scorecardresearch
 

AISA मेंबर पर JNU कैंपस में महिला के यौन शोषण का आरोप

AISA के एक कार्यकर्ता पर JNU कैंपस में एक महिला का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगा है. आरोपी ने उसे बिना सहमति के अनुचित तरीके से छुआ और बाद में पकड़ लिया.

Advertisement
X
सांकेतिक फोटो
सांकेतिक फोटो
स्टोरी हाइलाइट्स
  • JNU ने कुछ भी बताने से किया मना 
  • AISA ने माना, शिकायत मिली है

अखिल भारतीय छात्र संघ (AISA) के एक कार्यकर्ता पर दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) परिसर में एक महिला का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगा है. न्यूज एजेंसी के मुताबिक आरोपी ने उसे बिना सहमति के अनुचित तरीके से छूकर पीछे से जबरदस्ती पकड़ लिया. AISA कार्यकर्ता पर आरोप है कि उसने बहुत देर तक उसे इसी हालत में पकड़े रखा और महिला का यौन उत्पीड़न किया. हालांकि महिला ने जो बयान दिया है उसमें घटना की तारीख का जिक्र नहीं है .

कमेटी करेगी जांच
इस बीच AISA ने बयान में कहा है कि शिकायत के बाद इस मामले को कमेटी के पास जांच के लिए भेज दिया गया है और कार्यकर्ता को संगठन की किसी भी गतिविधियों में भाग लेने से मना कर दिया गया है. पीड़िता ने आंतरिक शिकायत समिति (ICC) से शिकायत की है कि उसे किसी और मानसिक कष्ट और धमकी से बचाने के लिए तुरंत कार्रवाई की जाए.

JNU ने कुछ भी बताने से किया मना 
न्यूज एजेंसी ने बताया कि जब इस बारे में जेएनयू आईसीसी की पीठासीन अधिकारी पूनम कुमारी से घटना के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा, हमें कई शिकायतें मिलती हैं. हम इन शिकायतों के बारे में कुछ भी नहीं बता सकते, क्योंकि यह नियम के खिलाफ है. जेएनयू छात्र कल्याण के डीन सुधीर प्रताप सिंह ने भी कहा कि उन्हें ऐसी किसी घटना की जानकारी नहीं है. 

Advertisement

AISA ने माना, शिकायत मिली है
एक बयान में आइसा ने स्वीकार किया कि एक आइसा सदस्य के खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायत के संबंध में एक बिना साइन के सार्वजनिक बयान जारी किया गया है. छात्र संगठन ने भी न्याय के लिए शिकायतकर्ता के साथ एकजुटता दिखाई है. बयान के मुताबिक, संगठन को कुछ दिनों पहले यौन उत्पीड़न की शिकायत के बारे में पता चला था. 

जैसे ही AISA के एक सदस्य के खिलाफ शिकायत के बारे में पता चला, हमने तुरंत इसे स्वीकार कर लिया और हमारे संगठन के भीतर उपलब्ध कमेटी ने इसकी जांच की कार्रवाई शुरू कर दी. जेएनयू आइसा सचिव मधुरिमा कुंडू ने कहा कि उन्होंने शिकायतकर्ता को एक संदेश भेजा और न्याय का आश्वासन दिया है.

 

Advertisement
Advertisement