काठमांडू (Kathmandu), नेपाल (Nepal) की राजधानी और सबसे बड़ा शहर है, जो हिमालय की गोद में बसा एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहरों से समृद्ध नगर है. यह शहर न केवल नेपाल का प्रशासनिक और राजनीतिक केंद्र है, बल्कि यह देश की आत्मा भी कहा जाता है.
काठमांडू घाटी में स्थित यह शहर लगभग 1400 मीटर (4600 फीट) की ऊंचाई पर समुद्र तल से ऊपर बसा है. यह शहर बगमती नदी के किनारे बसा हुआ है और इसके इतिहास की जड़ें सदियों पुरानी हैं. कभी यह "कांतिपुर" के नाम से जाना जाता था. काठमांडू का नाम "काष्ठमंडप" से लिया गया है. एक लकड़ी से निर्मित प्राचीन मंदिर जो यहां स्थित है.
काठमांडू एक सांस्कृतिक संगम है, जहां हिन्दू और बौद्ध धर्म का गहरा प्रभाव देखा जा सकता है. यहां दर्जनों प्राचीन मंदिर, स्तूप और मठ हैं, जो यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों में स्वयंभूनाथ (स्वयंभू स्तूप), बौद्धनाथ स्तूप, पशुपतिनाथ मंदिर, पशुपतिनाथ मंदिर शामिल हैं.
काठमांडू शहर में अनेक दर्शनीय स्थल हैं, जिनमें दरबार स्क्वायर, ठमेल, गर्दन बौद्ध प्रमुख हैं.
नेपाल की राजधानी काठमांडू में जिला प्रशासन ने किसी भी तरह के प्रदर्शन, सभा, जुलूस और रैली करने पर प्रतिबंध लगा दिया है. कानून-व्यवस्था का हवाला देते हुए जिला प्रशासन ने सार्वजनिक सुरक्षा के लिए यह कदम उठाया है.
उत्तर बंगाल में 4-5 अक्टूबर की भारी बारिश से बाढ़ और 100 लैंडस्लाइड्स, 17 मौतें हुई. सिक्किम का रास्ता कट गया है. दार्जिलिंग-जलपाईगुड़ी सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. इस बेमौसम बरसात के पीछे बंगाल की खाड़ी का लो प्रेशर और वेस्टर्न डिस्टर्बेंस है. फसलों को भारी नुकसान हुआ है.
नेपाल में लगातार भारी बारिश और भूस्खलन से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है. काठमांडू से जुड़ी सभी सड़कें बंद कर दी गई हैं और नेशनल हाईवे ब्लॉक हैं. एयरपोर्ट्स और आंतरिक उड़ानों पर रोक लगा दी गई है. प्रशासन ने अगले 2 दिन तक सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की और लोगों को घरों में रहने की चेतावनी दी. राहत और बचाव के लिए सेना के हेलिकॉप्टर स्टैंडबाय पर हैं.
Nepal Govt ने पूर्व PM KP Sharma Oli और 4 अन्य अफसरों के पासपोर्ट जब्त किए. Kathmandu छोड़ने पर रोक, Gen-Z protests मामले में जांच जारी.
नेपाल के अपदस्थ प्रधानमंत्री ओली पिछले दस दिन से अंडरग्राउंड थे और उन्हें सेना के बैरक में सुरक्षित रखा गया था. लेकिन अब अंतरिम सरकार के गठन के बाद ओली पहली बार सार्वजनिक तौर पर नजर आए, जो एक किराए के घर में रह रहे हैं. नेपाल के संविधान दिवस के मौके पर उन्होंने देश की जनता के सामने सोशल मीडिया के जरिए अपना पक्ष रखा है.
