तापमान
तापमान (Temperature) एक भौतिक फेनोमेनन है जो गर्म और ठंडे को व्यक्त करता है. यह सभी पदार्थों में मौजूद तापीय ऊर्जा की अभिव्यक्ति है, जो गर्मी की घटना का स्रोत है. ऊर्जा का प्रवाह, जब एक शरीर दूसरे के संपर्क में होता है जो ठंडा या गर्म हो सकता है.
राजस्थान जिसे भारत का रेगिस्तान राज्य के रूप में जाना जाता है, हाल के वर्षों में बाढ़ की बढ़ती घटनाओं से जूझ रहा है. खासकर अपने रेगिस्तानी इलाकों में. यह एक असामान्य और चिंताजनक प्रवृत्ति है, जो भारत में जलवायु परिवर्तन की ओर इशारा करती है. पिछले पांच वर्षों (2020-2024) में राजस्थान के रेगिस्तान में बाढ़ की घटनाओं, भारत में जलवायु परिवर्तन के संकेतों और इसके प्रभावों को समझिए
राजधानी दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों में कभी बारिश तो कभी बादलों की आवाजाही बनी हुई है. सोमवार को जमकर बरसात के बाद आज, मंगलवार को भी दिल्ली-एनसीआर में ऐसा ही मौसम रहने वाला है. आइये जानते हैं, देशभर के मौसम का हाल.
चिली के ग्लेशियर्स पर बढ़ता खतरा जलवायु परिवर्तन और प्राकृतिक आपदाओं का परिणाम है. हमें अपने पर्यावरण की रक्षा के लिए और अधिक जिम्मेदारी लेने की जरूरत है. अगर समय रहते कदम नहीं उठाए गए, तो ये खूबसूरत ग्लेशियर्स और इनसे जुड़े ईको सिस्टम खतरे में पड़ सकते हैं.
जापान में आम हो चुकी भीषण गर्मी अब कार्यस्थलों पर एक बड़ा खतरा बन गई है. टोक्यो में तापमान इस साल के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गया जिस कारण बाहर काम करने वालों लोगों को हीटस्ट्रोक का खतरा बढ़ गया है. जिसके चलते सरकार ने पिछले महीने से मजदूरों के लिए श्रम सुरक्षा के नए नियम लागू किए हैं, जिनमें कंपनियों को हीटस्ट्रोक से बचाव के उपाय लागू करने के लिए कहा गया है.
एक गंभीर चेतावनी है कि ग्लेशियरों का पिघलना न केवल समुद्र के जलस्तर को बढ़ाएगा, बल्कि ज्वालामुखी विस्फोटों को भी ट्रिगर कर सकता है. आइसलैंड और चिली जैसे क्षेत्रों के उदाहरण बताते हैं कि बर्फ के दबाव के हटने से ज्वालामुखी अधिक सक्रिय हो सकते हैं.
भारत के दो वर्षा क्षेत्र—उष्णकटिबंधीय मानसून और सवाना जलवायु—हरियाली और तबाही दोनों लाते हैं. मानसून कृषि और जैव-विविधता को बढ़ावा देता है, लेकिन बाढ़ और भूस्खलन भी लाता है. जुलाई 2025 में हिमाचल प्रदेश में अचानक आई बाढ़ ने भारी नुकसान किया. जलवायु परिवर्तन ने चरम मौसमी घटनाओं को बढ़ाया, जिससे बेहतर प्रबंधन और नीतियों की जरूरत है.
जून 2025 में यूरोप के कई देश भीषण गर्मी की चपेट में हैं, जहाँ तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक पहुंच चुका है. स्पेन में सबसे ज्यादा 46 डिग्री सेल्सियस का रिकॉर्ड तापमान दर्ज किया गया है. जबकि पुर्तगाल, इटली और फ्रांस में 42-43 डिग्री तक तापमान रिकार्ड किया गया है.
उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और बादल फटने से तबाही मची है, जिसमें कई लोग लापता हुए हैं और चारधाम यात्रा रोक दी गई है. प्रधानमंत्री ने मन की बात में आपातकाल पर कहा कि इमरजेंसी में संविधान की हत्या हुई थी. इसके अलावा, कोलकाता रेप कांड और पुरी रथ यात्रा में भगदड़ की खबरें भी सामने आई हैं.
दिल्ली-NCR के कई इलाकों में शनिवार दोपहर को झमाझम बारिश हुई. भारत मौसम विभाग (IMD) ने शनिवार को दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों के लिए मौसम का येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया था.
हिमाचल प्रदेश के मूसलाधार बारिश से तबाही हुई है..कुल्लू, धरमशाला कांगड़ा में अचानक आई बाढ़ से गांव के गांव साफ हो गए हैं... कुल्लू में फ्लैश फ्लड की चपेट में एक गाडी आ गई.. तो वहीं सबसे अधिक नुकसान धर्मशाला में हुआ है.. यहां 2 लोगों की मौत हो गई है.. कई लोग लापता है.. कुल्लू के सैंज में बादल फटने के बाद आई बाढ़ का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें एक वाहन उफनती नदी में तिनके की तरह बह गई।
Andhra Pradesh and Telangana Rain-Flood Updates: मूसलाधार बारिश से आंध्र और तेलंगाना के कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं. दोनों ही राज्यों में बाढ़-बारिश से अब तक करीब 19 लोगों की मौत हो चुकी है. सबसे ज्यादा हालत विजयवाड़ा में खराब हैं. जहां कुछ इलाकों में 10 फीट तक पानी भरा है. शहर में 2.76 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं.
