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हिंदुस्तान को 'तबाह' करने के लिए पाकिस्तान ने तैयार की 'लेडी ब्रिगेड'

आतंकवाद से हर रोज जूझ रहे भारत के खिलाफ पाकिस्तान में एक ऐसी ब्रिगेड पनप रही है, जो हिंदुस्तान को आने वाले दिनों में तबाह करने के लिए तैयारियों में जुट चुकी है. इस ब्रिगेड का नाम है- 'लेडी ब्रिगेड'. हाथों में बंदूक और दिमाग में जहर लिए ये महिला फिदायीन अगर अपने इरादों में कामयाब हो गईं, तो हिंदुस्तान दहल जाएगा.

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लेडी ब्रिगेड
लेडी ब्रिगेड

आतंकवाद से हर रोज जूझ रहे भारत के खिलाफ पाकिस्तान में एक ऐसी ब्रिगेड पनप रही है, जो हिंदुस्तान को आने वाले दिनों में तबाह करने के लिए तैयारियों में जुट चुकी है. इस ब्रिगेड का नाम है- 'लेडी ब्रिगेड'. हाथों में बंदूक और दिमाग में जहर लिए ये महिला फिदायीन अगर अपने इरादों में कामयाब हो गईं, तो हिंदुस्तान दहल जाएगा.

आईएसआई, पाकिस्तान फौज और आतंकवादी संगठनों की अगुवाई में पाकिस्तान में ट्रेनिंग 'लेडी ब्रिगेड' की ट्रेनिंग चल रही है. पाकिस्तान के सात अलग-अलग कैंपों में ट्रेनिंग लेकर ये लड़कियां हिंदुस्तान में दहशत और खून-खराबे का वो खेल खेलना चाहती हैं कि देखनेवालों की रूह कांप जाए.

बुर्कानशीं महिलाएं भारत पर बरपाएंगी 'कहर'
पाकिस्तान की सरजमीं से हिंदुस्तान पर आतंकवादी हमला कोई नई बात नहीं है, लेकिन इस बार पाकिस्तानी फौज, वहां की खुफिया एजेंसी आईएसआई और आतंकवादी संगठनों ने जो साजिश रची की है, वैसा इससे पहले कभी नहीं हुआ. पाकिस्तान में तैयार हो रहा सौ से ज्यादा बुर्कानशीं लड़कियों और औरतों का ये एक ऐसा जत्था है, जो अपने इरादे को अमलीजामा पहनाने के लिए किसी भी हद तक जा सकता है.

अगर पाकिस्तान इस बार अपनी इस साजिश में कामयाब हो जाता, तो हिंदुस्तान में इतने बेगुनाहों का खून बहेगा कि उसकी गिनती भी मुश्किल हो जाएगी क्योंकि पाकिस्तान में तैयार हो रही इन महिला फिदायिनों का मकसद सिर्फ हमला करना नहीं है, बल्कि हर हमलों को ऐसी भीड़वाली जगहों पर अंजाम देना है, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों की जान जाए. इसके लिए इन लड़कियों को भीड़ में घुलने-मिलने और छिपने की खास ट्रेनिंग दी जा रही है, यानी ये फिदायीन अपने महिला और बुर्कानशीं होने का ज्यादा से ज्यादा फायदा उठाना चाहती हैं.

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लेडी ब्रिगेड के दिमाग में भरा जेहाद के नाम पर 'जहर'
मजहब के नाम पर खून-खराबे साजिशें पहले भी हुई हैं, लेकिन पाकिस्तान में बैठे आतंक के आकाओं ने इस बार जिस तरह लड़कियों को मोहरे के तौर पर इस्तेमाल करना शुरू किया है, वो चौंकाने वाला है. मर्दों के मुकाबले दुनिया भर में औरतों के साथ सुरक्षा एजेंसियों का रवैया आम तौर पर थोड़ा नरम होता है और हिंदुस्तान भी इससे अलग नहीं है. पाकिस्तान के दहशतगर्द सरकारी एजेंसियां इस बार इसी सोच का फायदा उठाना चाहती हैं.

इन लड़कियों के दिमाग में मजहब के नाम पर जेहाद का जो जहर भरा गया है, उसकी बदौलत ये कुछ भी कर गुजरने को तैयार हैं. अब बस इंतजार है, तो किसी तरह घुसपैठ कर इस लेडी ब्रिगेड को हिंदुस्तान में दाखिल कराना, ताकि दहशतगर्दी के इस नापाक इरादे को अंजाम तक पहुंचाया जा सके.

भारत की ओर रफ्ता-रफ्ता बढ़ रही है ये लेडी ब्रिगेड
पहले उन्हें दहशतगर्दी की ट्रेनिंग दी गई फिर हिंदुस्तानी शहरों से वाकिफ करवाया गया और तब भारत भिजवाने के लिए फर्जी पासपोर्ट तैयार करवाए गए. पाकिस्तान की लेडी ब्रिगेड हिंदुस्तान की तरफ रफ्ता-रफ्ता ही सही, आगे बढ़ रही है. ऐसे में हिंदुस्तानी सुरक्षा एजेंसियों के लिए चुनौती और भी बड़ी हो गई है.

