अल-कायदा
अल-कायदा (Al Qaeda) एक बहुराष्ट्रीय आतंकवादी सुन्नी इस्लामी चरमपंथी नेटवर्क है जो सलाफिस्ट जिहादियों से बना है. यह आधिकारिक तौर पर कायदात अल-जिहाद (Qaedat al-Jihad) के नाम से जाना जाता है. इसकी स्थापना 1988 में ओसामा बिन लादेन (Osama Bin Laden), अब्दुल्ला आजम और सोवियत-अफगान युद्ध के दौरान अन्य अरब स्वयंसेवकों ने की थी (Foundation of Al Qaeda).
अल-कायदा को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद, उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (NATO), यूरोपीय संघ, भारत (India) और कई अन्य देश द्वारा एक आतंकवादी समूह के रूप में नामित किया गया है (Al Qaeda, A Terrorist Group). अल-कायदा ने विभिन्न देशों में गैर-सैन्य और सैन्य ठिकानों पर हमले किए हैं, जिसमें 1998 के संयुक्त राज्य अमेरिका के दूतावास में बम विस्फोट, 11 सितंबर के हमले और 2002 बाली बम विस्फोट शामिल हैं (Terror Attack on USA by Al Qaeda).
संयुक्त राज्य सरकार ने 11 सितंबर के हमलों का जवाब "आतंक पर युद्ध" शुरू करके दिया, जिसने अल-कायदा और उसके सहयोगियों के अंत करने की मांग की. 1 मई 2011 को अमेरिकी सेना ने ओसामा बिन लादेन की हत्या कर दी (Death Osama Bin Laden). अल-कायदा विशेष रूप से आत्मघाती हमलों और कई लक्ष्यों पर बमबारी सहित हमलों का आयोजन करता है. अल-कायदा के विचारक मुस्लिम देशों में सभी विदेशी और धर्मनिरपेक्ष प्रभावों को हिंसक रूप से हटाने की सोच रखते हैं, जिसे वह भ्रष्ट विचलन के रूप में मानता है ().
महाराष्ट्र ATS ने पुणे के सॉफ्टवेयर इंजीनियर जुबैर हंगरगेकर को युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और अल-कायदा इंडियन सबकॉन्टिनेंट (AQIS) से कनेक्शन के आरोप में गिरफ्तार किया. जुबैर पर टेलीग्राम ग्रुप्स के जरिए जिहादी विचारधारा फैलाने, बम बनाने के मैनुअल रखने और UAPA के तहत गंभीर गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है.
NIA ने अल-कायदा गुजरात टेरर साजिश केस में 5 राज्यों में एक साथ छापेमारी की. बांग्लादेश से अवैध रूप से भारत आए संदिग्ध आतंकियों से जुड़े डिजिटल डिवाइस और दस्तावेज जब्त किए गए हैं. जांच में आतंकी नेटवर्क और फंडिंग चैनल की परतें खुल रही हैं.
महाराष्ट्र एटीएस ने पुणे के कोंडवा इलाके से जुबेर हंगरकर नामक संदिग्ध आतंकी को यूएपीए के तहत गिरफ्तार किया है. आरोपी का संबंध आतंकी संगठन अल-कायदा से बताया जा रहा है. एटीएस ने कुछ दिन पहले की छापेमारी के दौरान नए सबूत पाए थे, जिनके आधार पर गिरफ्तारी हुई है.
लगभग 20 साल बाद बाद दो 'दुश्मन' इंटरव्यू के एक मंच पर टकराते हैं. एक तरफ हैं इराक में अमेरिकी सेना के कमांडर रहे जनरल डेविड पेट्रायस. दूसरी ओर हैं इराक में अमेरिकी सेना को अपने गुरिल्ला हमलों से छकाने वाले अबू मोहम्मद अल-जुलानी. दोनों एक दूसरे के दुश्मन. लेकिन अब किरदार बदल चुका है. डेविड पेट्रायस इंटरव्यूर के रोल में हैं तो अबू मोहम्मद अल-जुलानी सीरिया के राष्ट्रपति बनकर अहमद अल-शरा बन चुके हैं.
सिर पर हिजाब पहनकर बेंगलुरु में आम जिंदगी जी रही आतंकी शमा परवीन भारत के खिलाफ खतरनाक साजिश रच रही थी. वो कोई आम महिला नहीं, बल्कि अलकायदा इंडिया सबकॉन्टिनेंट की मॉड्यूल सरगना थी. सोशल मीडिया के जरिए वो युवाओं के दिमाग में जहर घोल रही थी. देखें गुजरात आजतक.
गुजरात के गृह राज्यमंत्री हर्ष सांघवी ने कहा कि आतंकी शमा परवीन को भारत में AQIS (Al-Qaeda in the Indian subcontinent) की मुख्य कर्ता-धर्ता है. वह पूरे मॉड्यूल को चला रही थी. 30 साल की ये लड़की बेहद रेडिक्लाइज और इसका खतरनाक तरीके से ब्रेनवॉश किया गया है.