यूरोप और अमेरिका में इस साल गर्मी ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. लंदन में तापमान 32.2°C तक पहुंच गया है, जबकि स्पेन में 42°C दर्ज किया गया. वैज्ञानिकों का मानना है कि ओमेगा ब्लॉकिंग, गर्म समुद्री सतह और जलवायु परिवर्तन के चलते गर्मी की लहरें ज्यादा गंभीर हो रही हैं. अमेरिका में भी हीटवेव अलर्ट जारी हुआ है.
देश के कई राज्यों में भारी बारिश और बाढ़ से हालात बिगड़ गए हैं. लोगों के घरों में पानी घुस गया है और सामान बर्बाद हो गया है, जैसा कि एक प्रभावित व्यक्ति ने बताया कि 'पूरा तो घर पे बारिश हो गया ना पानी सारे घर का सामान बर्बाद हो चुका है.' झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र और गुजरात में नदियां उफान पर हैं, पुल टूट गए हैं और सड़कें जलमग्न हो गई हैं. देखें...
रामगढ़ जिले में पिछले दो दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश का असर अब रजरप्पा स्थित प्रसिद्ध मां छिन्नमस्तिका मंदिर परिसर में भी दिखने लगा है. दामोदर और भैरवी नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ गया है, जिससे नदियों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है. भैरवी नदी पर बना पुल पूरी तरह से पानी में डूब चुका है, जिससे आवागमन बाधित हो गया है.
आईएमडी ने आज यानी 18 जून के लिए येलो अलर्ट जारी किया है, जिसमें खासतौर पर रात के समय बिजली के साथ तूफान, हल्की से मध्यम बारिश और 50-60 किमी प्रति घंटे की गति से हवा चलने की संभावना जताई गई है.
मौसम विभाग के ताजा अपडेट के मुताबिक मॉनसून ने रफ्तार पकड़ ली है, जिससे कई इलाकों में बारिश की शुरुआत हो गई है. राजधानी दिल्ली में भी आज बारिश की शुरुआत हो गई है, जिससे मौसम सुहावना हो गया है.
आईएमडी के अनुसार, अगले दो से तीन दिनों में उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के आगे बढ़ने के लिए अनुकूल परिस्थितियाँ विकसित हो रही हैं. इससे संभावित रूप से अधिक व्यापक बारिश हो सकती है. यूपी में भी जल्द ही म़ॉनसून दस्तक देने वाला है.
भारत के एक बड़े हिस्से में भीषण गर्मी है, राजस्थान में तापमान लगभग 50 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है, हालांकि 15 जून से हो रही हल्की से मध्यम बारिश से कुछ क्षेत्रों में तापमान में कमी आई है. आइएमडी के अनुसार, 'मानसून 25 जून तक दिल्ली सहित पूरे उत्तर पश्चिम भारत के अधिकांश क्षेत्रों में पहुंच सकता है,' और यह भी पूर्वानुमान है कि मानसून 18 जून तक मध्य और पूर्व भारत के बाकी हिस्सों तथा उत्तर पश्चिम भारत के कुछ क्षेत्रों को कवर करेगा. देखें...
प्रदेश के कई हिस्सों में मानसून ने दस्तक दे दी है, जिससे भीषण गर्मी से राहत मिली है. मौसम विभाग के अनुसार, "सामान्य से ज्यादा बारिश होने का संभावना है. क्वांटिटेटिवली 106% जो लॉन्ग पीरियड एवरेज रेनफॉल होता है, इसके होने का संभावना है." दिल्ली, उत्तर प्रदेश, गुजरात, पुणे समेत कई क्षेत्रों में प्री-मानसून और मानसूनी वर्षा हो रही है. देखें...
मुंबई में आज सुबह से रुक-रुक कर बारिश हो रही है. मौसम विभाग ने अगले तीन घंटों के लिए कुछ स्थानों पर भारी वर्षा की चेतावनी देते हुए कहा है, "आइसोलेटेड प्लेसेस पर हेवी रेनफॉल की चेतावनी दी गई है." फिलहाल मुंबई में ट्रैफिक और लोकल ट्रेन सेवाएं सामान्य रूप से चल रही हैं. देखें...
उत्तर भारत में गर्मी का प्रकोप जारी है, दिल्ली में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से ऊपर है और पहाड़ी क्षेत्रों में भी गर्मी है. मौसम विभाग का कहना है कि 'अगले 3 दिन तक राहत नहीं मिलने वाली है,' जिसके बाद पश्चिमी विक्षोभ से कुछ वर्षा हो सकती है. कश्मीर और उत्तराखंड के जंगलों में आग की घटनाएं हुई हैं.