कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने अंतरराष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस के मौके पर विधानसभा में मेरा वोट मेरा अधिकार पर एक कार्यक्रम आयोजित किया. उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं और छात्रों के बीच लोकतांत्रिक मूल्यों और नेतृत्व कौशल के बारे में जागरूकता पैदा करना है.
कार्यक्रम के मौके पर डिप्टी सीएम ने अपने संबोधन में कहा, 'मेरा वोट मेरा अधिकार अभियान युवाओं और छात्रों में लोकतांत्रिक मूल्यों के बारे में जागरूकता पैदा करने और नेतृत्व कौशल विकसित करने के लिए तैयार किया गया है.'
'वोट की ताकत से हुआ नेताओं का जन्म'
उन्होंने कहा कि वोट की चोट गोली से ज्यादा गहरी है. आज राजतंत्र घर पर बैठा है और चुने हुए प्रतिनिधि शासन कर रहे हैं. यही वोट की ताकत है. इसी ताकत ने सिद्धारमैया और मेरे जैसे नेताओं को जन्म दिया है.
उपमुख्यमंत्री ने महाभारत का उदाहरण देते हुए कहा कि एक बार जब अर्जुन पर शत्रुओं ने आक्रमण किया तो उन्होंने भगवान कृष्ण से अपनी असहायता व्यक्त की. कृष्ण ने कहा, 'तुम्हारी रक्षा के लिए हमेशा कोई न कोई मौजूद रहेगा. इसी प्रकार लोकतंत्र में मताधिकार ही तुम्हारी रक्षा करेगा.'
'नेतृत्व कौशल के बिना नहीं होगी तरक्की'
शिवकुमार ने कहा, 'हम सभी आज लोकतांत्रिक व्यवस्था में जी रहे हैं और हमारा देश दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है. लोकतंत्र की अवधारणा इसी जमीन पर 900 वर्ष पहले बसवण्णा द्वारा अनुभव मंटप की स्थापना के साथ जन्मी, जहां समानतावादी समाज को बढ़ावा दिया गया.'
उन्होंने युवाओं से अपील की कि आज की प्रतिस्पर्धी दुनिया में बिना नेतृत्व कौशल के प्रगति असंभव है. राजनीति में 49% शून्य है और 51% 100% है- युवाओं को ये समझना चाहिए.
विपक्ष ने तत्कालीन पीएम पर साधा था निशाना
उन्होंने कहा कि मुझे संसद में मतदान की उम्र 21 से घटाकर 18 साल करने पर हुई बहस देखने का मौका मिला. विपक्ष ने इस विधेयक को पारित कराने के लिए तत्कालीन पीएम राजीव गांधी पर खेलने वाले बच्चों को वोटिंग का अधिकार देने का आरोप लगाया था.
इसके जवाब में राजीव ने कहा था कि अगर हम 18 साल की उम्र में युवाओं को सीमा पर लड़ने के लिए राइफल दे सकते हैं तो हम उन्हें मतदान का अधिकार क्यों नहीं दे सकते?. उन्होंने कहा कि उन्हें युवाओं की शक्ति का एहसास है.
'गलती पर टोकती है न्यायपालिका'
शिवकुमार ने लोकतंत्र के चार स्तंभों- न्यायपालिका, विधायिका, कार्यपालिका और मीडिया का उल्लेख करते हुए कहा कि जब हम गलती करते हैं तो न्यायपालिका हस्तक्षेप करती है और मीडिया हमारी गलतियों को उजागर करता है. लेकिन इसके बावजूद कुछ लोग वोट चुराने की कोशिश कर रहे हैं. राहुल गांधी ने इस वोट धांधली के खिलाफ लड़ाई शुरू की है. उन्होंने 'मेरा वोट मेरा अधिकार' कैंपेन को युवाओं और छात्रों के लिए डिजाइन किया गया बताया जो लोकतांत्रिक मूल्यों की जागरूकता बढ़ाएगा और नेतृत्व कौशल सिखाएगा.
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