NEET पेपर लीक मामले में बिहार पुलिस संजीव कुमार उर्फ संजीव मुखिया उर्फ लुटन की तलाश कर रही है. संजीव मुखिया पेपर लीक गिरोह को नालंदा से ही ऑपरेट किया करता था. संजीव नालंदा उद्यान महाविद्यालय में टेक्निकल असिस्टेंट के पद पर कार्यरत है. इस बीच aajtak की टीम ने कॉलेज के अधीक्षक से खास बातचीत की है.
महाविद्यालय के अधीक्षक से जब संजीव के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि संजीव कई सालों से यहां काम कर रहा है. जब टीवी पर पेपर लीक की खबरे आईं और उन्होंने उसमें संजीव की फोटो और नाम देखा तो सभी चौंक गए कि अरे ये तो हमारे साथ ही काम करता है. अधीक्षक ने कहा कि संजीव को देखकर कभी ऐसा नहीं लगा कि वह इतने बड़े नेटवर्क को चला रहा है. बता दें कि नीट पेपर लीक की परीक्षा 5 मई को आयोजित हुई थी और आरोपी संजीव 4 मई को आखिरी बार कॉलेज आया था. इसके बाद उसका कॉलेज आना अचानक से बंद हो गया.
इस दौरान संजीव के बारे में पुलिस को खबर नहीं हुई थी, लेकिन जब पेपर लीक का मुद्दा बढ़ा और जांच की मांग तेज हुई तो संजीव ने 10 मई को अपने कॉलेज में छुट्टी का आवेदन कर दिया. 10 मई के बाद संजीव कहां है, इसके बारे में किसी को कुछ नहीं पता है. पुलिस भी संजीव की तलाश कर रही है. अधीक्षक ने बताया कि जब बगैर सूचना के संजीव ने कॉलेज जाना बंद किया तब उसे कॉलेज की तरफ से शो कॉज जारी किया गया. अब तक आधिकारिक तौर पर संजीव को लेकर कोई जानकारी कॉलेज के पास नहीं आई है.
पेपर लीक का मास्टरमाइंड है संजीव
साल 2010 से कई एग्जाम के पेपर लीक मामले में इसका नाम आता रहा है. संजीव मुखिया पहले बिहार के सबसे बड़े शिक्षा माफिया रंजीत डॉन के साथ काम करता था, फिर उसने खुद अपना गैंग बना लिया. हाल ही में BPSC एग्जाम का पेपर संजीव मुखिया और उसके गैंग ने लीक करवाया था.
संजीव मुखिया की गिरफ्तारी क्यों नहीं करेगी पुलिस
शिक्षक भर्ती लीक कांड में संजीव मुखिया और उसके बेटे शिव दोनों को गिरफ्तार किया गया था, लेकिन कुछ समय बाद ही वह जेल से छूट गया था. नीट पेपर लीक मामले में पांच मई को एफआईआर दर्ज की गई थी. इसके ठीक एक महीने बाद पांच जून को पटना के एडीजी-5 न्यायालय ने संजीव मुखिया के लिए नो-कोहेसिव ऑर्डर (No Cohesive Order) जारी किया था. इस आदेश के बाद उसकी गिरफ्तारी नहीं की जा सकती है. आदेश में साफतौर पर कहा गया है कि शास्त्रीनगर में नीट मामले को लेकर दर्ज एफआईआर संख्या 358/2024 में भी उसकी गिरफ्तारी नहीं की जा सकती है.
BPSC पेपर लीक मामले में जेल में बंद है संजीव का बेटा
संजीव का बेटा डॉक्टर शिव कुमार उर्फ बिट्टू बीपीएससी एग्जाम पेपर लीक मामले में गिरफ्तार हुआ था, जो फिलहाल जेल में है. जांच में सामने आया है कि जेल में रहते हुए शिव कुमार ने कई और एग्जाम के पेपर को लीक करवाया है. बीपीएससी के तीसरे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक कांड में नालंदा जिले का एमबीबीएस डॉक्टर शिव कुमार की गिरफ्तारी पहले हो चुकी है. आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने इसका खुलासा करने से पहले 68 दिनों की सघन जांच और गिरफ्तार 279 अभियुक्तों से पूछताछ की थी.