोपी परिवार ने उसके साथ मारपीट करना शुरू कर दिया. महिला ने आरोप लगाया कि आरोपियों ने उसके निजी अंगों पर ही हमला किया. जिसके कारण उसे ब्लीडिंग भी हुई.

पुलिस के सामने मुंह पर थूका, नहीं मिली मदद
महिला के मुताबिक, मारपीट की घटना की जानकारी उसने पुलिस को दी. मगर, मौके पर पहुंची पुलिस ने उसकी मदद नहीं की. बल्कि उसे ही आरोपी परिवार के सामने धमकाना शुरू कर दिया. इस पर आरोपियों का हौसला बढ़ गया और एक आरोपी ने महिला के मुंह पर पुलिसकर्मियों के सामने ही थूक दिया.
मेनका गांधी को किया संपर्क, पुलिस ने लिया एक्शन
पीड़िता ने बताया कि पुलिस की मदद नहीं मिलने पर उसने पीपुल्स फॉर एनिमल की प्रमुख मेनका गांधी से मदद मांगी. इसके बाद पुलिस हरकत में आई और उसका मेडिकल कराया. संस्था की सदस्य कमलजीत का कहना है कि पीड़ित महिला से बातचीत जारी है. पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है.
समझौते का बनाया जा रहा दबाव
पीड़ित का आरोप है कि आरोपी समझौता करने का उस पर दबाव बना रहे हैं. राजनीतिक दबाव बनाया जा रहा है साथ ही मकान मालिक पर दबाव देकर केस करने पर मकान खाली करवाने की बात कही जा रही है. ऐसे में पीड़िता ने पुलिस के आला अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई है.