देश में खेती के हालात, फसलों से जुड़ी अच्छी-बुड़ी खबरें और कृषि के स्थिति, कृषि नीति, मशीनरी, फसल, पशुधन, फार्म प्रबंधन और फसल की कीमतों के अपडेट सहित आपको 'आजतक कृषि समाचार' (Aaj Tak Agriculture News) पर मिलेगी सफल खेती, कृषि समाचार और किसान से जुड़े अपडेटेड स्टोरी, एनालिटिकल न्यूज, फोटो गैलरी, विजुअल स्टोरी और वीडियो.
घर की छत, बालकनी या छोटे-से आंगन में ताज़ी सब्ज़ी उगाने का शौक रखते हैं तो ग्वार (Cluster Beans) आपके लिए बेहतरीन विकल्प है. कम जगह, कम मेहनत और सही देखभाल से यह पौधा गमले में भी अच्छी पैदावार देता है
प्रोटीन, फाइबर और विटामिन से भरपूर राजमा सही तरीके से बोने पर 3–5 महीनों में तैयार हो जाता है और आप इसे ताज़ा या सुखाकर दोनों तरह से इस्तेमाल कर सकते हैं.
दालचीनी सिर्फ स्वाद और सुगंध ही नहीं देती, यह आपके घर के गार्डन को सुगंधित, सुंदर और पौष्टिक भी बनाती है.
कोहरे की माइक्रो वॉटर कंटेंट्स हवा में लंबे समय तक बने रहते हैं और पौधों व मिट्टी की ऊपरी सतह पर जमते हैं. इससे खेत में वाष्पीकरण की गति कम होती है और नमी लंबे समय तक बनी रहती है.
ये पहल उत्तर प्रदेश सरकार और इंडिया टुडे ग्रुप के सहयोग से शुरू की जा रही है, जिसका मकसद सरकार और किसानों के बीच एक मजबूत, भरोसेमंद और लगातार चलने वाला संवाद स्थापित करना है. हमारे इस किसान कारवां में हर पड़ाव पर होंगे विशेषज्ञों के व्याख्यान, आधुनिक कृषि उपकरणों और तकनीकों की प्रदर्शनियां, प्रशिक्षण सत्र और किसान गोष्ठियां.
ठंड और घने कोहरे के कारण फसलों पर कीट और रोगों का खतरा बढ़ गया है. ऐसे में गेहूं, राई-सरसों, टमाटर, मिर्च और चने की फसल के बचाव के लिए चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के डॉ. खलील खान ने किसानों को सतर्क रहने और फसलों की सुरक्षा के लिए आवश्यक उपाय अपनाने की सलाह दी है.
पशुपालकों के लिए गाय की सही नस्ल का चयन लाभदायक होता है. आप कई शानदार देसी नस्ल का पालन करके कई फायदे पा सकते हैं.
सर्दियों का मौसम पशुओं के लिए भी चुनौतीपूर्ण होता है. ठंड बढ़ने पर पशुओं को ऊर्जा, गर्माहट और मजबूत प्रतिरोधक क्षमता की आवश्यकता होती है.
पशुपालक अगर बेहतर मुनाफा कमाना चाहते हैं, तो उन्हें सही नस्ल की गाय का पालन करना चाहिए. सही नस्ल चुनने से पशुपालक कई फायदे पा सकते हैं.
New Year 2026: नए साल पर घर को रंग-बिरंगे फूलों से सजाना फायदेमंद बन सकता है. नीले, लाल, गुलाबी और सफेद जैसे प्यारे-प्यारे फूलों को आप आसानी से घर पर उगा सकते हैं. इन फूलों के उच्च क्वालिटी बीज सस्ते दामों में ऑनलाइन मिल रहे हैं. आइए जानते हैं 5 खास फूलों के बारे में जिन्हें आप नए साल पर उगाकर फायदा पा सकते हैं.
अब आप घर के गमले में चाय के पौधे उगा सकते हैं और ताज़ी चाय की पत्तियां अपने किचन गार्डन से हासिल कर सकते हैं.
अगर आप चिया बीज घर पर उगाना चाहते हैं, तो इसके लिए ज़्यादा मेहनत की जरूरत नहीं है.
सबसे पहले ताज़ी लौंग या कटिंग लें. सुनिश्चित करें कि यह स्वस्थ और रोग-मुक्त हो.
अगर आप नए साल पर घर सजाने के लिए रंग-बिरंगे फूल तलाश रहे हैं, तो आप नेशनल सीड्स कॉरपोरेशन लिमिटेड (NSC) के ऑनलाइन स्टोर से सुंदर फूलों के बीज मंगा सकते हैं. इन बीजों की मदद से आप प्यारे-प्यारे फूल घर के अंदर या बाहर उगा सकते हैं. आइए जानते हैं आप ये बीज कितने में खरीद सकते हैं?
घर पर करेला उगाना सेहत के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है. आप इसका सेवन करके अपनी हेल्थ को बेहतर बना सकते हैं. करेले की उत्तम किस्म के बीज नेशनल सीड्स कॉरपोरेशन लिमिटेड (NSC) ऑनलाइन बेच रहा है. आप इन बीजों को मंगा कर करेला घर पर उगा सकते हैं और इसके फायदे पा सकते हैं.
Egg Price: इस साल सर्दी में अंडे की कीमतें रिकॉर्ड तोड़ रही हैं. रिटेल में एक अंडा 8 रुपये से कम नहीं मिल रहा है. पोल्ट्री विशेषज्ञों के अनुसार, उत्पादन कम होने और मांग बढ़ने के कारण कीमतें 25 से 50 प्रतिशत तक बढ़ गई हैं. जनवरी में अंडे का रेट और बढ़ सकता है.
सीड ट्रीटमेंट यानी बीज उपचार फसलों को रोग और कीड़ों से बचाने का प्रभावी तरीका है. यह उपचार बीजों को फफूंद, कीट और बैक्टीरिया से बचाता है, जिससे अंकुरण बेहतर होता है और पौधे मजबूत बनते हैं. सीड ट्रीटमेंट से खेती का खर्च भी कम होता है और फसल सुरक्षित रहती है.
अगर आप घर पर बिना केमिकल की सब्ज़ी उगाना चाहते हैं, तो करेला एक अच्छा विकल्प है. इसे आप गमले या ग्रो बैग में आसानी से उगा सकते हैं.
घने कोहरे और बदलते मौसम के बीच किसानों को फसलों का खास ध्यान रखना चाहिए. मौसम के अनुसार समय पर लिए गए सही फैसले किसानों के लिए बेहद मददगार साबित हो सकते हैं. कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने किसानों के लिए कुछ अहम सुझाव शेयर किए हैं, जिनकी मदद से फसलें सुरक्षित रखी जा सकती हैं.
लाल, पीली और हरी कैप्सिकम को अपने घर के बगीचे या गमले में सफलतापूर्वक उगाया जा सकता है. इससे ना सिर्फ़ खर्च बचता है बल्कि ताजी, रासायन‑मुक्त सब्ज़ी भी मिलती है.
अगर आप घर में स्नेक प्लांट रखते हैं, तो आपको रोज़ाना महंगे उर्वरक या विशेष खाद की ज़रूरत नहीं. किचन में बचा हुआ चावल का पानी आपके स्नेक प्लांट के लिए प्राकृतिक और पौष्टिक उपाय हो सकता है.