Nepal की नई अंतरिम प्रधानमंत्री Sushila Karki ने Singh Durbar में पदभार संभालते ही कहा कि उनकी सरकार सत्ता का स्वाद चखने नहीं आई है और वह 6 महीने से ज्यादा नहीं रुकेंगी. उन्होंने साफ किया कि नई संसद बनने के बाद जिम्मेदारी सौंप दी जाएगी. Karki ने हिंसा और तोड़फोड़ की घटनाओं की जांच का भरोसा दिलाया. युवाओं को उम्मीद है कि उनके नेतृत्व में पारदर्शिता, रोजगार और development को बढ़ावा मिलेगा. Meanwhile, Nepal-India Border आम लोगों के लिए खोल दिया गया है, हालांकि heavy vehicles की आवाजाही अभी बंद है. अब तक हुई हिंसा में 61 लोगों की मौत हो चुकी है.
सुशीला कार्की को सत्ता संभाले 24 घंटे भी नहीं हुए कि उन्होंने कार्रवाई शुरू कर दी. पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के खिलाफ 8 सितंबर को पुलिस दमन के मामले में FIR दर्ज की गई, जिसमें गंभीर अपराधों के आरोप हैं. ओली ने 9 सितंबर को जनजातीय युवाओं की आलोचना के बाद इस्तीफा दे दिया था.
नेपाल के काठमांडू में कर्फ्यू हटा दिया गया है. हालात सामान्य होने के बाद सेना ने यह फैसला लिया है. नेपाल में अंतरिम सरकार के गठन के बाद सेना ने यह कदम उठाया है. स्थिति सामान्य होने के बाद काठमांडू की सड़कों पर गाड़ियों की आवाजाही शुरू हो गई है.
नेपाल में हाल की हिंसा और उपद्रव के बाद राजधानी काठमांडू में कर्फ्यू और निषेधाज्ञा हटा दी गई है. पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की ने अंतरिम प्रधानमंत्री पद की शपथ ली है. हिंसा से होटल उद्योग को भारी नुकसान हुआ है और पुलिस ने जनता से हिंसा से जुड़े वीडियो साझा करने की अपील की है.
सिंह दरबार नेपाल सरकार का मुख्यालय था, जहां प्रधानमंत्री और सभी मंत्रियों के कार्यालय स्थित थे. यहीं से सारे प्रशासनिक निर्णय होते थे. Gen-Z ने सरकार विरोधी प्रदर्शनों के दौरान नेपाल के इस ऐतिहासिक और राजनैतिक गौरव कहे जाने वाले भवन परिसर को भी आग के हवाले कर दिया था.
नेपाल में जारी अशांति के बीच भारतीय श्रद्धालुओं को लेकर लौट रही एक बस पर हमला हुआ है. काठमांडू स्थित पशुपतिनाथ मंदिर के दर्शन कर लौट रहे भारतीय यात्रियों की बस को उपद्रवियों ने निशाना बनाया. बस के शीशे तोड़ दिए गए और यात्रियों के साथ मारपीट व लूटपाट की गई. बस में आंध्र प्रदेश के 46 यात्री सवार थे.
नेपाल में नई सरकार के गठन की दिशा में आज का दिन महत्वपूर्ण है. सूत्रों के अनुसार, नेपाल की पहली महिला चीफ जस्टिस सुशीला कार्की के नाम पर सहमति बनती दिख रही है. हालांकि, संसद भंग करने और संविधान में बदलाव की मांग पर पेच फंसा हुआ है. नेपाली कांग्रेस, यूएमएल और माओवादी संसद भंग करने के खिलाफ हैं.
नेपाल में अंतरिम सरकार के गठन को लेकर चर्चाए जारी हैं. फिलहाल, सुप्रीम कोर्ट की न्यायाधीश और पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की का नाम प्रधानमंत्री पद के लिए सबसे आगे है. राष्ट्रीय प्रजातांत्रिक पार्टी सहित कई दलों ने उनके नाम का समर्थन किया है. राष्ट्रीय प्रजातांत्रिक पार्टी के नेता धवल शमशेर राणा ने बताया कि बहुत सारे लोगों ने सुशीला कार्की का समर्थन किया है.
