UP News: अयोध्या में श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर हर तरफ जश्न मनाया जा रहा है. झांसी की आदिवासी बस्तियों में भी प्राण प्रतिष्ठा को लेकर अलग ही उत्साह देखने को मिल रहा है. यहां बस्ती में राम आएंगे गीत गाते हुए धार्मिक स्थलों पर लड़कियां दीपक जला रही हैं और पूजा अर्चना कर रही हैं. उन्होंने चबूतरे पर भगवान राम का नाम लिखा और उत्साह के साथ ईश्वर से उन्नति की कामना की.
झांसी से लगभग 10 किलोमीटर दूर बिजौली में आदिवासी बस्ती है. यहां रहने वाले लोगों में भगवान श्रीराम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा को लेकर उत्साह है. यहां भक्त राम आएंगे धुन बजाकर रोज धार्मिक स्थल पर भगवान राम के नाम की आकृति में दीप जलाते हैं. इसके बाद भगवान की पूजा करते हैं. उनका कहना है कि वह इसी प्रकार हम दीपक जलाते रहेंगे, इससे उन्हें अलग खुशी मिलती है. उनकी इस खुशी में आसपास के क्षेत्रवासी भी शामिल होने पहुंच जाते हैं.

'इतने बड़े समारोह की खुशी में हम रोज जलाते हैं दिये'
आदिवासी बस्ती में रहने वाली शिवानी ने 'राम आएंगे तो अंगना सजाएंगे' गीत गाते हुए कहा कि जब से मंदिर बनने की जानकारी हुई, बहुत खुशी है. हम और हमारी मां रोज इस प्राण प्रतिष्ठा समारोह की खुशी में दीपक जला रही हैं. हम रोज दीपक जलाएंगे. वहीं विनीता का कहना है कि भगवान राम के मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है, इतने बड़े समारोह की खुशी में दिए जला रहीं हैं.
पूजा ने कहा कि 22 जनवरी को भगवान श्रीराम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह है. इसको लेकर हम सभी में खुशी है. यह आदिवासी बस्ती है. जो शबरी थीं, वह भी आदिवासी थीं, इसलिए यहां पर अलग ही माहौल है. जब से इस समारोह की घोषणा हुई है, तभी से यहां सबमें खुशी और उत्साह बना हुआ है. यहां हर रोज 501 दीपक जलाकर भगवान की पूजा करते हैं.