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विदेश जाने का नहीं है बजट, सस्ते में देख आएं राजस्थान का ये 'मिनी मालदीव'

बांसवाड़ा में बोटिंग, गांवों की सैर, और प्रकृति की गोद में शांति का अनुभव आपको तनावमुक्त कर देगा. राजस्थान की भीड़ से दूर, यह 'मिनी मालदीव' एक अविस्मरणीय यात्रा का अनुभव देता है.

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बांसवाड़ा अपनी प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक समृद्धि के लिए मशहूर(Photo- Rajasthan Tourism)
बांसवाड़ा अपनी प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक समृद्धि के लिए मशहूर(Photo- Rajasthan Tourism)

राजस्थान का नाम सुनते ही हमारे मन में रेगिस्तान और रेत की तस्वीर उभरती है, लेकिन यहां का बांसवाड़ा एक ऐसी अनूठी और मनमोहक जगह है, जो 'मिनी मालदीव' के नाम से पर्यटकों के दिलों में अपनी खास जगह बना चुकी है. यहां स्थित माही डैम प्रकृति का एक अद्भुत नजारा पेश करता है. इसके चारों ओर पानी के बीच 100 से अधिक छोटे-छोटे द्वीप हैं, जो इसकी सुंदरता को और भी बढ़ाते हैं. बारिश के मौसम में यहां की प्राकृतिक छटा इतनी मनोरम हो जाती है कि इसे देखकर आपको यही लगेगा कि मालदीव में पहुंच गए हैं. 

क्यों मशहूर है बांसवाड़ा?

बांसवाड़ा अपनी प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक समृद्धि के लिए जाना जाता है. बांसवाड़ा का सबसे बड़ा आकर्षण माही डैम है, जो माही नदी पर बना है. रेगिस्तानी राजस्थान के विपरीत, बांसवाड़ा हरे-भरे जंगलों, पहाड़ियों और नदियों से सजा है, अरावली पर्वतमाला की तलहटी में बसा यह क्षेत्र घने वनों के लिए प्रसिद्ध है, जो इसे गर्मियों में भी एक सुखद गंतव्य बनाता है.

 

बासंवाड़ा की खूबसूरत वादियां

बांसवाड़ा आदिवासी संस्कृति का केंद्र है, जहां भील और मीणा समुदायों की समृद्ध परंपराएं देखने को मिलती हैं. यहां के रंगारंग लोक नृत्य, गीत और उत्सव पर्यटकों को स्थानीय संस्कृति से रूबरू कराते हैं. इसके अलावा, आनंद सागर झील, त्रिपुरा सुंदरी मंदिर और कागदी पिकअप वेयर जैसे स्थान ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व रखते हैं. मां त्रिपुरा सुंदरी की भव्य मूर्ति और मंदिर का शांत वातावरण भक्तों और पर्यटकों को समान रूप से आकर्षित करता है.

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वहीं बांसवाड़ा के स्थानीय बाजार आदिवासी हस्तशिल्प, बांस से बनी वस्तुओं और पारंपरिक गहनों के लिए प्रसिद्ध हैं. यहां की हस्तकला पर्यटकों के बीच खासी लोकप्रिय है. बारिश से लबालब नदियां, झरने और हरियाली इस क्षेत्र को एक ताजगी भरा स्वरूप देते हैं.

 बांसवाड़ा अपनी प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक समृद्धि के लिए जाना जाता है.

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बांसवाड़ा कैसे पहुंचे?

बांसवाड़ा पहुंचने के लिए कई सुविधाजनक विकल्प उपलब्ध हैं, जो आपकी सुविधा और बजट पर निर्भर करते हैं. यहां, ट्रेन, हवाई मार्ग और सड़क मार्ग सभी विकल्प मौजूद हैं. अगर आप ट्रेन से जाना चाहते हैं तो निकटतम रेलवे स्टेशन रतलाम और उदयपुर का है. जहां से आप शेयरिंग टैक्सी या बस ले सकते हैं. वैसे बांसवाड़ा के लिए देश के कई बड़े शहरों से बसें भी चलती हैं. जिससे आप आसानी से यहां पहुंच सकते हैं.   

क्या हैं होटल के रेट?

आपके यहां रहने के लिए होमस्टे या छोटे होटल आसानी से मिल जाते हैं, जिनका रेट 500 से 800 रुपये के बीच रहता है. वैसे तो हर इंसान का बजट प्लान अपनी क्षमता के मुताबिक होता है, लेकिन आपको सस्ते और स्वादिष्ट खाने-पीने के लिए काफी विकल्प मौजूद हैं. खाने में देसी स्वाद वाली थाली 150 से 200 रुपये में आराम से मिल जाती है.

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लोकल घूमने के लिए आप बाइक या ऑटो किराए पर लेकर आसानी से पूरा इलाका देख सकते हैं, जिसमें दिनभर का खर्चा 300 से 400 रुपये ही आता है. तीन दिन के पूरे ट्रिप का खर्च सिर्फ 3000 से 4000 रुपये में निपट जाता है. राजस्थान की भीड़ से दूर एक शांति भरा और खूबसूरत मिनी मालदीव का मजा लेना है, तो बांसवाड़ा जरूर जाएं और अपनी तनाव भरी जिंदगी से बाहर आकर कुछ शांति भरे पल गुजार सकते हैं.

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