नेपाल में तख्तापलट के पांच दिन बाद भी अंतरिम सरकार के मुखिया और स्वरूप पर फैसला नहीं हो सका है. राष्ट्रपति भवन में हुई बैठक में सुशीला कार्की के नाम पर सहमति बनती दिख रही है. वहीं जैन जी ने चेतावनी दी है कि "जल्द ही अंतरिम प्रधानमंत्री के नाम का ऐलान किया जाए, अगर नहीं होता है तो फिर और हंगामा होगा. हिंसा को 5 दिन बीत गए हैं लेकिन अब भी बर्बादी के निशान दिख रहे हैं.
नेपाल में तख्तापलट हो चुका है. अब देश में अंतरिम सरकार के गठन पर सस्पेंस बना हुआ है. आंदोलन से जुड़े चार चेहरे- सुदन गुरुंग, बालेंद्र शाह, रवि लमीछाने और सुशीला कार्की की भूमिका पर चर्चा है. आंदोलनकारियों का 10 सूत्रीय एजेंडा सामने आया है, जिसमें राष्ट्रपति से संसद भंग करने और सुशीला कार्की के नेतृत्व में अंतरिम सरकार बनाने की मांग शामिल है.
नेपाल में अंतरिम सरकार के गठन को लेकर बैठकों का तूफानी दौर जारी है. सूत्रों के अनुसार, अंतरिम सरकार पर लगभग सहमति बन गई है. नेपाल की पहली महिला चीफ जस्टिस सुशीला कार्की का नाम अंतरिम सरकार की कमान संभालने के लिए सबसे आगे है. हालांकि, संसद भंग करने और संविधान में बदलाव की मांग पर गतिरोध बना हुआ है.
नेपाल में अंतरिम सरकार के गठन और भविष्य को लेकर बैठकों का तूफानी दौर जारी है. अंतरिम सरकार को लेकर करीब-करीब सहमति बन गई है. लेकिन संसद भंग करने और संविधान में बदलाव की मांग पर पेच फंसा हुआ है. इस बीच देश में कर्फ्यू का आज चौधा दिन है, रिपोर्ट में देखें हालात.
नेपाल की अंतरिम सरकार का मुखिया कौन होगा? ये सस्पेंस तख्तापलट के बाद से ही बना हुआ है. काठमांडू के राष्ट्रपति भवन में इस वक्त राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल Gen-Z युवाओं के अलावा राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ अगले अंतरिम प्रधानमंत्री को लेकर मंथन कर रहे हैं. सुशीला कार्की का नाम सबसे आगे चल रहा है. बैठक में आर्मी चीफ भी मौजूद रहे. देखें 'रणभूमि'.
नेपाल में हिंसा का तूफान तो थम गया, लेकिन नेपाल के भविष्य को लेकर घमासान जल्दी थमता नहीं दिख रहा. काठमांडू में बैठकों का दौर जारी है. फिलहाल कोशिश अंतरिम सरकार के गठन को लेकर चल रही है. नेपाल की पहली महिला चीफ जस्टिस सुशीला कार्की के नाम पर बात बनती नजर आ रही है. देखें 'खबरें असरदार'.
नेपाल में जेंजी आंदोलन के दौरान देश की 25 जेलों से 15 हजार कैदी फरार हो गए. नेपाल पुलिस के डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल विनोद धीमेरे ने नेपाली मीडिया को बताया है कि अब तक गिनती के हिसाब से नेपाल के अलग-अलग 25 जिलों से कुल कैदी भाग चुके हैं. नेपाल की सेना भागे हुए कैदियों को पकड़ने के लिए विशेष अभियान चला रही है.
नेपाल में Gen-Z युवाओं द्वारा किए गए आंदोलन ने केवल 30 घंटों में सरकार को सत्ता से बेदखल कर दिया, लेकिन अब आंदोलनकारी अंतरिम प्रधानमंत्री के नाम पर विभाजित हो गए हैं. सुशीला कार्की और कुलमान घिसिंग जैसे नामों पर बहस जारी है, जिससे आंदोलनकारियों के बीच आपसी टकराव और हाथापाई की नौबत आ गई.