के सी वेणुगोपाल, राजनेता
के सी वेणुगोपाल एक भारतीय राजनेता और राजस्थान से निर्वाचित भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य हैं (KC Venugopal). उन्हें 29 अप्रैल 2017 को AICC के महासचिव और कर्नाटक के प्रभारी के रूप में नियुक्त किया गया. वह यूपीए सरकार में नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री और बिजली मंत्रालय थे (KC Venugopal Ministry).
के सी वेणुगोपाल का जन्म 4 फरवरी 1963 को केरल के कन्नूर जिले के पय्यानूर में हुआ था (KC Venugopal Date of Birth). उनके पिता का नाम कुंजुकृष्णन नांबी और माता का नाम जानकी अम्मा है (KC Venugopal Family and Parents). उनके पास गणित में स्नातकोत्तर की डिग्री है (KC Venugopal Education). वेणुगोपाल अपने कॉलेज के दिनों में वॉलीबॉल खिलाड़ी भी थे (KC Venugopal Volleyball Player). वह पय्यानूर कॉलेज और कालीकट विश्वविद्यालय के लिए खेले.
वह छात्र आंदोलन के माध्यम से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सक्रिय राजनीति में आए. वे केरल छात्र संघ के राज्य अध्यक्ष और भारतीय युवा कांग्रेस के राज्य अध्यक्ष थे. वेणुगोपाल 1996, 2001 और 2006 में अलाप्पुझा निर्वाचन क्षेत्र से केरल विधान सभा के लिए चुने गए. उन्होंने 2004-06 से ओमन चांडी मंत्रालय में देवासवम और पर्यटन मंत्री के रूप में कार्य किया. उन्होंने 2009 में अलाप्पुझा निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा के लिए आम चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. 29 अप्रैल 2017 को उन्हें अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का महासचिव चुना गया (KC Venugopal Political Career).
उनका ऑफिशियल ट्विटर हैंडल @kcvenugopalmp है. उनके फेसबुक पेज का नाम K.C. Venugopal है. वह इंस्टाग्राम पर k.c.venugopal यूजरनेम से एक्टिव हैं.
भारतीय उद्योगपति गौतम अडानी (Gautam Adani) के लिए के लिए साल 2023 बेहद बुरा साबित हो रहा है. हर बीतते दिन के साथ उन्हें झटके पर झटका लग रहा है. बीते साल 2022 में दुनिया के तमाम अरबपतियों में वे अकेले ताबड़तोड़ कमाई करने वाले शख्स रहे थे. लेकिन बीते एक साल में उन्होंने जितना कमाया था, उससे ज्यादा एक महीने में ही गंवा दिया.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा इन दिनों जम्मू-कश्मीर में है.इधर जम्मू के बाहरी इलाके में शनिवार को दो बम विस्फोट हुए. इसके बाद से राहुल की सुरक्षा को लेकर पार्टी चिंता में है. इस पर पार्टी नेता जयराम रमेश और संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने क्या कुछ कहा, देखें वीडियो.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई भारत जोड़ो यात्रा अब अपने अंतिम पड़ाव की ओर है. 7 सितंबर को शुरू हुई यात्रा 30 जनवरी को संपन्न होगी. कांग्रेस पार्टी राहुल गांधी की इस यात्रा के समापन को ग्रैंड बनाने के लिए केसी वेणुगोपाल ने सभी प्रदेश समितियों को निर्देश दिए हैं.
गुलाम नबी आजाद के कांग्रेस छोड़ने के बाद पार्टी छोड़ने वाले 17 नेताओं ने दोबारा कांग्रेस का दामन थाम लिया है. पार्टी में शामिल होने वाले नेताओं में पूर्व डिप्टी सीएम ताराचंद भी शामिल हैं. वहीं, कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा कि ये कांग्रेस के लिए बड़ा दिन है.
राजस्थान के मुख्समंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच की तल्खी जगजाहिर है, लेकिन अब इस घमासान पर विराम लगता दिख रहा है. राजस्थान में भारत जोड़ो यात्रा के पहुंचने से पहले केसी वेणुगोपाल इस तल्खी को दूर करने पहुंच चुके हैं. देखें वीडियो
राजस्थान में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा से पहले अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच का विवाद खत्म होता दिख रहा है. दोनों ने केसी वेणुगोपाल की मौजूदगी में हाथ मिलाए. देखें वीडियो
राजस्थान कांग्रेस में गहलोत और सचिन गुट के नेता पिछले कुछ दिनों से एक दूसरे पर लगातार आरोप-प्रत्यारोप कर रहे हैं. पार्टी में पनप रहे ऐसे माहौल को खत्म करने के लिए आलाकमान ने गुरुवार को एक एडवाइजरी जारी कर दी. उन्होंने सभी नेताओं को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर किसी ने एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी की तो उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी.
