जी-20
G20 या ग्रुप ऑफ ट्वेंटी (Group of Twenty) 19 देशों और यूरोपीय संघ (EU) से मिलकर बना एक अंतरसरकारी मंच है. यह ग्लोबल इकोनोमी से संबंधित प्रमुख मुद्दों, जैसे अंतरराष्ट्रीय वित्तीय स्थिरता, जलवायु परिवर्तन और सतत विकास के संबंधित काम करता है. G20 दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं वाले देशो से बना है, जिसमें औद्योगिक और विकासशील दोनों देश शामिल हैं. यह सकल विश्व उत्पाद (GWP) का लगभग 80 फीसदी, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का 59-77 फीसदी, वैश्विक आबादी का दो-तिहाई और दुनिया के भूमि क्षेत्र का 60 फीसदी हिस्सा है.
G20 की स्थापना 1999 में कई विश्व आर्थिक संकटों को दूर करने के लिए की गई थी (Foundation of G20). 2008 के बाद से, यहां साल में कम से कम एक बार बैठक होती है, जिसमें प्रत्येक सदस्य के सरकार या राज्य के प्रमुख, वित्त मंत्री, या विदेश मंत्री और अन्य उच्च पदस्थ अधिकारियों को शामिल किया जाता है. यूरोपीय संघ का प्रतिनिधित्व यूरोपीय आयोग और यूरोपीय सेंट्रल बैंक द्वारा किया जाता है. कुछ स्थायी मेहमानों को जैसे कोई अन्य देश, अंतर्राष्ट्रीय संगठन और गैर-सरकारी संगठन को शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया जाता है (G20 Summits).
2009 के अपने शिखर सम्मेलन में, G20 ने खुद को अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक और वित्तीय सहयोग के लिए प्राथमिक स्थल यानी प्राइमरी वेन्यू घोषित किया (G20 Primary Venue for Summits ).
2022 तक, समूह में 20 सदस्य हैं- अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, दक्षिण कोरिया, जापान, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका,स्पेन, संयुक्त राष्ट्र, विश्व बैंक, अफ्रीकी संघ, आसियान और यूरोपीय संघ, साथ ही, स्थायी अतिथि भी आमंत्रित किए जाते हैं (G20 Members).
भारत 2023 G20 शिखर सम्मेलन का मेजबानी करेगा (G20 Summit 2023 in India).
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप का ताजा टकराव दक्षिण अफ्रीका से हुआ है. ट्रंप ने कहा है कि दक्षिण अफ्रीका में गोरे किसानों को मारा जा रहा है, उनके खेत छीने जा रहे हैं. उन्होंने कहा है कि ये देश जी-20 का सदस्य रहने लायक नहीं है.
दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ड्रग तस्करी और आतंकवाद के खतरों पर गहरी चिंता जताई. उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इस गंभीर खतरे का मुकाबला करने के लिए सहयोग बढ़ाने का आग्रह किया और भारत की आतंकवाद के खिलाफ प्रतिबद्धता को दोहराया.
दक्षिण अफ्रीका में जारी G20 शिखर सम्मेलन के दौरान PM नरेंद्र मोदी ने वैश्विक विकास मॉडल में बड़े बदलाव की मांग की और पारंपरिक ज्ञान, कौशल विकास और ड्रग-टेरर नेटवर्क के खिलाफ तीन प्रमुख प्रस्ताव रखे. उन्होंने कई द्विपक्षीय बैठकों में भी भाग लिया. कनाडा और जर्मनी के नेताओं ने भी यूक्रेन और गाजा संकट पर चर्चा की.
जी 20 सम्मेलन के दौरान, पीएम नरेंद्र मोदी ने जोहानिसबर्ग में ड्रग्स और आतंकवाद के गठजोड़ के खिलाफ एक मजबूत वैश्विक मोर्चा बनाने का प्रस्ताव रखा. सम्मेलन में आतंकवाद के विभिन्न रूपों की कड़ी निंदा की गई. आज दोपहर तीसरा सत्र होगा जिसमें जोहानिसबर्ग लीडर्स डिक्लेरेशन स्वीकार किया जाएगा और उसके बाद समापन सत्र तथा हस्तांतरण समारोह आयोजित होंगे.
G20 समिट में भारत के प्रधानमंत्री मोदी ने आर्थिक विकास के साथ सामाजिक न्याय पर जोर दिया. पीएम मोदी ने ड्रग-टेरर नेक्सस के मुकाबले के लिए प्रस्ताव रखा. साथ ही कहा- दुनिया के गरीब देशों की समस्याओं का समाधान ढूंढना G20 का बड़ा एजेंडा है. बता दें अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने जी-20 का बॉयकॉट किया है. देखें दुनिया आजतक.
जोहानिसबर्ग में जी-20 सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कई महत्वपूर्ण द्विपक्षीय बैठकें कीं और विशेषज्ञ नेताओं से मुलाकात की. उन्होंने इंडिया ब्राज़ील साउथ अफ्रीका संवाद मंच की बैठक में भी हिस्सा लिया, जहां आपसी सहयोग पर चर्चा हुई. देखें बड़ी खबरें.