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निशाने पर होंगे भारत के ये शहर
दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चंडीगढ़, जम्मू-कश्मीर. आईएसआई और पाकिस्तानी फौज की पुश्तो-पनाही में दहशतगर्दी की बारीकियां सीखने के बाद ये लड़कियां सबसे पहले हिंदुस्तान के इन्हीं शहरों में कहर बरपाना चाहती हैं, ताकि हमले का असर ज्यादा से ज्यादा हो.

भारत को लगी PAK ने नापाक प्लान की भनक
पाकिस्तान के इस नापाक प्लान के बारे में हिंदुस्तानी खुफिया एजेंसियों को जो खबर मिली है, वो कुछ ऐसी ही है-
सूत्रों की मानें तो इन महिला फिदायिनों को जिन जगहों पर हमला करने के निर्देश दिए गए हैं, उनमें ट्रेन की महिला बोगियां, लड़कियों के स्कूल-कॉलेज, भीड़ भरे बाजार और आम चुनाव के दिन पोलिंग बूथ शामिल हैं. साथ ही इन्हें सहूलियत के मुताबिक दूसरे पब्लिक ट्रांसपोर्ट और यहां तक कि मौका मिलने पर कुछ बड़े नेताओं को भी निशाने पर लेने का काम सौंपा गया है. जाहिर है, ये नकाबपोश लड़कियां ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुंचाना चाहती हैं और इसके लिए बाकायदा इन लड़कियों को हिंदुस्तान के नक्शे पर बड़े शहरों की पहचान कराते हुए हमले की ट्रेनिंग दी गई है.

खुफिया एजेंसियों की मानें तो इन हमलों को अंजाम तक पहुंचाने के लिए अब पाकिस्तान ने इस लेडी ब्रिगेट को हिंदुस्तान पहुंचाने की पूरी तैयारी कर ली है. आईएसआई की इस रूट प्लान में नेपाल और बांग्लादेश जैसे मुल्कों के रास्ते इन लड़कियों को हिंदुस्तान भिजवाने की तैयारी है. इनमें से कई महिला फिदायिनों के लिए तो बाकायदा इन मुल्कों के फर्जी पासपोर्ट भी तैयार करवाने का काम शुरू कर दिया गया है, ताकि ये आराम से हिंदुस्तान में आकर हमले को अंजाम दे सकें. हालांकि खुफिया एजेंसियों को आईएसआई और पाकिस्तान की इस चाल की खबर मिल चुकी है और इसी वजह से एलओसी पर नए सिरे से चौकसी भी बढ़ा दी गई है.

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वैसे सूत्र लगातार जम्मू-कश्मीर से सटे पाकिस्तानी सीमा पर हो रही गोलीबारी को भी इसी साजिश का हिस्सा मान कर देखते हैं. जानकारों का कहना है कि बहुत मुमकिन है कि पाकिस्तानी एजेंसियां इस तरह हमले कर हिंदुस्तानी फौज और खुफिया एजेंसियों का ध्यान भटकाना चाहती है, ताकि मौका मिलते ही लेडी ब्रिगेड को खामोशी से हिंदुस्तान की सरहद में दाखिल करवा दिया जाए.

आतंक की 'फैक्ट्री' की खौफनाक ट्रेनिंग
पाकिस्तान की लेडी ब्रिगेड के इरादे जितने नापाक हैं, सात अलग-अलग आतंक की फैक्ट्रियों में जारी इसकी ट्रेनिंग उतनी ही खतरनाक. सिर पर कफन और आंखों पर नफरत की पट्टी बांध कर इन कैंपों में पाकिस्तान की लड़कियां उस मौत की तरफ बढ़ रही हैं, जिसे दुनिया फिदायीन हमले के नाम से जानती है.

हर रोज 10 से 15 किलोमीटर की दौड़, फिर ट्रिगर दबाने की ट्रेनिंग और तब आईईडी के इस्तेमाल की तालीम. पाकिस्तान के खुफिया ठिकानों पर आतंक की ट्रेनिंग ले रही इन महिला फिदायिनों की जिंदगी किसी लेडी कमांडो से कम नहीं है. फर्क बस इतना है कि लेडी कमांडो अपने मुल्क और शहरियों की हिफाजत के लिए सिर पर कफन बांधती हैं, जबकि इन्होंने नफरत की वजह से अपनी आंखों पर पट्टी बांध रखी है.

इस ट्रेनिंग में लड़कियों को तमाम असलहों को चलाने और कहर बरपाने के साथ-साथ सुरक्षा एजेंसियों को चकमा देने के लिए भी खास तालीम दी जा रही है. ताकि महिला फिदायिनों की लेडी ब्रिगेड बनाने का मकसद सही मायने में पूरा हो सके. आम तौर पर लड़कियां सुरक्षाकर्मियों को आसानी से चकमा दे सकती हैं और बुर्के में मौजूद किसी लड़की के जिस्म में छिपे असलहे या बम का पता लगाना और भी मुश्किल होता है.

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