स्वामी प्रसाद मौर्य, राजनेता
स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) एक भारतीय राजनेता और पडरौना निर्वाचन (Padrauna constituency) क्षेत्र से उत्तर प्रदेश की 17वीं विधान सभा के सदस्य हैं. वह लंबे कार्यकाल के बाद बहुजन समाज पार्टी (BSP) को छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सदस्य बने थे, लेकिन 2022 विधानसभा चुनाव से पहले मौर्य ने भाजपा से इस्तीफा देकर समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए (Swami Prasad Maurya left BJP to Join Samajwadi Party). मौर्य पांच बार विधान सभा के सदस्य रहे हैं. वह उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री, सदन के नेता और विपक्ष के नेता रहे हैं. वह योगी आदित्यनाथ मंत्रालय में श्रम, रोजगार और समन्वय के कैबिनेट मंत्री के रूप में कार्यरत थे (Swami Prasad Maurya Ministry). उनकी बेटी संघमित्रा मौर्य 2019 में लोकसभा के लिए चुनी गईं (Swami Prasad Maurya Daughter.
मौर्य का जन्म 2 जनवरी 1954 को उत्तर प्रदेश राज्य के प्रतापगढ़ जिले के चकवाड़ में बदलू मौर्य के यहां हुआ था (Swami Prasad Maurya Family). उनका विवाह शिवा मौर्य से हुआ है (Swami Prasad Maurya Wife), जिनसे उनका एक पुत्र और एक पुत्री है. उनकी बेटी बदायूं से लोकसभा सांसद हैं. उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय कानून में स्नातक और कला में मास्टर डिग्री प्राप्त की है (Swami Prasad Maurya Education). मौर्य अम्बेडकरवादी विचारधारा को मानने वाले बौद्ध धर्म के अनुयायी हैं (Buddhist and an Ambedkarite).
मौर्य पांच बार विधायक रहे हैं. उन्होंने 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर पडरौना निर्वाचन क्षेत्र से जीत दर्ज की. 2016 को, मौर्य ने बहुजन समाज पार्टी द्वारा चलाए जा रहे "टिकट के लिए पैसे" सिंडिकेट का आरोप लगाते हुए सभी पार्टी पदों से इस्तीफा दे दिया था. मार्च 2017 में, उन्हें उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया. वह योगी आदित्यनाथ के मंत्रिमंडल में श्रम और रोजगार, शहरी रोजगार और गरीबी उन्मूलन मंत्री बनाए गए. 21 अगस्त 2019 को, योगी आदित्यनाथ के पहले कैबिनेट विस्तार के बाद उनका मंत्रालय विभाग श्रम, रोजगार, समन्वय मंत्री के रूप में बदल गया (Swami Prasad Maurya Political Career).
स्वामी प्रसाद मौर्य ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार और उसके समर्थक इन नारों का इस्तेमाल धार्मिक उन्माद फैलाने के लिए कर रहे हैं और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद ऐसी घटनाओं को बढ़ावा दे रहे हैं. उन्होंने फतेहपुर की एक घटना का जिक्र करते हुए कहा कि वहां मकबरा तोड़ने के लिए भीड़ ने जय श्रीराम और जय बजरंगबली के नारे लगाते हुए तोड़फोड़ की.
उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या फिर विवादों में हैं. इस बार उन्होंने माता लक्ष्मी की पूजा पर सवाल खड़े किए हैं. उनका कहना है कि यदि लक्ष्मी की पूजा से धन आता तो भारत गरीब देशों की सूची में शामिल नहीं होता.
उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने देवी लक्ष्मी की पूजा पर सवाल उठाकर एक नया विवाद खड़ा कर दिया है. उन्होंने कहा कि अगर पूजा करने से ही धन आता तो भारत दुनिया के गरीब देशों में शामिल नहीं होता. स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा, 'अगर सही मायने में धन की देवी लक्ष्मी की पूजा करने से धन आता तो दुनिया के तमाम देशों में गरीब देशों में भारत शुमार नहीं होता.'
पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान से मुलाकात की. मौर्य ने बताया कि उनका और आजम खान का विधानसभा में लंबा साथ रहा है. स्वामी प्रसाद मौर्य ने स्पष्ट किया कि यह मुलाकात केवल खैरियत पूछने के लिए थी और इसमें कोई 'विवादित' बात नहीं हुई.
स्वामी प्रसाद मौर्य इन दिनों अलग ही तेवर में दिख रहे हैं. सपा और बीजेपी को लेकर स्वामी प्रसाद गरम हैं, लेकिन बसपा को लेकर नरम रुख अपना रखा है. मायावती के साथ हाथ मिलाने के भी संकेत दे रहे हैं, जिसके चलते सवाल उठने लगा है कि क्या वे घर वापसी करने के फिराक में तो नहीं हैं?
स्वामी प्रसाद मौर्य ने योगी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सपा और भाजपा के 'गुंडाराज' में कोई अंतर नहीं है. उन्होंने कहा कि दोनों ही सरकारों में जनता पर जुल्म हो रहे हैं, इसलिए ये दोनों ही पार्टियां उत्तर प्रदेश के लिए कोई विकल्प नहीं हैं. मौर्य अपने लोक मोर्चा को एक मजबूत विकल्प के रूप में पेश किया.
