नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (NSG) भारत की एक विशेष बल इकाई है, जिसे आतंकवाद और आंतरिक सुरक्षा के गंभीर खतरों से निपटने के लिए तैयार किया गया है. इसे आमतौर पर "ब्लैक कैट कमांडो" के नाम से जाना जाता है. NSG का गठन 1984 में हुआ था, जब देश में आतंकवादी घटनाओं में वृद्धि हुई थी और तत्कालीन सरकार को एक विशेष जवाबी दस्ते की आवश्यकता महसूस हुई.
NSG की स्थापना 22 सितंबर 1986 को संसद में पारित एक अधिनियम के तहत की गई थी. इसका मुख्य उद्देश्य आतंकवाद, अपहरण, हाईजैकिंग, बंधक संकट, और बम निष्क्रिय करने जैसे विशेष खतरों से निपटना है. इसे राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड अधिनियम, 1986 के अंतर्गत गठित किया गया.
NSG में केवल उन्हीं सैनिकों को लिया जाता है जो भारतीय सेना, केंद्रीय अर्धसैनिक बलों या पुलिस बलों से होते हैं और जो अत्यधिक कठोर शारीरिक, मानसिक और रणनीतिक प्रशिक्षण में खरे उतरते हैं. इनकी प्रशिक्षण प्रक्रिया इतनी कठिन होती है कि चयनित अभ्यर्थियों में से केवल लगभग 15-20% ही अंत तक चयनित हो पाते हैं.
NSG की कई इकाइयां होती हैं. स्पेशल एक्शन ग्रुप (SAG) – इसमें भारतीय सेना के चुने हुए कमांडो होते हैं, जो प्रमुख ऑपरेशन को अंजाम देते हैं.
स्पेशल रेंजर्स ग्रुप (SRG) – यह अर्धसैनिक बलों और पुलिस बलों से लिए गए जवानों का समूह होता है, जो सुरक्षा और सहायक कार्यों को अंजाम देता है.
बॉम्ब डिस्पोजल यूनिट (BDU) – यह इकाई विस्फोटकों और आईईडी से निपटने के लिए प्रशिक्षित होती है.
स्नाइपर यूनिट – उच्च स्तरीय निशानेबाज, जो मिशनों के दौरान सटीक कार्रवाई करते हैं.
एएसजी के प्रमुख अभियानों में ऑपरेशन ब्लैक थंडर (1988) – अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में छिपे आतंकवादियों के खिलाफ सफल अभियान.
26/11 मुंबई आतंकी हमला (2008) – मुंबई में हुए आतंकी हमलों में NSG ने ताज होटल, ओबेरॉय होटल और नरीमन हाउस में आतंकियों का सफाया किया.
पठानकोट एयरबेस हमला (2016) – NSG ने एयरबेस में छिपे आतंकियों से मुठभेड़ कर उन्हें मार गिराया.
NSG भारत की सुरक्षा व्यवस्था का एक अभिन्न हिस्सा बन चुका है. यह बल न केवल आतंकवादी हमलों को नाकाम करता है, बल्कि आम जनता में विश्वास और सुरक्षा का भाव भी पैदा करता है. इनकी उपस्थिति से यह संकेत मिलता है कि भारत किसी भी चुनौती का सामना करने को तैयार है.
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का स्पेशल विमान IL-96-3000 प्यू अब से कुछ ही घंटों में भारत की सरज़मीं पर लैंड करेगा. यह विमान 'हवा में उड़ता किला' है, जिसके सामने मिसाइलें भी फेल हो जाती हैं. पुतिन की अभेद्य सुरक्षा के लिए भारत में 5-लेयर सुरक्षा कवच तैयार है.
राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) के 41वें स्थापना दिवस पर मानेसर में ब्लैक कैट कमांडो ने अपने शौर्य का जबरदस्त प्रदर्शन किया, जिसे आजतक के रिपोर्टर जितेंद्र सिंह ने कवर किया. इस मौके पर जवानों ने आतंकवादियों से बंधकों को छुड़ाने से लेकर वीआईपी सुरक्षा तक के कई हैरतअंगेज ऑपरेशन का डेमो दिखाया. रिपोर्ट के अनुसार, 'यह लाइव फाइर है जो एन एस जी कमांडो के आत्मविश्वास और नियंत्रण का प्रत्यक्ष प्रमाण है.' इस दौरान कमांडो ने दिल्ली मेडिकल कॉलेज की एक काल्पनिक बिल्डिंग में बंधकों को छुड़ाने के लिए रूम इंटरवेंशन, डॉग स्क्वाड और शेरपा जैसे बुलेटप्रूफ वाहनों का इस्तेमाल किया.