कई बार दुनिया से दूर किसी समुद्र किनारे पर दशकों पुरानी कोई ऐसी चीज मिल जाती है जो हैरान कर देती है. यानी ये ऐसा कुछ होता है जो सालों से समुद्र में तैर रहा होता है. कई बार तो ये कोई पुराना मैसेज होता है. हाल में स्कॉटलैंड की एक महिला को भी कुछ ऐसा ही मिला.
बोतल में बंद था नक्शा
दरअसल स्मिथ नाम की महिला एक समुद्र के बीच पर सफाई कर रही थी. तभी उसे एक कांच की बोतल मिली जिसके अंदर कुछ रंगीन सा था. स्मिथ ने बीबीसी को बताया, 'मुझे लगा कि इसके अंदर फेल्ट-टिप पेन जैसा कुछ है. मैंने इसे बाहर निकाला तो इसके चारों ओर एक इलास्टिक बैंड लपेटा हुआ था. ये एक रोल किया हुआ कागज था. मैंने इसे खोला तो पाया कि यह हाथ से बनाया गया एक नक्शा था.
8 साल की तीन लड़कियों ने बनाया था नक्शा
उन्होंने कहा, "जिसने भी नक्शा बनाया था, उसने चतुराई से बाहरी रैपिंग के लिए वैक्स क्रेयॉन का उपयोग किया था. इसी की मदद से वह बोतल में पानी घुसने के बाद भी सुरक्षित था. इस मैप को 8 साल की तीन लड़कियों ने बनाया था जो 1984 में वर्मिट प्राइमरी स्कूल में पढ़ती थीं.
मिस आई. एल्डर ने मुझे बंदी बनाया है
पायरेट थीम पर बने नक्शे बच्चियों ने मैथ पढ़ाने के लिए अपनी टीचर की शिकायत लिखी हुई थी. एक नोट में लिखा है, "कृपया मेरी मदद करें. मैं वॉर्मिट प्राइमरी स्कूल के दल में से एक हूं और मुझे मिस आई. एल्डर ने बंदी बना लिया है. मेरा नाम केली मैक्कलम है और मेरी उम्र 8 साल है. मिस एल. एल्डर हमसे बहुत काम करवाती है और मैं इस पत्र को निजी तौर लिख रही हूं. कृपया कोई मेरी मदद करें!"
40 साल बाद मिली बोतलबंद मैसेज
स्मिथ ने बोतल मिलने के बाद किसी तरह केली लास्कीविक्ज़ है, और उसके साथ कीअन्य दो लड़कियों, लिंडा बेल और अन्ना ग्रीनहाल्घ से संपर्क किया. बड़ी हो चुकी लड़कियों ने जब ये मैसेज देखा तो खुशी से उछल पड़ीं. उन्होंने कहा कि बोतल में दिया गया मैसेज एक स्कूल असाइनमेंट का हिस्सा था जब उन्हें समुद्री डाकुओं के बारे में पढ़ाया जा रहा था. बेल ने एसटीवी को बताया, 'कमाल है कि भले 40 साल लग गए लेकिन ये मैसेज किसी को तो मिला.' महिलाओं ने कहा कि पत्र लिखने के बाद से वे आज तक दोस्त बनी हुई हैं.