गुजरात एटीएस ने अलकायदा टेरर मॉड्यूल की मास्टरमाइंड शमा परवीन को गिरफ्तार किया, जिसका मुख्य उद्देश्य लोगों को कट्टर बनाना था. वहीं, पहलगाम में 26 सैलानियों की हत्या के बाद 'ऑपरेशन महादेव' और 'ऑपरेशन शिव शक्ति' के तहत पांच आतंकवादी मारे गए. देखें एक और एक ग्यारह.
कर्नाटक की रहने वाली शमा परवीन अलकायदा का पूरा मॉड्यूल चला रही थी. इस महिला आतंकी को गुजरात ATS ने कर्नाटक से गिरफ्तार किया है. इस संबंध में पूछताछ जारी है.
गुजरात एटीएस ने अल कायदा से जुड़े चार संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया है. ये आतंकी भारत में बड़े हमले की साजिश रच रहे थे और सोशल मीडिया के जरिए युवाओं को जोड़ रहे थे. वहीं, जूनागढ़ में भारी बारिश के कारण अचानक पानी का बहाव तेज होने से 20 से अधिक श्रद्धालु फंस गए. देखें गुजरात आजतक.
Al Qaeda Module का भंडाफोड़, Delhi-Noida और Gujarat से 4 आतंकी गिरफ्तार
यह घटना 1 जुलाई को हुई जब सशस्त्र हमलावरों के एक समूह ने फैक्ट्री परिसर में हमला किया और तीन भारतीय नागरिकों को जबरन बंधक बना लिया. भारतीय विदेश मंत्रालय ने माली सरकार से उनकी सुरक्षित और शीघ्र रिहाई सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने का आग्रह किया है.
पश्चिम अफ्रीकी देश माली में 2 जुलाई को हुए आतंकी हमलों के दौरान तीन भारतीय नागरिकों का अपहरण कर लिया गया है. इस अपहरण की जिम्मेदारी अल-कायदा से जुड़े संगठन जमात नुसरत अल-इस्लाम वल मुस्लिमी ने ली है
पाकिस्तान आतंकी समूहों को पनाह देता है, उनका समर्थन करता है, यह बात पूरी दुनिया जान चुकी है. इसी विषय पर स्काई न्यूज की जानी-मानी पत्रकार याल्दा हकीम ने पाकिस्तान की सांसद शैरी रहमान से सवाल किया जिसके बाद उनसे जवाब देते नहीं बना.
अमेरिकी सेंट्रल कमांड ने एक बयान में कहा कि यह हवाई हमला, क्षेत्र में आतंकवादी समूहों को रोकने और उन्हें कमजोर करने के लिए चल रहे प्रयास का हिस्सा था.
संभल के कई लोग पहले से ही खुफिया एजेंसियों के रडार पर हैं. वहीं, संभल हिंसा के बाद एजेंसियां यहां की कड़ी निगरानी रख रही हैं. क्योंकि संभल का दीपा सराय इलाका आतंकी संगठन अल कायदा इंडिया के आतंकियों का गढ़ रहा है. देखिए VIDEO
इस वक्त की एक बड़ी खबर आपको हम बताने जा रहे हैं, राष्ट्रीय जांच एजेंसी ((NIA)) ने 9 राज्यों में छापा मारा है. एनआईए ने यह कार्रवाई आतंकी गुट अल कायदा की भारत को अस्थिर करने की साजिश में संलिप्त लोगों के खिलाफ की है.
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आतंकी संगठन अलकायदा से प्रेरित आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल द्वारा झारखंड, राजस्थान और उत्तर प्रदेश की पुलिस के साथ मिलकर एक जॉइंट ऑपरेशन चलाकर इस मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है.
पीटीआई के मुताबिक, आतंकवाद निरोधी विभाग के डीआईजी उस्मान अकरम गोनाडल ने बताया कि उस आतंकवादी को खुफिया जानकारी पर आधारित अभियान के दौरान पकड़ा गया. अमीन उल हक को संयुक्त राष्ट्र द्वारा वैश्विक आतंकवादी घोषित किया गया था.
आतंकवादी संगठन अल-कायदा ने इज़रायल-हमास युद्ध पर अमेरिकी रुख को लेकर बिज़नेसमैन एलन मस्क, बिल गेट्स और सत्या नडेला की हत्या और यूएस की इकोनॉमी को निशाना बनाने की धमकी दी है.
फेसबुक, इंस्टाग्राम, X (पहले ट्विटर) जैसे तमाम प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल हम और आप करते हैं. क्या आतंकी भी इन्हीं प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल करते हैं? इन प्लेटफॉर्म्स पर आतंकियों की स्क्रूटनी के तमाम प्रयास किए जाते हैं. इसलिए कई आतंकी संगठन अब सीक्रेट इंटरनेट का इस्तेमास कर रहे हैं. आइए जानते हैं क्या है ये इन आतंकियों का सीक्रेट इंटरनेट.
सूरत क्राइम ब्रांच ने आतंकी संगठन अल कायदा को फंडिंग करने वाले एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया है. एनआईए ने इस मामले में एक एफआईआर पहले दर्ज की थी. जिसमें बांग्लादेश का रहने वाला हुमायूं खान वांटेड है. सूरत क्राइम ब्रांच द्वारा पकड़ा गया बांग्लादेशी अबू बकर हजरतअली उर्फ सलीम हक उसी हुमायूं का साथी है. देखें गुजरात आजतक.