2024 NEET-UG पेपर लीक मामले में बिहार के संजीव मुखिया (Sanjeev Mukhiya) को मास्टरमाइंड माना जा रहा है. संजीव सिंह कथित तौर पर 'मुखिया सॉल्वर गैंग' का हिस्सा है, जो भर्ती परीक्षा धोखाधड़ी और नीट लीक में शामिल है. बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) के अनुसार मुखिया कभी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी था और पंचायत प्रमुख के तौर पर भी काम कर चुका है (NEET UG 2024 Paper Leak).
संजीव मुखिया बिहार के नालंदा का रहने वाला है. खबरों की माने तो वह पिछले 20 सालों से परीक्षा धोखाधड़ी में शामिल रहा है.
NEET paper leak Case: नीट पेपर लीक मामले के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया को बिहार की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने 25 अप्रैल को गिरफ्तार किया था. EOU ने गिरफ्तारी के बाद मुखिया से 36 घंटे की रिमांड पर पूछताछ की थी, अब सीबीआई पूछताछ के लिए चार दिन की रिमांड मिली है.
NEET paper leak mastermind arrested: EOU को गुप्त सूचना मिली थी कि पेपर लीक का मास्टरमाइंड संजीव मुखिया दानापुर थाना क्षेत्र के सगुना मोड़ स्थित एक अपार्टमेंट में आने वाला है. इस सूचना के आधार पर टीम ने छापेमारी की योजना बनाई. गुरुवार रात को ऑपरेशन शुरू किया गया और संजीव मुखिया को धर दबोचा.
संजीव मुखिया पर पहले से सीबीआई ने पेपर लीक करने का केस दर्ज कर रखा है जबकि ईडी ने पीएमएलए का केस दर्ज किया हुआ है. संजीव मुखिया पर भले ही एक के बाद एक नए मामले दर्ज हो रहें लेकिन वो अबतक किसी एजेंसी के हत्थे नहीं चढ़ा है.
नीट पेपर लीक मामले में कार्रवाई लगातार जारी है. सीबीआई ने पेपर चुराने वालों से लेकर इन्हें सॉल्व करने वाले AIIMS के मेडिकल छात्रों तक को गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि अभी तक इस पूरे कांड का मास्टरमाइंड संजीव मुखिया का कोई सुराग नहीं मिल सका है. उससे जुड़े तमाम लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
नीट यूजी परीक्षा का चार जून को परिणाम सामने आने के बाद से ही अभ्यर्थियों में खलबली मची हुई है. रिजल्ट देखने के बाद 67 टॉपर्स और एक ही सेंटर से 8 टॉपर का नाम लिस्ट में आने से छात्रों को परीक्षा में धांधली का संदेह था. इसके बाद छात्रों ने सड़कों से लेकर सोशल मीडिया पर एनटीए के खिलाफ जांच की मांग उठाई.
नीट पेपर लीक मामले के मुख्य आरोपी संजीव मुखिया की तरफ से दायर अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई हुई. पटना सिविल कोर्ट के ADJ 5 ने जमानत याचिका को पटना स्थित CBI 2 की कोर्ट में ट्रांसफर किया.
नीट पेपर लीक मामले में सीबीआई अब अपना अगला कदम उठाने जा रही है. सीबीआई की प्लानिंग हैं कि इस मामले से जुड़े जितने भी आरोपी हैं, उनकी रिश्तेदारों के बैंक अकाउंट की भी जांच की जाएगी.
नीट पेपर लीक कांड के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया को लेकर नए खुलासे हुए हैं. पूछताछ में पता चला है कि आरोपी संजीव ने पेपर लीक कराने के लिए 30 लोगों को हायर किया हुआ था, उन्हें समय पर सैलरी भी मिला करती थी और कईयों को बाइक भी दी हुई थी.
NEET पेपर लीक पर अब तक कई बड़े खुलासे हो चुके हैं. CBI ने संजीव मुखिया के ब्लूटूथ फर्जीवाड़े का पर्दाफाश किया है. संजीव मुखिया दिल्ली से बल्क में ब्लूटूथ खरीदकर परीक्षा में सॉल्वर्स को बैठाता था. संजीव मुखिया का देशभर के माफियाओं से कनेक्शन था. देखते हैं और क्या-क्या खुलासे हुए हैं.
नीट पेपर केस में सीबीआई अब उस शख्स की तलाश कर रही है, जो पेपर लीक से लेकर सभी राज्यों में उसे फैलाने तक में शामिल था. जांच एजेंसी का मानना है कि यह कोई एक ही शख्स है. इसके लिए CBI कड़ियों से कड़ी जोड़ रही है.