G20 समिट पर ट्रंप का बड़ा बयान, साउथ अफ्रीका की मेंबरशिप पर उठाए सवाल, बोले- मैं नहीं जाऊंगा
पीएम मोदी ने तीन देशों के दौरे के दौरान 31 द्विपक्षीय बैठकें और वैश्विक नेताओं के साथ अनौपचारिक बातचीत की. उन्होंने नाइजीरिया, ब्राजील में G20 समिट से इतर 10 और गुयाना दौरे के दौरान 9 द्विपक्षीय बैठकें की.
अमूमन हर छोटे या बड़े समिट के समापन पर एक फोटो सेशन होता है, जिसमें सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्षों की ग्रुप फोटो खींची जाती है. लेकिन इस बार ग्रुप फोटो तो ली गई लेकिन इससे अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन नदारद थे.
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति से बैठक के दौरान पीएम मोदी ने व्यापार, वाणिज्य, हेल्थ और सुरक्षा सहित विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की. इंडोनेशिया का राष्ट्रपति चुने जाने के बाद दोनों नेताओं की ये पहली मुलाकात थी.
अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में जो बाइडेन अपने अंतिम शिखर सम्मेलन में रियो डी जेनेरियो में साथी जी-20 नेताओं के साथ एक तस्वीर लेने के लिए गए- लेकिन उन्हें पता चला कि फोटो सेशल पहले ही उनके बिना हो चुका था.
भारत के विदेश मंत्री जयशंकर और वांग यी ने न सिर्फ वैश्विक मुद्दों पर बातचीत की, बल्कि भारत-चीन सीमा पर सैनिकों की वापसी को लेकर भी चर्चा की. इस बैठक के बारे में बताते हुए जयशंकर ने कहा कि एलएसी पर समझौते के अनुसार काम आगे बढ़ा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने G20 समिट को संबोधित करते हुए कहा कि वैश्विक संघर्षों की वजह से भोजन, ईंधन और उर्वरक संकट खड़ा हो गया है, जिससे ग्लोबल साउथ के देश बुरी तरह प्रभावित हुए हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्राजील के दौरे पर हैं. सोमवार को वह रियो डी जनेरियो में जी20 शिखर सम्मेलन में शामिल हुए. यहां पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से मुलाकात की. प्रधानमंत्री ने बाइडेन के साथ तस्वीर ट्वीट करते हुए लिखा कि आपसे मिलकर हमेशा खुशी होती है. इस दौरान पीएम मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस समेत कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों से मुलाकात की.
G20 समिट में हिस्सा लेने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्राज़ील के दौरे पर हैं. वहां के शहर रियो डी जनेरियो पहुंचे. जहां उनका स्वागत संस्कृत के मंत्रोच्चारण के साथ किया गया. पीएम मोदी ने बताया की उन्हें समिट में कई नेताओं से मिलने की उम्मीद है. देखें वीडियो.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक बार फिर केंद्र में गठबंधन की सरकार बनने जा रही है. इस बार प्रधानमंत्री के लिए एक अलग अनुभव होगा क्योंकि बीजेपी को अपने दम पर बहुमत नहीं मिला है. हालांकि प्रधानमंत्री इस तरह की गठबंधन की पॉलिटिक्स को बखूबी से समझते हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आजतक को दिए इंटरव्यू में कहा कि मैंने G20 में एक प्रयोग किया था. मैंने तय किया था कि मैं G20 को मोदी तक सीमित नहीं रखूंगा. मैं G20 को दिल्ली तक सीमित नहीं रखूंगा. हमने G20 की देश के अलग-अलग स्थानों पर 200 मीटिंग की. उसका परिणाम ये हुआ कि G20 का काम तो हुआ लेकिन वैश्विक नेताओं को देश की विविधता के बारे में भी पता चला.
अब से कुछ देर पहले ही जी 20 के वर्चुअल समिट में पीएम मोदी ने अपना संबोधन दिया. प्रधानमंत्री ने इजरायल हमास युद्ध पर चिंता जताते हुए कहा कि गाजा में मानवीय सहायता पहुंचना समय से जरुरी लेकिन आतंकवाद भी किसी को बर्दाश्त नहीं है. देखें वीडियो.
पीएम मोदी ने जी20 वर्चुअल समिट के समापन कार्यक्रम को संबोधित किया. पीएम मोदी ने ग्लोबल साउथ की आवाज को एक बार फिर बुलंद किया. इस दौरान उन्होंने आतंकवाद, इजरायल-हमास युद्ध समेत कई मुद्दों पर जी-20 के सभी सदस्य देशों का ध्यान केंद्रित किया.
जी20 समूह के सदस्य देशों का आज वर्चुअल शिखर सम्मेलन होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समिट की मेजबानी करेंगे. हालांकि, बैठक में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग शामिल नहीं होंगे. उनकी जगह प्रधानमंत्री ली कियांग बैठक में शामिल होंगे. इस समिट में रूस-यूक्रेन युद्ध, इजराइल-हमास संघर्ष पर भी बातचीत संभव है. पुतिन के वर्चुअल मीटिंग में शामिल होने की संभावना है.
जी20 समिट के सफल आयोजन के बाद अब भारत जी20 नेताओं की वर्चुअल मीटिंग करेगा. ये मीटिंग अगले महीने होनी है. इसकी तारीख भी तय हो गई है.