scorecardresearch
 

MP: कर्ज चुकाने के लिए पिता ने नहीं दिया पैसा, बेटे ने दोस्तों की मदद से उतार दिया मौत के घाट

संपत्ति और रुपयों के लिए बेटे ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर कुल्हाड़ी से वार कर पिता की हत्या कर दी. इस घटना में शामिल सभी आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.

Advertisement
X
(प्रतीकात्मक फोटो)
(प्रतीकात्मक फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • लाखों रुपये के कर्ज में डूबा हुआ था बेटा
  • कर्ज उतारने के लिए मांगे थे पिता से रुपये
  • दोस्तों को पैसों का लालच देकर प्लान शामिल किया था

मध्य प्रदेश के रायसेन में एक बेटे ने पिता के सिर पर कुल्हाड़ी से वार कर उसे मौत के घाट उतार दिया. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. इस घटना में आरोपी बेटे और उसके दो दोस्तों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल की गई कुल्हाड़ी में बरामद कर ली है. बताया जा रहा है कि इस हत्या के पीछे संपत्ति विवाद है. फिलहाल पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है.  

पुलिस ने बताया कि ओबेदुल्लगंज थाना इलाके के हाजली गांव के रहने वाले शंकर लाल गौर की मौत 13 फरवरी को संदिग्ध हालात में हुई थी. जब घटना की छानबीन शुरू की गई तो पता चला कि संपत्ति के विवाद में आरोपी के बड़े बेटे ने अपने दो दोस्तो के साथ मिलकर पिता की हत्या की थी. पुलिस ने इस हत्या के मामले में आरोपी बेटे सहित उसके दो दोस्तों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. 

ऐसे खुला हत्या का राज- 

इस मामले को सुलझाने के लिए पुलिस ने एफएसएल टीम सहित डॉग स्कॉड की मदद ली. पुछताछ के दौरान मृतक के बेटे पर कुछ शक हुआ. फिर से सख्ती से पूछताछ की गई तो पता चला कि वो कर्ज से बेहद परेशान था. पिता के द्वारा पैसे न दिए जाने के कारण उसने अपने दोस्तों के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची. पुलिस ने आरोपी हरिओम गौर, मानसिंह इवने, अमित लोवंशी को गिरफ्तार किया. आरोपियों ने अपना अपराध भी स्वीकार कर लिया है. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमृत मीणा ने बताया कि 13 फरवरी की सुबह हाजली गांव में शंकर लाल गौर की खून से लथपथ लाश मिली थी. मृतक के छोटे बेटे राजकुमार उर्फ राजू गौर ने पुलिस को इसकी सूचना दी थी. पुलिस ने हत्या का प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की तो कई तथ्य सामने सामने आए. मुखबिर की सूचना के आधार पर संदेही मान सिंह इवने निवासी हाजली को लेकर पूछताछ की गई. तो सारा मामला खुलकर सामने आ गया. 

Advertisement

 

Advertisement
Advertisement