शेयर बाजार में पिछले कुछ दिनों से डर का मौहोल बना हुआ है. निवेशक छोटी कंपनियों से लेकर बड़ी कंपनियों तक के शेयरों को बेचकर मुनाफावसूली कर रहे हैं. जबकि ग्लोबल स्तर पर भारतीय शेयर बाजार (Stock Market) के लिए पॉजिटिव संकेत बने हुए हैं. ग्लोबल मार्केट भी पिछले कुछ दिनों से शानदार तेजी दिखा रहा है, लेकिन इसके बावजूद भारतीय शेयर बाजार दबाव में आ चुका है.
आज यानी 6 मई को जब मार्केट ओपेन हुआ था तो इसके सभी इंडेक्स ग्रीन जोन में थे, लेकिन फिर धीरे-धीरे दबाव बढ़ा और Sensex-Nifty में गिरावट आई. Sensex आज दिन के हाई लेवल से 460 अंक टूटकर बंद हुआ तो, निफ्टी भी दिन के हाई से करीब 150 अंक गिरकर बंद हुआ. Midcap और Smallcap में भी गिरावट देखने को मिली.
सबसे अधिक गिरावट फार्मा और फाइनेंशियल कंपनियों के शेयरों में देखने को मिली. निफ्टी पर अडानी एंटरप्राइजेज, SBI लाइफ इंश्योरेंस, HDFC लाइफ, ETERNAL और NTPC जैसी कंपनियों के शेयर टॉप लूजर्स में शामिल रहे. BSE के टॉप 30 शेयरों में से 11 शेयर मामूली तेजी पर थे, लेकिन बाकी के 19 शेयरों में गिरावट रही.
सिर्फ इस वजह से गिर रहा बाजार
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए 22 अप्रैल को आतंकी हमले के बाद से नियंत्रण रेखा (LoC) पर लगातार तनाव का बना हुआ है, जिससे निवेशकों में बेचैनी है और इसे लेकर निवेशक सतर्क दिख रहे हैं. पाकिस्तानी सेना ने लगातार 12वीं रात संघर्ष विराम का उल्लंघन किया, जिसके बाद भारतीय सेना ने गोलीबारी से जवाब दिया.
खतरे की आशंका को देखते हुए हो होम मिनिस्ट्री ने सभी राज्यों को बुधवार 7 मई को मॉक ड्रिल आयोजित करने का निर्देश दिया है. ऐसे में दोनों देशों के बीच कुछ बड़ा होता है तो शेयर बाजार में बड़ी गिरावट देखने को मिल सकती है. भारत के साथ ही पाकिस्तानी स्टॉक मार्केट भी प्रभावित हो सकता है.
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के वीके विजयकुमार ने कहा कि भारत-पाकिस्तान तनाव को लेकर अनिश्चितता के कारण निकट भविष्य में बाजार सीमित दायरे में रह सकता है.
ग्लोबल संकेत अच्छे
भारतीय शेयर बाजार के लिए ग्लोबल संकेत अच्छे दिख रहे हैं. अमेरिका और चीन के बीच तनाव कम होने की उम्मीद दिख रही है. वहीं भारतीय बाजार में FII वापस आ रहे हैं और जमकर खरीदारी कर रहे हैं. फेडरल बैंक भी रेट कटौती करके राहत दे सकता है, जिससे भारतीय रिजर्व बैंक भी ब्याज में कटौती का ऐलान कर सकता है.
बाजार को लेकर क्या अंदेशा है?
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के एक एक्सपर्ट का कहना है कि इंट्राडे चार्ट में लंबी अपर विक दिख रही है, जो यह बताती है ट्रेडर ऊंचे स्तरों पर खरीदारी से बच रहे हैं. अब हम Nifty का अपसाइड टारगेट 24,770–24,850 तक सीमित कर रहे हैं, वहीं इसे सपोर्ट 24,400–24,350 के स्तर पर दिख रहा है. अगर Nifty 24,280 से नीचे गिरता है तो फिर बाजार फिसलकर 23,670–23,460 की ओर भी जा सकता है.
(नोट- यहां बताए गए टारगेट ब्रोकरेज फर्म्स की राय है. aajtak.in इसकी जिम्मेदारी नहीं लेता. किसी भी तरह के निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें.)