बस्तर- द नक्सल स्टोरी (Bastar- The Naxal Story) एक अपकमिंग हिंदी फिल्म है. यह 'द केरल स्टोरी' के मेकर विपुुल अमृतलाल शाह (Vipul Amrit Shah) की अगली फिल्म है. हाल ही में इसका टीजर रिलीज किया गया है. यह फिल्म छत्तीसगढ़ में नक्सलियों की वास्तविक घटनाओं पर आधारित है.
फिल्म15 मार्च2024 को रिलीज होने वाली है. फिल्म का निर्देशन सुदीप्तो सेन ने किया है और इसमें अदा शर्मा मुख्य किरदार में हैं (Release Date of Bastar-The Naxal Story).
हिडमा और मटुरे जैसे दुर्दांत नक्सल कमांडरों के सफाए के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने नक्सल मोर्चे पर सबसे बड़ा दबदबा कायम किया है. लेकिन दंडकारण्य के जंगलों में अब भी ऐसे खूंखार चेहरे बचे हैं, जो बस्तर से झारखंड तक हिंसा की जड़ बने हुए हैं. गृहमंत्री अमित शाह ने 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद को जड़ से उखाड़ने की डेडलाइन तय की है.
सरेंडर करने के बाद वेणुगोपाल उर्फ भूपति उर्फ सोनू को माओवादी संगठन के सबसे प्रभावशाली रणनीतिकारों में से एक माना जाता था और वह लंबे समय से महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ सीमा पर प्लाटून अभियानों की निगरानी करता था.
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में 71 नक्सलियों ने पुलिस और सीआरपीएफ अधिकारियों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया. सरेंडर करने वालों में 21 महिलाएं और तीन नाबालिग भी शामिल हैं. इनमें 17 साल का एक लड़का, 16 और 17 साल की दो लड़कियां हैं. इसे सुरक्षा बलों की बड़ी सफलता मानी जा रही है.
इस घटना के साथ, इस साल अब तक बीजापुर सहित सात जिलों वाले बस्तर क्षेत्र में माओवादी हिंसा में 37 लोगों की जान जा चुकी है. 1 सितंबर को पड़ोसी सुकमा में नक्सलियों ने दो ग्रामीणों की हत्या कर दी थी.
विशेष कार्य बल (STF) और ज़िला पुलिस के संयुक्त अभियान के दौरान पचकटिया के जंगल में ये सारा सामान बरामद किया गया. जिसमें कुल 46 डेटोनेटर, नक्सली साहित्य और उनकी कई वर्दियां शामिल हैं.
छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में दो महिला नक्सली मारी गईं. दोनों पर कुल 6 लाख रुपये का इनाम था. यह कार्रवाई कोहकामेटा थाना क्षेत्र के जंगल में हुई. घटनास्थल से हथियार, विस्फोटक और माओवादी साहित्य बरामद हुआ है. अब तक 2024 में बस्तर क्षेत्र में 197 नक्सली मारे जा चुके हैं.
बस्तर, जो कभी नक्सल हिंसा के लिए कुख्यात था, अब विकास, शिक्षा और शांति की नई पहचान बन रहा है. सरकार की मजबूत नीति, महिला नक्सलियों का आत्मसमर्पण और जनता की सहभागिता ने इसे बदला है. अब बस्तर में डर नहीं, उत्सव, स्कूलों की घंटी और उम्मीद की रौशनी गूंजती है – यह बदलाव का जीता-जागता उदाहरण है.
कांकेर जिले के आमाटोला-कलपर मुठभेड़ में PLGA की महिला माओवादी कैडर शांति उर्फ देवे मारी गई. उस पर ₹8 लाख का इनाम था. मौका-ए-वारदात से हथियार, दस्तावेज व अन्य सामग्री भी बरामद हुई है. बस्तर रेंज में 18 महीनों में 412 नक्सली ढेर या गिरफ्तार हुए हैं.
राउरकेला के एसपी (SP) नितेश वाधवानी ने सोमवार को इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि माओवादियों ने विस्फोटकों को झारखंड के जराईकेला थाना अंतर्गत सारंडा के तिरीलपोशी इलाके में मिट्टी के नीचे छिपाकर रखा था.
छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में हुए एक बड़े एनकाउंटर में नक्सली संगठन भाकपा (माओवादी) के महासचिव नंबाला केशव राव उर्फ बसवराज को मार गिराया गया, जिस पर कुल मिलाकर 10 करोड़ रुपये का इनाम था. हालांकि, माडवी हिडमा जैसे कई अन्य खूंखार नक्सली अभी भी फरार हैं.