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने राजस्थान मसले पर भी बयान दिया. उनसे पूछा गया कि क्या अशोक गहलोत सीएम बने रहेंगे? इस पर वेणुगोपाल ने जवाब दिया कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी अगले दो दिन में इस संबंध में फैसला लेंगी. बता दें कि आज दोपहर में अशोक गहलोत ने सोनिया गांधी से मुलाकात की है.
अशोक गहलोत के कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव लड़ने का ऐलान करने के बाद ही राजस्थान में अगले सीएम को लेकर मंथन तेज हो गया था. विधायकों का एक गुट सचिन पायलट को सीएम बनाने की मांग करने लगा था. इस बीच गहलोत ने सोनिया गांधी से मुलाकात की, जिसके बाद सीएम के लिए सीपी जोशी के नाम की चर्चा होने लगी.
सोनिया गांधी ने अजय माकन और मल्लिकार्जुन खड़गे से राजस्थान में इस्तीफा सौंपने वाले कांग्रेस के 82 विधायकों से वन-टू-वन बात कर रात में ही फैसला बताने के लिए कहा था. पर्यवेक्षक देर रात तक विधायकों को मनाने की कोशिश करते रहे लेकिन विधायकों ने आलाकमान के सामने कुछ शर्तें रख दीं. इससे पहले वो बात करने को तैयार नहीं हैं.
राजस्थान के नए मुख्यमंत्री के चुनाव को लेकर जयपुर में रविवार शाम 7 बजे कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई थी लेकिन इससे पहले ही कांग्रेस में बगावत की स्थिति बन गई. सीएम अशोक गहलोत समर्थक 82 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया. उनका आरोप है कि नए सीएम के चुनाव के लिए उनकी राय ही नहीं ली गई. वहीं गहलोत ने केसी वेणुगोपाल के सामने मौजूदा हालात को संभाल पाने में असमर्थता जता दी है.
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एक बार फिर अपने सियासी सफर में उतार चढ़ाव का सामना कर रहे हैं. अभी तक वह कुर्सी और उनके बीच पार्टी के भीतर से कई चुनौतियां आईं, लेकिन वो उनसे पार पाने में कामयाब रहे. 1998 में पहली बार उन्होंने राजेश पायलट पर बढ़त बनाई, दूसरी बार 2008 में सीपी जोशी पर भारी पड़े और 2018 में सचिन पायलट को पछाड़ कर कुर्सी पर काबिज हो गए थे. अब सवाल यह है कि क्या इस बार भी गहलोत अपनी राजनीति में कामयाब हो पाएंगे?
राजस्थान में कांग्रेस रविवार को नए सीएम के नाम पर मुहर तो नहीं लगा सकी बल्कि वह अब एक नई मुसीबत में फंस गई है. उसके 82 विधायकों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. विधायकों की नाराजगी का आलम यह है कि उन्होंने मांगें न मानने पर सरकार गिराने तक की धमकी दे डाली है. वहीं कांग्रेस में खड़े हुए राजनीतिक संकट के बीच उसने राज्य सरकार को घेर लिया है. उसने राज्य में राष्ट्रपति लगाने तक के संकेत दे दिए हैं.
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राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत और सोनिया गांधी के बीच बुधवार को लंबी बैठक चली. इस बैठक में उनके साथ प्रियंका गांधी और केसी वेणुगोपाल भी मौजूद थे. इस बैठक में उनके कांग्रेस अध्यक्ष के साथ-साथ मुख्यमंत्री बने रहने को लेकर लंबी चर्चा हुई. बहरहाल सूत्रों के हवाले से खबर है कि इस मुद्दे को लेकर आलाकमान ने फैसला ले लिया है.
कांग्रेस के नए अध्यक्ष का चयन करने के लिए चुनाव होने हैं और अध्यक्ष चुनाव से पहले मतदाता सूची सार्वजनिक करने को लेकर कई नेताओं ने आवाज उठा दी. कांग्रेस के महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल ने साफ कर दिया है कि पार्टी मतदाता सूची सार्वजनिक नहीं करेगी. उन्होंने ये कहा है कि ये पार्टी की आंतरिक प्रक्रिया है और इसे हम हर किसी के लिए प्रकाशित नहीं कर सकते.