स्वामी प्रसाद मौर्य ने सपा मुखिया अखिलेश यादव पर निशाना साधा. उन्होंने अखिलेश को एक कंफ्यूज लीडर बताया है. इसके साथ ही उनके पीडीए जुटान को छलावा और धोखा करार दिया. मौर्य ने आगे कहा कि विपक्ष में रहते हुए भी अखिलेश इस गलतफहमी में है कि अभी भी सपा की सरकार चल रही है.
वाराणसी की अदालत के आदेश पर पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ रामचरितमानस पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है. मौर्य ने 2023 में टीवी इंटरव्यू में तुलसीदास और रामचरितमानस पर विवादित बयान दिया था. पुलिस ने आईपीसी की कई धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य की मुश्किलें करने का नाम नहीं ले रही हैं. वर्ष 2023 में रामचरितमानस और तुलसीदास जी पर की गई विवादित टिप्पणी को लेकर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश कोर्ट ने दिया है.
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि आए दिन विपक्ष के नेताओं पर हमला किया जाता है. ये इस सरकार में आम बात हो गई है. जो भी हमला हो रहा है बीजेपी पोषित लोगों के द्वारा किया जा रहा है. सब बीजेपी से जुड़े लोग हैं, जिनसे आमजन का जीना दूभर हो गया है.
उत्तर प्रदेश के बड़े नेता स्वामी प्रसाद मौर्य को रायबरेली में एक कार्यक्रम के दौरान थप्पड़ मारा गया. माला पहनाने के बाद एक शख्स ने पीछे से उन पर हमला किया. इसके बाद स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थकों ने हमलावर की जमकर पिटाई की और उसे रायबरेली पुलिस को सौंप दिया.
रायबरेली में स्वामी प्रसाद मौर्य के ऊपर हमला करने की कोशिश हुई. एक युवक ने माला पहनाने के दौरान मौर्य को पीछे से थप्पड़ जड़ दिया. इस बीच भीड़ ने आरोपी युवकों को दबोच लिया और जमकर उनकी पिटाई कर दी.
यूपी की राजनीति में घाट-घाट का पानी पी चुके स्वामी प्रसाद मौर्य की बसपा पर नरमी, मायावती के सीएम कार्यकाल की तारीफ करना, आकाश आनंद को बधाई देकर महत्व की वकालत करना... किस तरफ इशारा है?
स्वामी प्रसाद मौर्य ने अलग-अलग जगहों पर चल रहे मंदिर-मस्जिद विवाद पर तीखी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि हर मस्जिद के नीचे मंदिर ढूंढने की प्रथा आगे चलकर बहुत महंगी साबित होगी. अगर यही चलता रहा तो हर मंदिर में बौद्ध मठ ढूंढना शुरू कर देंगे.
राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के प्रमुख स्वामी प्रसाद मौर्य ने भी मोहन भागवत और बीजेपी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा, 'आरएसएस प्रमुख का बयान उस चर्चा पर मुहर लगाता है जो मुसलमानों के अधिक बच्चे पैदा करने पर की गई थी और लोगों से आग्रह कर रहे हैं समाज के अन्य वर्ग भी अधिक बच्चे पैदा करें...
फर्रुखाबाद कांड को लेकर स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि मुख्यमंत्री जी आप कहते हैं कि बंटे तो मरेंगे, किंतु यहां तो हम एक हैं फिर भी कट रहे हैं, मर रहे हैं. देखता हूं आपका हृदय पसीजता है या नहीं, न्याय मिलता है या नहीं?
उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) से राहत मिली है. सुप्रीम कोर्ट ने स्वामी प्रसाद की बेटी से जुड़े वैवाहिक विवाद के मामले में आपराधिक कार्यवाही पर रोक लगा दी है.
यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके स्वामी प्रसाद मौर्य और उनकी बेटी संघमित्रा मौर्य को कोर्ट ने फरार घोषित कर दिया है. मामला संघमित्रा से जुड़ा है. आरोप है कि संघमित्रा ने बिना तलाक लिए दूसरी शादी कर ली. दीपक स्वर्णकार नाम के शख्स ने उनसे पहली शादी होने का दावा किया था. ऐसे में जानते हैं कि किसी आरोपी को फरार घोषित कर दिए जाने के बाद क्या होता है?
एमपी एमएलए कोर्ट ने पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य और उनकी पूर्व सांसद बेटी संघमित्रा को फरार घोषित कर दिया है. बिना तलाक लिए धोखाधड़ी करके विवाह करने के मामले में दायर केस में लगातार पेशी पर नहीं आने के बाद कोर्ट ने आदेश जारी किया है. बिना तलाक लिए धोखाधड़ी करके विवाह करने के मामले में दायर केस में लगातार पेशी पर नहीं आने के बाद कोर्ट ने आदेश जारी किया है.
उत्तर प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य और उनकी पूर्व सांसद बेटी संघमित्रा को कोर्ट ने फरार घोषित कर दिया है. एमपी एमएलए कोर्ट ने पिता-बेटी को फरार घोषित किया है. क्या है पूरा मामला? जानें
Kushinagar Lok Sabha Election Result: कुशीनगर लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी विजय कुमार दुबे ने जीत हासिल की है. उन्हें 516345 वोट मिले. वहीं, उनके निकटतम प्रतिद्वंदी सपा के अजय प्रताप सिंह को 434555 मत प्राप्त हुए. इस तरह विजय दुबे ने 81790 वोटों से विजय हासिल की. ती