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में माओवादी विरोधी अभियान (Anti-Maoist Operation) के दौरान एक नक्सली मारा गया. जबकि सीआरपीएफ (CRPF) का एक कोबरा कमांडो घायल हो गया. बाद में घायल कोबरा कमांडो को वहां से एयरलिफ्ट किया गया. हालांकि इलाके में विशेष अभियान अब भी जारी है.
पुलिस और नक्सलियों की मुठभेड़ तीन स्थानों पर हुई और दो घंटे तक चली. पुलिस को रविवार दोपहर खुफिया सूचना मिली कि माओवादियों के भामरागढ़ दलम ने गढ़चिरौली के कवांडे में हाल ही में खुले फुट ओवरब्रिज के पास महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ सीमा पर एक शिविर बनाया है
पुलिस अफसर ने बताया कि मरुदबाका गांव का निवासी नागा भंडारी एक उचित मूल्य की दुकान का मालिक था. पुलिस अधिकारी ने बताया कि नागा भंडारी की कुल्हाड़ी से वार कर हत्या कर दी गई. वारदात के बाद किसी ने पुलिस को इस बारे में सूचना दी.
एनआईए के बयान के अनुसार, चारों आरोपियों ने देश की एकता, अखंडता, सुरक्षा और संप्रभुता को नुकसान पहुंचाने की साजिश रची और उसी के तहत इन हथियारों की खरीद के लिए धन भी जुटाया और उसका इस्तेमाल किया.
लातेहार के DSP विनोद रवानी ने बताया कि आरोपियों ने टीएसपीसी के नाम पर ठेकेदारों और एनटीपीसी अधिकारियों से रंगदारी मांगी थी. इसके बाद उन्हें सूचना मिली थी कि कुछ लोग 28 अप्रैल को आरा गांव के जंगल के पास किसी घटना को अंजाम देने की योजना बना रहे हैं.
झारखंड के बोकारो जिले में सोमवार को सीआरपीएफ और पुलिस के कोबरा कमांडो के साथ मुठभेड़ में आठ नक्सली मारे गए हैं. इनमें एक शीर्ष नक्सली केंद्रीय समिति का सदस्य भी शामिल है, जिसके सिर पर एक करोड़ रुपए का इनाम था. जिले के लालपनिया इलाके के लुगु हिल्स में सोमवार की सुबह करीब 5.30 बजे गोलीबारी शुरू हुई थी.
पुलिस के अनुसार, यह मुठभेड़ 15 अप्रैल को कोहकामेटा थाना क्षेत्र के अंतर्गत कसोद और कुमुराडी गांवों के बीच एक जंगली पहाड़ी पर हुई थी, जहां जिला रिजर्व गार्ड (DRG) और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) की 41वीं बटालियन की एक संयुक्त टीम नक्सल विरोधी अभियान पर निकली थी.
सूत्रों के अनुसार, यह हमला तब हुआ जब सुरक्षा बल नक्सल विरोधी अभियान चला रहे थे. 4 मार्च 2025 से शुरू हुए इस अभियान के तहत विशेष संयुक्त टीमों ने छोटानागरा और जारइकेला थाना क्षेत्र के सीमावर्ती जंगलों और पहाड़ी इलाकों में घेराबंदी की थी.
Naxalite Surrender: छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में सोमवार को 10 लाख रुपए के इनाम वाले दो नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया. इन नक्सलियों की पहचान सुदेन कोरम उर्फ जानकू और सरिता पोतावी उर्फ सरिता के रूप में हुई है. ये नक्सली महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के माओवादी क्षेत्र में सक्रिय थे.
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पिछले साल दावा किया था कि मार्च 2026 तक देश से नक्सलवाद का सफाया हो जाएगा. ऐसे में सवाल ये उठता है कि आखिर सरकार का ये 'नक्सल मुक्त' लक्ष्य कितनी बड़ी चुनौती है. नक्सलियों का नेटवर्क कितना बड़ा है?
छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में सुरक्षा बलों ने कुख्यात नक्सली नेता प्रभाकर राव को गिरफ्तार कर लिया है. 57 वर्षीय नक्सली नेता रसद आपूर्ति का प्रभारी और शीर्ष माओवादी पदाधिकारियों का करीबी सहयोगी था. इसके सिर पर 25 लाख रुपए का इनाम घोषित किया गया था.