आजतक ने ऑपरेशन नीट के जरिए हर पेपर लीक का खेल करने वाले चेहरों को बेनकाब किया. उन्हीं में से एक चेहरा है संजीव मुखिया. मुखिया ने पेपर लीक के तुरंत बाद ही अंडरग्राउंड होने की तैयारी कर ली थी. 4 मई से ही मुखिया जिस कॉलेज में काम करता है वहां जाना बंद कर दिया था. देखें ये वीडियो.
नीट पेपर लीक का मास्टरमाइंड संजीव मुखिया फरार चल रहा है. संजीव जिस कॉलेज में काम किया करता था, वहां के अधीक्षक ने बताया कि वह नीट पेपर के एक दिन पहले से गायब है और अभी तक उसका कुछ पता नहीं चला है. उन्होंने बताया कि कैसे टीवी पर देखकर वो चौंक गए थे.
नीट परीक्षा को लेकर पूरे देश में आक्रोश है. सवाल देश के होनहार छात्रों के भविष्य का है. ऐसे में देश की परीक्षा सिस्टम को दीमक की तरह खाने वाले गुनहगार कौन हैं? आखिर कैसे नीट जैसी परीक्षाओं के पेपर लीक हो जाते हैं? आखिर कैसे इस बार नीट में इतनी खामियां नजर आती हैं? देखें शंखनाद.
ईओयू की जांच में पहली बार पेपर लीक माफिया साइबर अपराधियों का गठजोड़ सामने आया है. पीपर लीक के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया गिरोह के तार साइबर अपराधियों से जुड़े हैं. साइबर अपराधियों ने संजीव मुखिया गिरोह के लोगों को सिम कार्ड और शेल्टर मुहैया कराया था. इसके बाद पेपर लीक माफिया ने फर्जी तरीके से लिए गए सिम कार्ड का इस्तेमाल किया था.
NEET Paper Leak: बिहार में नीट पेपर लीक को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष आमने सामने हैं. आरोपियों को लेकर दोनों ही दल एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं. इस क्रम में आरजेडी ने सोमवार को आरोपी संजीव मुखिया की पत्नी को लेकर गंभीर सवाल उठाए.
बिहार में NEET-UG और BPSC पेपर लीक मामले में हजारीबाग कनेक्शन सामने आया है. EOU सूत्रों के मुताबिक हजारीबाग के ओएसिस स्कूल से नीट-यूजी का पेपर बुकलेट नंबर 6136488 लीक हुआ था. साथ ही ईओयू को बुकलेट बॉक्स से भी छेड़छाड़ के सबूत मिले थे. जांच टीम संजीव मुखिया गिरोह के काम करने के पैटर्न को ट्रैक कर जांच को आगे बढ़ा रही है.
अब तक की जांच में यह बात सामने आई है कि सबसे पहले प्रश्न पत्र संजीव मुखिया को किसी प्रोफेसर ने मोबाइल पर नीट का पेपर भेजा था. लर्न प्ले स्कूल एंड ब्वॉयज हॉस्टल में पटना और रांची के एमबीबीएस स्टूडेंट भी मौजूद थे, जिन्होंने बतौर सॉल्वर नीट पेपर में पूछे गए प्रश्नों का उत्तर लिखा. यह आंसर उन अभ्यर्थियों को दिया गया, जिनसे पैसे लिए गए थे.
NEET पेपर लीक मामले में अब रवि अत्री का नाम सामने आया है, जिसे यूपी पुलिस सिपाही भर्ती पेपर लीक का मास्टरमाइंड माना जा रहा है. रवि अत्री को यूपी एसटीएफ की टीम ने 10 अप्रैल को मेरठ से गिरफ्तार किया था.
संजीव मुखिया को किसी प्रोफेसर ने मोबाइल पर नीट का पेपर भेजा था. लर्न प्ले स्कूल एंड ब्वॉयज हॉस्टल में पटना और रांची के एमबीबीएस स्टूडेंट भी मौजूद थे, जिन्होंने बतौर सॉल्वर नीट पेपर में पूछे गए प्रश्नों का उत्तर लिखा. यह आंसर उन अभ्यर्थियों को दिया गया, जिनसे पैसे लिए गए थे.
जीव मुखिया के पेपर लीक का गैंग का नेटवर्क बिहार के नालंदा से ऑपरेट करता है और नेटवर्क पूरे देश में फैला हुआ है. संजीव का बेटा डॉक्टर शिव कुमार उर्फ बिट्टू भी बीपीएससी एग्जाम पेपर लीक मामले में गिरफ्तार हुआ था, जो फिलहाल जेल में है. जांच में सामने आया है कि जेल में रहते हुए शिव कुमार ने कई और एग्जाम के पेपर को लीक करवाया है.